यूरोबास्केट 2025: जहाँ दिग्गज भी लड़खड़ाते हैं, नॉकआउट की राह पर इज़राइल, पोलैंड, स्लोवेनिया और फ्रांस

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लुका डोंसिक स्लोवेनिया के लिए मुस्कुराते हुए

स्लोवेनिया के स्टार खिलाड़ी लुका डोंसिक

यूरोपीय बास्केटबॉल की सबसे बड़ी जंग, यूरोबास्केट 2025, अपने ग्रुप चरणों के अंतिम पड़ाव पर पहुँच चुकी है, और माहौल में तनाव और उत्साह, दोनों की भरपूर खुराक है। लीग चरण की गरमागरम भिड़ंतों के बाद, चार टीमों – इज़राइल, पोलैंड, स्लोवेनिया और फ्रांस – ने अपनी जगह `राउंड ऑफ 16` यानी नॉकआउट चरण में पक्की कर ली है। यह उन सभी टीमों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है जिन्होंने कोर्ट पर अपना पसीना बहाया है, लेकिन कहानी सिर्फ जीत की नहीं, बल्कि अप्रत्याशित हार और सितारों के दमदार प्रदर्शन की भी है। आइए, जानते हैं इस रोमांचक चरण की कुछ खास बातें।

ग्रुप C में भूचाल: बोस्निया की ऐतिहासिक जीत

इस टूर्नामेंट की सबसे बड़ी हेडलाइन में से एक, ग्रुप C से सामने आई, जहाँ बोस्निया ने ग्रीस को 80-77 के स्कोर से हराकर सबको चौंका दिया। यह सिर्फ एक जीत नहीं थी, बल्कि एक ऐसी टीम की कहानी थी जिसने मैदान पर जज्बे और रणनीति का बेजोड़ प्रदर्शन किया। ग्रीस के लिए यह मैच किसी बुरे सपने से कम नहीं था, खासकर जब उनके एनबीए स्टार, जानिस एंटेटोकाउम्पो, घुटने की चोट के कारण बाहर बैठे थे। उनके साथी लारेनत्ज़ाकिस भी पीठ दर्द के कारण अनुपस्थित रहे। शायद ग्रीस ने बोस्निया को हल्के में लेने की भूल की, और उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ा। बोस्निया के यूसुफ नूरकिक (18 अंक और 10 रिबाउंड) ने टीम को बखूबी संभाला, दूसरे क्वार्टर में 18-0 की धमाकेदार बढ़त बनाकर मैच का रुख पलट दिया। यह दिखाता है कि बास्केटबॉल में कभी भी किसी टीम को कम नहीं आँकना चाहिए – आखिर, खेल के मैदान पर हर दिन `दिग्गजों` का दिन नहीं होता। जॉर्जिया ने भी साइप्रस को 91-63 से आसानी से हराकर अगले चरण में प्रवेश किया, जिसमें शेंगेलिया और बिटाद्ज़े का योगदान सराहनीय रहा।

सितारों का जलवा: डोंसिक और याबुसेले का दमदार प्रदर्शन

जहाँ एक ओर अप्रत्याशित हारें देखने को मिलीं, वहीं दूसरी ओर कुछ सितारों ने अपनी चमक बिखेर कर अपनी टीमों को नॉकआउट तक पहुँचाया। स्लोवेनिया के करिश्माई खिलाड़ी लुका डोंसिक, जो एनबीए में अपनी अलग पहचान रखते हैं, ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह क्यों `गेम-चेंजर` कहलाते हैं। आइसलैंड के खिलाफ 26 अंकों की शानदार पारी खेलकर, उन्होंने अपनी टीम को 87-79 से जीत दिलाई और आइसलैंड को टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता दिखाया। उनकी कलात्मकता और कोर्ट पर नियंत्रण देखने लायक था।

फ्रांस के लिए, योहन याबुसेले एक अविस्मरणीय रात लेकर आए। पोलैंड के खिलाफ उन्होंने 36 अंकों के साथ एक राक्षसी प्रदर्शन किया, जिससे फ्रांस 83-76 से विजयी हुआ। पोलैंड के लॉयड और पोनिटका ने मिलकर 34 अंक बनाए, लेकिन याबुसेले के अकेले दम पर किए गए प्रदर्शन ने उन्हें मात दे दी। यह ऐसे ही है जैसे एक खिलाड़ी ने विरोधी टीम के पूरे अटैक को अकेले ही चुनौती दे डाली हो।

इज़राइल की वापसी और अन्य क्वालीफायर्स

इज़राइल ने बेल्जियम को 92-89 से हराकर 10 साल के लंबे इंतजार के बाद `राउंड ऑफ 16` में अपनी जगह पक्की की। अवदिया (22 अंक) और गिनाट (13 अंक) ने अपनी टीम को यह महत्वपूर्ण जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। उनकी यह वापसी सिर्फ आंकड़ों की नहीं, बल्कि एक दशक के धैर्य और कड़ी मेहनत का परिणाम है। पोलैंड भी अगले दौर में जगह बनाने में कामयाब रहा, यह दर्शाता है कि मेजबान होने का दबाव उन्होंने बखूबी संभाला।

आगे की राह: नॉकआउट का रोमांच

कटोविस की स्पोडेक एरेना में हुए इन मुकाबलों ने नॉकआउट चरण के लिए इज़राइल, पोलैंड, स्लोवेनिया और फ्रांस जैसी मजबूत टीमों को तैयार कर दिया है। अंतिम दौर, जो गुरुवार को निर्धारित है, इन टीमों की अंतिम रैंकिंग तय करेगा। लेकिन एक बात निश्चित है – यूरोबास्केट 2025 में रोमांच अभी खत्म नहीं हुआ है। जैसे-जैसे टूर्नामेंट अपने चरम पर पहुँचेगा, हमें और भी शानदार प्रदर्शन, अप्रत्याशित परिणाम और बास्केटबॉल के कुछ सबसे यादगार पल देखने को मिलेंगे। यह सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि भावना, समर्पण और अटूट इच्छाशक्ति का एक महाकाव्य है। बने रहिए, क्योंकि असली जंग तो अब शुरू होगी!