नई दिल्ली: ओलिंपिक में भारत को पहली बार बार एथलेटिक्स का गोल्ड मेडल दिलाने वाले नीरज चोपड़ा जैसे चैंपियन अगर दर्शक दीघा में बैठकर युवा लड़कियों की हौसला अफजाई कर रहे थे। उस समय शायद उन्हें इस बात का एहसास होगा कि अगर कप भारत की झोली में गिरता है तो ना सिर्फ महिला क्रिकेट बल्कि महिला खेलों को लेकर भारतीय मानसिकता में भी अभूतपूर्व क्रांति आ सकती है। ठीक वैसा ही जैसा कि चोपड़ा के जैवलीन थ्रो वाले गोल्ड के बाद अब गांव-गांव में भी बच्चा उनकी तरह बनना चाहता है।
महिला आईपीएल होगा शुरू
वैसे, मैदान के बाहर तो दुनिया के सबसे अमीर बोर्ड बीसीसीआई ने अपने युवा अध्यक्ष जय शाह की अगुवाई में पहले से ही बिगुल बजा दिया है। पहली शुरुआत हुई भारतीय पुरुष और महिला टीम के खिलाड़ियों की मैच फीस बराबर कर दी गयी। एक ही झटके में दशकों से चला आ रहा भेदभाव खत्म हो गया, जिसके चलते महिला क्रिकेट को एक अलग संवेग मिल चुका है। इसके बाद महिला प्रीमियर लीग (WPL) के प्रसारण अधिकार ने सारे आकलनों को धत्ता बताते हुए रिकॉर्ड तोड़ दिया। और फिर इसके बाद 5 आईपीएल टीमों ने अप्रत्याशित बोली लगाकर जब टीमें खरीदीं तो अब किसी को शायद इस बात का शक हो कि महिला क्रिकेट का भविष्य किसी भी तरह से उज्जवल नहीं है।
अगले महीने टी20 वर्ल्ड कप भी
इन सब के बाद भी अभी दो अहम पड़ाव बाकी हैं। सबसे पहला पड़ाव उसी साउथ अफ्रीका में अब से करीब दो हफ्ते के भीतर शुरु होने वाला है। अंडर-19 टीम के कोच और दो अहम खिलाड़ी सीनियर टीम का हिस्सा होंगे जहां पर टी20 वर्ल्ड कप खेला जायेगा। सीनियर टीम आज तक कभी भी वर्ल्ड चैंपियन नहीं बन पायी है। अगर इस बार अंडर 19 टी मकी कामयाबी को सीनियर टीम भी उसी अफ्रीकी जमीं पर दोहराने में कामयाब हो जाती है तो यकीन मानिये कि WPL अपने आप में आईपीएल से अलग और हटकर अपनी पहचान बनाने में भी सफल होगा।
वैसे, इसे महज इत्तेफाक ही कहा जा सकता है कि जब महेंद्र सिंह धोनी की टीम ने सितंबर 2007 में पहला टी20 वर्ल्ड कप जीता तो उसके बाद 2008 में पहले आईपीएल के आयोजन से भारतीय क्रिकेट के साथ साथ पूरी दुनिया की क्रिकेट की तस्वीर बदल गयी। इस बार अगर महिला टीम वर्ल्ड कप जीतती है तो उनके लिए बहुत ज़्यादा आराम करने का मौका नहीं होगा और सीधे मार्च के महीने में WPL में उन्हें खेलना होगा। लेकिन, उससे उन्हें बिल्कुल शिकायत नहीं होगी कि क्योंकि अब से कुछ ही दिनों बाद इन सारे खिलाड़ियों का भी ऑक्शन होगा, जिसमें उम्मीद है कि इन्हें भी इसका जबरदस्त आर्थिक लाभ मिलेगा। जूनियर खिलाड़ियों ने आगाज तो कर दिया है अब सीनियर्स को इस शानदार सीजन का अंत भी ट्रॉफी जीतकर करने की होगी।
अहमदाबाद: आईपीएल 2023 की शुरुआत गुजरात टाइटंस (Gujarat Titans) और चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) के बीच मुकाबले के साथ होगी। 31 मार्च को नरेंद्र मोदी स्टेडियम पर यह मुकाबला खेला जाएगा। इस मुकाबले से पहले ओपनिंग सेरेमनी का आयोजन भी किया जाएगा। महेंद्र सिंह धोनी करीब एक साल बाद एक बार फिर क्रिकेट के मैदान पर दिखेंगे। 2020 में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले चुके धोनी सिर्फ आईपीएल में ही खेलते हैं। दूसरी तरफ गुजरात टाइटंस ने डेब्यू सीज में ही धुरंधरों को मात देकर खिताब जीता था। वह एक बार फिर इस कारनामे को दोहराना चाहेगी।
टीम और समय
गुजरात टाइटंस बनाम चेन्नई सुपर किंग्स, 31 मार्च शाम 7.30 बजे से।
सीजन खेले
गुजरात टाइटंस: 01 चेन्नई सुपर किंग्स: 13
खिताब जीते
गुजरात टाइटंस: 01 चेन्नई सुपर किंग्स: 04
कप्तान
गुजरात टाइटंस: हार्दिक पंड्या चेन्नई सुपर किंग्स: महेंद्र सिंह धोनी
हेड कोच
गुजरात टाइटंस: आशीष नेहरा चेन्नई सुपर किंग्स: स्टीफेन फ्लेमिंग
इंडियन प्रीमियर लीग मैचों को और दिलचस्प बनाने के मकसद से लाए गए इस इंपैक्ट प्लेयर नियम के अंतर्गत एक बल्लेबाज या एक गेंदबाज को मैच की परिस्थिति के हिसाब से खेल के दौरान कभी भी बदला जा सकता है। इस नियम को लेकर सभी फ्रेंचाइजी काफी पॉजिटिव दिख रही है। आईपीएल 2023 के शुरू होने से तीन दिन पहले मुंबई इंडियंस की टीम के कप्तान रोहित शर्मा और कोच मार्क बाउचर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इंपैक्ट प्लेयर को सही बताया है और उनका मानना है कि इससे गेम में काफी बदलान होने वाला है।
मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ”मुझे आईपीएल में नया आईडिया और नया नियम पसंद है। (इंपैक्ट प्लेयर और टॉस के बाद प्लेइंग इलेवन में बदलाव)। मुझे पसंद है। हमारा पहला मैच रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ है। हम जानते हैं कि वो कैसे खेलते हैं। इसलिए हम उनके खिलाफ अपने बेस्ट 12 खिलाड़ियों को उतारेंगे।”
उन्होंने आगे कहा, ”हमारे मैच से पहले भी मुकाबले हैं, ऐसे में हम दूसरी टीमों की रणनीति भी देख सकेंगे और उसी हिसाब से इंपैक्ट प्लेयर का इस्तेमाल करेंगे।” रोहित का ये भी मानना है कि इस नियम के आने से ऑलराउंडर का महत्व कम नहीं होगा। रोहित ने कहा, ”इंपैक्ट प्लेयर से आप बल्लेबाज या गेंदबाज को जरूरत के हिसाब से शामिल कर सकते हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि ऑलराउंडर का रोल बदलेगा।”
वहीं मुंबई इंडियंस के मार्क बाउचर ने कहा, ”ये महत्वपूर्ण है कि नए नियम को ध्यान में रखते हुए सही फैसले लिए जाए।”
किसी भी मैच में टॉस के दौरान कप्तान को प्लेइंग इलेवन के साथ 4 ऐसे खिलाड़ियों के नाम देने होंगे, जिन्हें वह मैच के दौरान इस्तेमाल करना चाहता हो। इनमें से टीम किसी एक ही खिलाड़ी को बतौर सब्सटिट्यूट मौका दे सकती है। इंपैक्ट प्लेयर एक पारी के 14वें ओवर से पहले प्लेइंग इलेवन में किसी भी खिलाड़ी की जगह ले सकता है। कप्तान, मुख्य कोच और टीम मैनेजर को इम्पैक्ट प्लेयर को लाने के बारे में ऑन-फील्ड अधिकारियों या चौथे अंपायर को सूचित करना होगा।
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2023 महेंद्र सिंह धोनी के करियर का खिलाड़ी के तौर पर आखिरी सीजन हो सकता है और इसको लेकर लगातार चर्चा हो रही है, लेकिन रोहित शर्मा ऐसा बिल्कुल नहीं सोचते हैं।