क्रिकेट की दुनिया में एक कहावत मशहूर है: “खुशियाँ क्षणभंगुर होती हैं।” विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का ताज पहनकर दक्षिण अफ्रीका ने हाल ही में जो गौरव हासिल किया था, उसकी खुमारी अभी पूरी तरह उतरी भी नहीं है कि अब उन्हें एक नए युद्ध की तैयारी करनी पड़ रही है। जी हाँ, `प्रोटीज` अब लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में पाकिस्तान के खिलाफ अपने नए डब्ल्यूटीसी चक्र का आगाज करने जा रहे हैं, और यह अभियान आसान नहीं होने वाला।
जीत का खुमार और नई चुनौती का दबाव
14 जून को लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर ऑस्ट्रेलिया को हराकर विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का खिताब जीतना, दक्षिण अफ्रीका के लिए एक सपने जैसा था। करीब 13 साल बाद किसी बड़े आईसीसी टूर्नामेंट में पुरुष या महिला वर्ग में यह उनकी पहली बड़ी जीत थी। टीम और उसके प्रशंसकों के लिए यह एक जबरदस्त खुशी का पल था। लेकिन जैसा कि अनुभवी खिलाड़ी वर्नन फिलेंडर ने कभी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था, “आप जीवन भर मौज नहीं कर सकते।” क्रिकेट का यही नियम है – एक जीत आपको आगे बढ़ने के लिए ऊर्जा देती है, लेकिन अतीत में जीने की इजाजत नहीं। अब समय आ गया है कि वे अपने नए खिताब का बचाव शुरू करें, और यह दबाव बिलकुल नया है। जैसा कि विकेटकीपर काइल वेरिन ने खुद स्वीकार किया है, “हम चैंपियन हैं, इसलिए एक नए तरह का दबाव है।”
लाहौर का रण, पाकिस्तान का घरेलू किला
दक्षिण अफ्रीकी टीम अब पाकिस्तान की धरती पर है, जहाँ 12 अक्टूबर से 16 अक्टूबर, 2025 तक पहला टेस्ट खेला जाएगा। लाहौर का गद्दाफी स्टेडियम इस हाई-वोल्टेज मुकाबले का गवाह बनेगा। पाकिस्तान, अपनी घरेलू परिस्थितियों में हमेशा से एक मजबूत टीम रही है। हालांकि, उन्हें इस प्रारूप में खेले हुए काफी समय हो गया है। जनवरी में वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट खेलने के बाद से उन्होंने कोई टेस्ट नहीं खेला है। ऐसे में, उन्हें शायद `मसल मेमोरी` पर ही भरोसा करना होगा।
टीमों में बदलाव और नई रणनीति
डब्ल्यूटीसी फाइनल जीतने वाली टीम में दक्षिण अफ्रीका को कुछ बदलावों के साथ मैदान पर उतरना होगा। कप्तान टेम्बा बावुमा पिंडली की समस्या के कारण बाहर हैं, और उनकी जगह एडेन मार्कराम टीम की कमान संभालेंगे। स्पिनर केशव महाराज भी ग्रोइन की चोट के कारण पहला टेस्ट नहीं खेल पाएंगे, हालांकि उम्मीद है कि वह दूसरे टेस्ट तक फिट हो जाएंगे। तेज गेंदबाज लुंगी एनगिडी को पिच की संभावित परिस्थितियों के अनुकूल न मानते हुए टीम से बाहर रखा गया है। उनकी जगह साइमन हार्मर जैसे अनुभवी स्पिनर को टीम में शामिल किया गया है, जिन्होंने मार्च 2023 के बाद कोई टेस्ट नहीं खेला है। यह दिखाता है कि दक्षिण अफ्रीकी टीम लाहौर की धीमी और स्पिन-अनुकूल पिच के लिए कितनी गंभीर है।
दक्षिण अफ्रीका की संभावित प्लेइंग XI:
- एडेन मार्कराम (कप्तान)
- रयान रिकेल्टन
- वियान मुल्डर
- ट्रिस्टन स्टब्स
- डेविड बेडिंगहम
- कॉर्बिन बॉश
- काइल वेरिन
- मार्को जानसन
- सेनुरन मुथुसामी
- साइमन हार्मर
- कागिसो रबाडा
पाकिस्तान की संभावित प्लेइंग XI:
पाकिस्तान भी अपनी रणनीति में बदलाव कर सकता है। अनुभवी 38 वर्षीय आसिफ अफरीदी को बिना कैप के टीम में शामिल किया जा सकता है, जो नोमान अली की जगह ले सकते हैं (जो उनसे भी एक साल बड़े हैं)। टीम अपनी घरेलू परिस्थितियों का पूरा फायदा उठाना चाहेगी।
- शान मसूद (कप्तान)
- अब्दुल्ला शफीक
- बाबर आजम
- कामरान गुलाम
- सऊद शकील
- मोहम्मद रिजवान
- सलमान आगा
- साजिद खान
- अबरार अहमद
- खुर्रम शहजाद
- आसिफ अफरीदी
पिच रिपोर्ट: स्पिन या सीम?
लाहौर की पिच हमेशा से बल्लेबाजों और स्पिनरों के लिए मददगार मानी जाती है। हालांकि, पाकिस्तान के कोच अजहर महमूद ने दक्षिण अफ्रीकी टीम की चिंताओं को कम करने की कोशिश की है।
“यह पिच इंग्लैंड और वेस्टइंडीज सीरीज की तरह ज्यादा स्पिन नहीं करेगी। यह निश्चित रूप से स्पिन होगी, लेकिन मैच बढ़ने के साथ-साथ धीरे-धीरे,” महमूद ने कहा।
लाहौर ने मार्च 2022 के बाद से कोई टेस्ट मैच नहीं खेला है, जो कि पाकिस्तानियों द्वारा इंग्लैंड के खिलाफ अपनी पिचों को `ट्वीक` करने की रणनीति अपनाने से काफी पहले की बात है। इसका मतलब यह हो सकता है कि अब हमें थोड़ी अधिक संतुलित पिच देखने को मिले, लेकिन स्पिनरों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी, खासकर चौथे और पांचवें दिन। हालांकि, हवा की गुणवत्ता एक अनकहा `खिलाड़ी` बन सकती है, जो दोनों टीमों के प्रदर्शन पर असर डाल सकती है।
निष्कर्ष
दक्षिण अफ्रीका अपने `चैंपियन` टैग के साथ मैदान पर उतरेगा, जो सम्मान के साथ-साथ भारी दबाव भी लेकर आता है। वहीं, पाकिस्तान अपने घर में वापसी कर रहा है और अपने प्रशंसकों के सामने जीत हासिल करने के लिए बेताब होगा। यह सीरीज दोनों टीमों के लिए डब्ल्यूटीसी के अगले चक्र की शुरुआत के लिए एक महत्वपूर्ण टेस्ट होगी। क्या दक्षिण अफ्रीका अपनी जीत की लय जारी रख पाएगा, या पाकिस्तान अपने घरेलू किले में उन्हें रोक पाएगा? इसका जवाब तो गद्दाफी स्टेडियम की पिच ही देगी, लेकिन यह तय है कि क्रिकेट प्रेमियों को एक रोमांचक मुकाबला देखने को मिलेगा।