वॉशिंगटन : अमेरिका में चक्रवात इयान (Hurricane Ian) के फ्लोरिडा तट (Florida) से टकराने के बाद राज्य में आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, सोशल मीडिया पर कई ऐसे विडियो आए हैं जिसमें तूफानी हवाओं के बीच लोग जानमाल को बचाने के लिए जूझते दिख रहे हैं। तूफान की ताकत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मौसमकर्मी जिम कैंटोर चक्रवात की रिपोर्टिंग सड़क पर खड़े रहकर कर रहा था और इस दौरान हवाएं उसे लगभग उड़ाकर ले जाने वाली थीं मगर उसने किसी तरह खंभे की मदद से खुद को बचाया।
तूफान से कई निचले इलाकों में कई फीट तक पानी भर गया है। सोशल मीडिया पर फोर्ट मायर्स नाम के इलाके का एक विडियो वायरल है जिसमें सड़क पर शार्क तैरती दिख रही है। तेज हवाओं से एक अस्पताल की छत तक उड़ गई है। राष्ट्रपति जो बाइडन ने मदद के तौर पर भोजन, पानी और मेडिकल टीमें फ्लोरिडा रवाना की हैं। इयान कैटिगरी 4 का तूफान है जिसमें इसमें हवाएं 241 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हैं। इस कारण बिजली के ट्रांसफार्मर तक उड़ गए हैं।
बिना बिजली के 18 लाख लोग फ्लोरिडा राज्य की 18 लाख आबादी बिना बिजली के रहने को मजबूर है। इयान ने फ्लोरिडा पहुंचने से पहले अमेरिका के पड़ोसी देश क्यूबा में भी भारी तबाही मचाई थी। वहां दो लोगों की मौत हुई थी जबकि देश की बिजली की ग्रिड को ठप कर दिया था। फ्लोरिडा की ओर बढ़ने से पहले ‘इयान’ क्यूबा के पिनार डेल रियो प्रांत से टकराया और इसके प्रभाव से 205 किलोमीटर की गति से हवाएं चलीं। इससे द्वीपीय देश के विश्व प्रसिद्ध तंबाकू क्षेत्र में तंबाकू की खेती को काफी नुकसान हुआ।
Hurricane Ian: अमेरिका के फ्लोरिडा में चक्रवात से भारी तबाही, बिजली गुल होने से 25 लाख लोग अंधेरे में रहने को मजबूर तूफान का अगला पड़ाव साउथ कैरोलीना तूफान ‘इयान’ अमेरिका के फ्लोरिडा तक पहुंचने से पहले ही अति विकराल रूप लेकर श्रेणी चार के तूफान में तब्दील हो गया था। राष्ट्रीय चक्रवात केंद्र (एनएचसी) ने कहा कि इयान गुरुवार तड़के एक उष्णकटिबंधीय तूफान में तब्दील हो गया और बाद में दिन में कैनेडी अंतरिक्ष केंद्र के पास अटलांटिक जलक्षेत्र पर इसके तूफान के तौर पर उभरने की संभावना है। पूर्वानुमान जताया गया है कि चक्रवात का अगला पड़ाव अमेरिका के साउथ कैरोलीना में होगा।
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कारिगल जंग के जिम्मेदार थे मुशर्रफ
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का दुबई के अस्पताल निधन हो गया है। वे लंबे समय से बीमार थे। उन पर काफी लंबे समय से मुकदमा चल रहा था। राजद्रोह के मामले में उन्हें एक विशेष अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी। वे लंबे समय से पाकिस्तान से बाहर ही रह रहे थे। लेकिन पिछले कुछ अरसे से उनकी तबीयत खराब चल रही थी। ये विडंबना है कि वे पाकिस्तान के पहले ऐसे सैन्य शासक रहे, जिन्हें अब तक के इतिहास में मौत की सजा सुनाई गई थी।
भारत के खिलाफ कारगिल की जंग के लिए उन्हें कसूरवार माना जाता है। 1999 में जब कारगिल युद्ध हुआ, तब वे पाकिस्तान के सेना प्रमुख थे। ऐसा कहा जाता है कि उन्होंने करगिल युद्ध के बारे में तत्कालीन प्रधानमंत्री मियां नवाज शरीफ को भी अंधेरे में रखा था।
कारगिल जंग पर नवाज शरीफ को अंधेरे में रखा
नवाब शरीफ और तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री के बीच रिश्तों की बर्फ पिघल रही थी, अटलजी शांति की बस में सवार होकर लाहौर गए थे। लेकिन 1999 में जनरल परवेज मुशर्रफ ने सैन्य तख्तापलट करके नवाज शरीफ को सत्ता से बेदखल कर दिया। उस समय नवाज शरीफ को पता ही नहीं चला, क्योंकि वे श्रीलंका में थे। इसके बाद मुशर्रफ ने कारगिल युद्ध शुरू कर दिया। हालांकि भारत ने मुशर्रफ के इरादों को नेस्तनाबूत कर दिया और कारगिल पर जीत हासिल कर ली थी।
नवाज शरीफ को हटाकर परवेज मुशर्रफ ने संभाली थी कमान
जनरल परवेज मुशर्रफ श्रीलंका में थे तो नवाज शरीफ ने शक के आधार पर सेनाध्यक्ष के पद से हटा दिया। शरीफ ने मुशर्रफ के स्थान पर जनरल अजीज को चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बनाया। नवाज यहीं गलती कर बैठे और यह नहीं समझ पाए कि जनरल अजीज भी परवेज मुशर्रफ के ही वफादार हैं। आखिरकार शरीफ जिस सैन्य तख्तापलट की आशंका से घिरे थे वह हो ही गया।
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Pervez Musharraf Death: पाकिस्तान के सैन्य तानाशाह परवेज मुशर्रफ का दुबई में निधन हो गया है। मुशर्रफ करगिल युद्ध के वक्त पाकिस्तान के सैन्य प्रमुख थे। उन्होंने ही सरकार को बिना बताए इस युद्ध की प्लानिंग की थी। बाद में मुशरर्फ को देश निकाला दिया गया और वह दुबई में जाकर बस गए थे।
अमेरिका ने चीनी जासूसी गुब्बारे को लड़ाकू विमान से मार गिराया है। इस घटना को दक्षिण कैरोलिना के नजदीक अटलांटिक महासागर में अंजाम दिया गया। चीनी जासूसी गुब्बारे का मलबा सात वर्ग मील के इलाके में फैला है। इसे इकट्ठा करने के लिए अमेरिकी नौसेना के कई युद्धपोत उस इलाके में पहले से ही मौजूद हैं।