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VIDEO: पैराशूट ने दे दिया धोखा? प्लेन से कूदे सैनिकों का हाल देखकर सहम जाएंगे आप

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पैराशूट के सहारे नीचे उतरते नाइजीरियन पैराट्रूपर्स।

Highlights

  • सोशल मीडिया पर नाइजीरिया के पैराट्रूपर्स की प्रैक्टिस वायरल हो गई है।
  • अभी पता नहीं चल पाया है कि पैराट्रूपर्स लैंडिंग साइट से कैसे भटक गए।
  • कई यूजर्स पैराट्रूपर्स का मजाक उड़ा रहे हैं तो कई समर्थन में भी हैं।

Nigeria Paratroopers Video: नाइजीरिया की राजधानी अबुजा में कथित तौर पर नाइजीरियाई पैराट्रूपर्स का एक वीडियो सोशल मीडिया में खूब छाया हुआ है। इस वीडियो में नाइजीरियाई सेना के पैराट्रूपर्स पैराशूट से धीरे-धीरे जमीन पर उतरते नजर आ रहे हैं, लेकिन अधिकांश की लैंडिंग कुछ अच्छी नजर नहीं आ रही। वीडियो को देखकर कुछ लोग जहां नाइजीरियाई पैराट्रूपर्स के पैराशूट की डिजाइन पर सवाल उठा रहे हैं, तो कुछ लोग कह रहे हैं कि सैनिक ही अच्छी तरह ट्रेंड नहीं हैं। हकीकत जो भी हो, लेकिन इस घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर नजर आ रहे हैं।

स्वतंत्रता दिवस की तैयारी कर रहे हैं पैराट्रूपर्स

रिपोर्ट्स के मुताबिक, नाइजीरियाई सेना के ये पैराट्रूपर्स एक अक्टूबर को देश के स्वतंत्रता दिवस की तैयारी में लगे हुए हैं और इसी लिए पैराजंपिंग की प्रैक्टिस कर रहे हैं। इन पैराट्रूपर्स ने एक C130 हरक्यूलिस विमान से छलांग मारी लेकिन इसी दौरान न जाने ऐसा क्या हुआ कि वे तय की गई लैंडिंग साइट पर लैंड नहीं कर सके। उनमें से कुछ पैराट्रूपर्स गाड़ियों के बीच गिरते नजर आए तो कोई पेड़ पर जाकर टंग गया। पैराट्रूपर्स के यूं सड़क पर, पेड़ों पर और बिलबोर्ड्स पर गिरने का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। सभी के मन में एक ही सवाल है कि आखिर पैराट्रूपर्स क्यों पैराशूट को कंट्रोल नहीं कर पाए।

‘रूस की ट्रेनिंग की वजह से हुआ ऐसा’
कई लोग पैराट्रूपर्स के यूं इधर-उधर लैंड होने को लेकर मौज लेते भी दिखाई दिए। एक यूजर ने सोशल मीडिया पर लिखा कि यह सब रूस से ट्रेनिंग लेने का नतीजा है। किसी ने कहा कि जवानों ने ट्रेनिंग में ज्यादा ध्यान नहीं लगाया था इसीलिए ऐसा हुआ। हालांकि कुछ लोगों ने जवानों की तारीफ भी की और कहा कि उन्होंने लैंड होने के दौरान किसी आम आदमी को चोट नहीं पहुंचाई और हालात को काफी अच्छी तरह से संभाला। एक जवान पैराशूट से कार पर लैंड करता हुआ दिख रहा है ताकि किसी को चोट न लगे।

लगातार प्रैक्टिस कर रहे हैं नाइजीरियाई पैराट्रूपर्स
बताया जा रहा है कि एक अक्टूबर को स्वतंत्रता दिवस समारोह के मौके पर करतब दिखाने के लिए पैराट्रूपर्स जी-तोड़ कोशिश कर रहे हैं और पूरी तरह प्रैक्टिस में लगे हुए हैं। बीगीगल्स ब्लॉग नाम के एक ट्विटर हैंडल के मुताबिक, नाइजीरियन एयरफोर्स के जवानों ने 26 तारीख को भी प्रैक्टिस की थी और उस दौरान सब कुछ सही गया था। कुछ और लोगों ने भी लाइव विजुअल्स ट्वीट किए थे जिसमें तारीख 26 सितंबर ही बताई गई है। हालांकि अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि उनमें से कुछ पैराट्रूपर्स अपनी लैंडिंग साइट से भटक कैसे गए थे।

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उड़द, तुअर समेत खरीफ फसलों की MSP बढ़ाने को कैबिनेट की मंजूरी

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उड़द, तुअर समेत खरीफ फसलों की MSP बढ़ाने को नरेंद्र मोदी सरकार की कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है. सरकार ने मूंग दाल का समर्थन मूल्य सबसे ज्यादा 10 प्रतिशत बढ़ाया है. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने फैसले के बाद मीडिया को बताया कि कम महंगाई में सरकार ने किसानों के हित में यह फैसला लिया है. गोयल ने कहा कि महंगाई को नियंत्रित करना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्राथमिकता रही है. दुनिया के कई देशों में खाद्यान्न पदार्थों की महंगाई 30% से 40% तक बढ़ी लेकिन भारत में महंगाई नियंत्रण में रही, बहुत कम समय के लिए बढ़ी.

2183 रुपया क्विंटल धान की एमएसपी की गई है. ज्वार की एमएसपी 3180 रुपये प्रति क्विंटल की गई है. ए ग्रेड का धान 2203 रुपये प्रति  क्विंटल किया गया है. 

बता दें कि धान (सामान्य) के लिए एमएसपी रुपये से बढ़ाया गया है. 2040 प्रति क्विंटल से 2183 रुपये प्रति  क्विंटल कर  दिया गया है. इससे जाहिर है कि  143 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई है. साथ ही धान (ग्रेड ए) के लिए एमएसपी भी बढ़ा दिया गया है. यह 2060 रुपये प्रति क्विंटल से 2203 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है. यहां पर 143 प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई है. 

विपणन सीजन 2023-24 के लिए खरीफ फसलों के लिए एमएसपी में वृद्धि केंद्रीय बजट 2018-19 की अखिल भारतीय भारित औसत उत्पादन लागत के कम से कम 1.5 गुना के स्तर पर एमएसपी तय करने की घोषणा के अनुरूप है. यानी सरकार का कहना है कि यह कदम 2018-19 के बजट में की गई घोषणा के अनुरूप किसानों से किया गया वादा पूरा किया जा रहा है. यह किसानों को उचित पारिश्रमिक देने की दिशा में एक कदम है.

बाजरा (82%) के बाद तुअर (58%), सोयाबीन (52%) और उड़द (51%) के मामले में किसानों को उनकी उत्पादन लागत पर अपेक्षित मार्जिन सबसे अधिक होने का अनुमान है. बाकी फसलों के लिए, किसानों को उनकी उत्पादन लागत पर मार्जिन कम से कम 50% होने का अनुमान है.

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सरकार ने किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया है. बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार वित्तीय वर्ष 2023-24 के खरीफ सीजन की फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर बढ़ोत्तरी होगी.

बता दें कि एमएसपी देश में किसानों को उनकी उपज के न्यूनतम मूल्य की गारंटी देती है. यह क‍िसानों के लिए एक फसलों की सुरक्षा की गारंटी के समान है. माना जाता है कि इससे देश में सरकार किसानों की आय में बढ़ोतरी भी करने की दिशा में कदम उठाती है. 

गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने तीन दालों तुअर, उड़द और मसूर के लिए फसल वर्ष 2023-24 (जुलाई-जून) में मूल्य समर्थन योजना (पीएसएस) के तहत 40 प्रतिशत खरीद की सीमा हटा दी है. सरकार ने यह कदम घरेलू उत्पादन बढ़ाने के लिए उठाया है. खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने कहा है कि इस साल किसान पीएसएस के तहत कितनी भी मात्रा में अपनी तुअर, उड़द और मसूर की उपज को बेच पाएंगे.

मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘‘सरकार द्वारा लाभकारी मूल्य पर इन दलहनों की निश्चित खरीद से किसान आगामी खरीफ और रबी सत्रों में तुअर, उड़द और मसूर के लिए बुवाई क्षेत्र बढ़ाने को प्रोत्साहित होंगे.‘‘

पीएसएस तभी लागू होता है जबकि कृषि उत्पादों का दाम न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नीचे आता है. मंत्रालय ने राज्य सरकारों को भी निर्देश दिया है कि वे तुअर और उड़द के मामले में स्टॉक सीमा का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करें और उनकी कीमतों पर निगाह रखें.



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WTC फाइनल के लिए टीम इंडिया की प्लेइंग 11 आई सामने, रोहित ने नंबर-1 खिलाड़ी को किया बाहर

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World Test Championship final

WTC Final 2023: वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में आज टीम इंडिया के सामने ऑस्ट्रेलियाई टीम है। ये मैच लंदन के द ओवल स्टेडियम में खेला जा रहा है। इस मुकाबले में पहले टॉस जीतकर भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने पहले गेंदबाजी का फैसला किया। इस मैच से पहले सभी को टीम इंडिया की प्लेइंग 11 का इंतजार था। कप्तान रोहित शर्मा ने इस बात का खुलासा टॉस के वक्त कर दिया।

टीम में इन बल्लेबाजों को मिली जगह

टीम के लिए ओपनिंग करने की जिम्मेदारी शुभमन गिल और कप्तान रोहित शर्मा उठाएंगे। यही दो खिलाड़ी पिछली बार भी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी खेलने उतरे थे। वहीं नंबर 3 पर चेतेश्वर पुजारा उतरेंगे। इसके अलावा नंबर 4 पर विराट कोहली की बारी आएगी।

मिडिल ऑर्डर में रहाणे 

वहीं टीम इंडिया के मिडिल ऑर्डर में अजिंक्य रहाणे को जगह मिली है। रहाणे करीब एक साल से ज्यादा के बाद टीम में वापसी कर रहे हैं। विकेटकीपर के तौर पर केएस भरत को मौका मिला है। ईशान किशन को डेब्यू का मौका नहीं मिला है। इसके अलावा इकलौते स्पिनर के तौर पर रवींद्र जडेजा खेल रहे हैं। वहीं रोहित ने दुनिया के नंबर एक टेस्ट गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन को बाहर कर दिया है। 

टीम में चार तेज गेंदबाज

टीम इंडिया में चार तेज गेंदबाजों के रूप में शार्दुल ठाकुर, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज और उमेश यादव को चुना गया है। वहीं जयदेव उनादकट को मौका नहीं मिल पाया।

दोनों टीमों की प्लेइंग इलेवन: 

भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, रवींद्र जडेजा, केएस भरत (विकेटकीपर), शार्दुल ठाकुर, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, उमेश यादव।

ऑस्ट्रेलिया: पैट कमिंस (कप्तान), एलेक्स केरी (विकेटकीपर), कैमरन ग्रीन, ट्रैविस हेड, उस्मान ख्वाजा, मार्नस लाबुशेन, नाथन लायन, स्टीव स्मिथ (उपकप्तान), मिचेल स्टार्क, डेविड वॉर्नर, स्कॉट बोलैंड।

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‘सिखों में मूर्ति पूजा वर्जित है’, पटना के शॉपिंग मॉल में गुरु गोबिंद सिंह की मूर्ति लगाने पर विवाद

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सिख धार्मिक नेताओं का कहना है कि उनके धर्म में मूर्ति पूजा वर्जित है फिर किस हैसियत से मॉल में गुरु साहिब की मूर्ति स्थापित की गई। उन्होंने सरकार से मॉल मालिकों के खिलाफ सख्त एक्शन की अपील की है।



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