क्या वीडियो गेम सिर्फ़ मनोरंजन का ज़रिया हैं, या वे हमारी दुनिया और इतिहास को समझने में भी मदद कर सकते हैं? अमेरिका का एक विश्वविद्यालय इस सवाल का जवाब `हाँ` में दे रहा है, और वह भी एक ऐसे गेम के साथ जो हमेशा सुर्खियों में रहा है!
जी.टी.ए. और अमेरिकी इतिहास का अनूठा संगम
शिक्षा के क्षेत्र में नए प्रयोगों की कोई कमी नहीं है, लेकिन अमेरिकी कॉलेज में जो होने जा रहा है, वह निश्चित रूप से कई लोगों को हैरान कर देगा। टेनिसि विश्वविद्यालय, नॉक्सविल में छात्र अब एक ऐसे अभिनव पाठ्यक्रम में दाखिला ले सकते हैं, जहाँ अमेरिकी इतिहास को समझने के लिए कुख्यात वीडियो गेम सीरीज़ ग्रैंड थेफ्ट ऑटो (जी.टी.ए.) का इस्तेमाल किया जाएगा। इस कोर्स का नाम है “ग्रैंड थेफ्ट अमेरिका: 1980 के बाद से जी.टी.ए. वीडियो गेम्स के माध्यम से अमेरिकी इतिहास”। जनवरी से शुरू होने वाले इस पाठ्यक्रम को प्रोफेसर टोर ओल्सन पढ़ाएंगे, जिनका अटूट विश्वास है कि लोकप्रिय वीडियो गेम्स वास्तविक दुनिया के बारे में हमारी धारणाओं और विचारों को गहराई से आकार दे सकते हैं।
शुरुआत में, इस पाठ्यक्रम में बहुप्रतीक्षित जी.टी.ए. 6 को भी शामिल करने की योजना थी, जो 2026 में रिलीज़ होने वाला है। हालाँकि, गेम की रिलीज़ डेट में अप्रत्याशित देरी के कारण, फिलहाल इसे पाठ्यक्रम में शामिल नहीं किया जा सकेगा। प्रोफेसर ओल्सन स्पष्ट करते हैं कि यह कक्षा गेम्स के तकनीकी पहलुओं या मनोरंजन पर केंद्रित नहीं है, बल्कि इसका मुख्य उद्देश्य अमेरिकी इतिहास की जटिलताओं को सुलझाना है। उनका लक्ष्य छात्रों को इन गेम्स और आधुनिक अमेरिका को एक नए दृष्टिकोण से देखने के लिए प्रेरित करना है – एक ऐसा दृष्टिकोण जो शायद कक्षाओं की दीवारों के भीतर विकसित नहीं हो पाता।
“सैन एंड्रियास” और एल.ए. दंगे: एक शक्तिशाली शिक्षण उपकरण
इस पाठ्यक्रम का एक प्रमुख और बेहद प्रासंगिक हिस्सा जी.टी.ए. सीरीज़ का आइकॉनिक गेम जी.टी.ए.: सैन एंड्रियास होगा। प्रोफेसर ओल्सन सैन एंड्रियास को एक असाधारण शिक्षण उपकरण मानते हैं, खासकर 1992 के एल.ए. दंगों की पृष्ठभूमि, कारणों और परिणामों को समझाने के लिए। यह गेम, जो काल्पनिक लॉस एंजिल्स (लॉस सैंटोस) में सेट है, 1992 के अप्रैल और मई में हुए एल.ए. दंगों का एक स्पष्ट और प्रभावशाली संकेत देता है। ये दंगे अमेरिकी समकालीन इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण और अक्सर गलत समझे जाने वाले मोड़ों में से एक थे। प्रोफेसर ओल्सन का कहना है कि इस हिंसक उथल-पुथल के मूल और इसके गहरे अर्थ को समझना उनकी कक्षा का एक प्रमुख लक्ष्य है।
यह वास्तव में विडंबनापूर्ण है कि एक ऐसा गेम, जिसमें अक्सर अराजकता, अपराध और कानून का उल्लंघन होता है, अब समाज के सबसे जटिल और संवेदनशील ऐतिहासिक क्षणों में से एक को उजागर करने का माध्यम बन रहा है। यह दर्शाता है कि शिक्षा के क्षेत्र में कितने नए और अपरंपरागत रास्ते खोजे जा रहे हैं, और कैसे डिजिटल माध्यमों का उपयोग गंभीर शैक्षणिक उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है।
गेमिंग: सिर्फ़ मनोरंजन नहीं, बल्कि शिक्षा का एक नया आयाम
यह पहली बार नहीं है जब प्रोफेसर ओल्सन ने इतिहास पढ़ाने के लिए किसी लोकप्रिय गेम फ्रैंचाइज़ी का उपयोग किया है। इससे पहले, उन्होंने 1899-1911 के बीच अमेरिकी इतिहास की अवधि को समझाने के लिए रेड डेड रिडेम्पशन सीरीज़ का सफलतापूर्वक सहारा लिया था। यह अभिनव दृष्टिकोण छात्रों को अकादमिक सामग्री से जुड़ने का एक नया और प्रभावी तरीका प्रदान करता है, जिससे पढ़ाई अधिक आकर्षक, प्रासंगिक और यादगार बन जाती है।
इस कोर्स की एक और विचारशील और महत्वपूर्ण बात यह है कि छात्रों को जी.टी.ए. गेम्स खरीदने या उन्हें व्यक्तिगत रूप से खेलने की आवश्यकता नहीं होगी। प्रोफेसर ओल्सन नहीं चाहते कि छात्रों पर कोई अतिरिक्त वित्तीय बोझ पड़े, इसलिए वे कक्षा के दौरान ही गेमप्ले के प्रासंगिक दृश्य और विश्लेषण प्रस्तुत करेंगे। यह पहल शिक्षा को सभी के लिए सुलभ और समान बनाने के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यह दिखाता है कि तकनीक का उपयोग सीखने को लोकतांत्रिक बनाने के लिए भी किया जा सकता है।
भविष्य की शिक्षा और जी.टी.ए. 6 का व्यापक प्रभाव
यह कोर्स शिक्षा में वीडियो गेम्स के बढ़ते और निर्विवाद महत्व को रेखांकित करता है। जैसे-जैसे जी.टी.ए. 6 के “इतिहास में सबसे बड़ा गेम लॉन्च” होने की उम्मीद है, गेम्स का सांस्कृतिक प्रभाव और भी गहरा होगा। उद्योग विशेषज्ञ भी मानते हैं कि जी.टी.ए. 6 गेम उद्योग के लिए अब तक की सबसे महत्वपूर्ण रिलीज़ हो सकती है, जो न केवल मनोरंजन, बल्कि सांस्कृतिक संवाद और समझ के नए रास्ते खोलेगी। ऐसे में, यह देखना रोमांचक है कि शैक्षणिक संस्थान इस विशाल सांस्कृतिक घटना को कैसे आत्मसात कर रहे हैं और इसे सीखने के नए, प्रभावी और अनूठे अनुभवों में बदल रहे हैं।
निश्चित रूप से, यह सिर्फ़ एक कोर्स नहीं, बल्कि शिक्षा के भविष्य की एक झलक है – एक ऐसा भविष्य जहाँ आभासी दुनिया न केवल पलायनवाद का, बल्कि वास्तविक दुनिया की जटिलताओं और ऐतिहासिक संदर्भों को गहरा करने का एक शक्तिशाली उपकरण बन सकती है। कौन जानता है, शायद भविष्य में इतिहास के हर अध्याय को किसी गेम के माध्यम से पढ़ाया जाए, और बच्चे किताबों से नहीं, बल्कि गेमपैड से इतिहास का सफ़र तय करें!