श्रीलंका क्रिकेट टीम को बांग्लादेश के खिलाफ आगामी तीन मैचों की टी20 अंतर्राष्ट्रीय सीरीज से पहले एक बड़ा झटका लगा है। टीम के प्रमुख लेग स्पिनर और टी20 फॉर्मेट के स्टार ऑलराउंडर वानिंदु हसरंगा चोट के कारण पूरी सीरीज से बाहर हो गए हैं।
हसरंगा को यह चोट हाल ही में संपन्न हुई तीन मैचों की वनडे सीरीज के आखिरी मुकाबले में बल्लेबाजी के दौरान दाहिने पैर की मांसपेशियों में लगी थी। यह वही वनडे सीरीज थी जिसे श्रीलंका ने 2-1 से अपने नाम किया था।
टीम के कप्तान चरिथ असलंका ने हसरंगा के बाहर होने की खबर की पुष्टि की और बताया कि उनकी जगह टीम में जेफरी वांडरसे को शामिल किया गया है। असलंका ने हसरंगा के महत्व पर जोर देते हुए कहा:
`हसरंगा का बाहर होना हमारे लिए एक बहुत बड़ा नुकसान है। वह व्हाइट-बॉल क्रिकेट में हमारे सुपरस्टार हैं।`
अच्छी खबर यह है कि टी20 सेटअप में दासुन शनाका और चमिका करुणारत्ने की वापसी हुई है, जिससे टीम को मजबूती मिलेगी। असलंका ने बताया कि शनाका एक लचीले (flexible) बल्लेबाजी ऑलराउंडर की भूमिका निभाएंगे और स्थिति के अनुसार शायद नंबर छह पर बल्लेबाजी कर सकते हैं, जबकि चमिका करुणारत्ने नंबर सात पर गेंदबाजी ऑलराउंडर के तौर पर टीम के निचले क्रम को गहराई देंगे।
असलंका ने दोनों खिलाड़ियों की भूमिका पर स्पष्टता देते हुए कहा:
`हम दासुन और चमिका से ऑलराउंड जिम्मेदारियों को संभालने की उम्मीद करते हैं। दासुन की भूमिका स्थिति के आधार पर बदल सकती है, जबकि चमिका हमारे निचले-मध्य क्रम में गहराई जोड़ेंगे।`
कप्तान ने टीम के दीर्घकालिक लक्ष्य पर भी बात की, जो टी20 रैंकिंग में शीर्ष पांच में जगह बनाना है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि निरंतरता और टीम संतुलन अभी भी एक ऐसी प्रक्रिया है जिस पर काम चल रहा है।
`जब हमने शुरुआत की थी, हमने टी20 रैंकिंग में पांचवें स्थान तक पहुंचने का लक्ष्य रखा था। यह एक प्रक्रिया है, और निरंतरता ही सफलता की कुंजी है। हम अभी भी अपनी सर्वश्रेष्ठ संयोजन को अंतिम रूप देने और महत्वपूर्ण स्थानों के लिए सही खिलाड़ियों की पहचान करने पर काम कर रहे हैं।`
असलंका ने बांग्लादेश को भी एक प्रतिस्पर्धी टीम माना, जिसमें श्रीलंका की तरह ही अनुभव के मामले में कुछ कमी हो सकती है। उन्होंने एक कड़े मुकाबले की उम्मीद जताई और पिच को बल्लेबाजी के लिए अच्छा बताया।
`बांग्लादेश एक अच्छी टी20 टीम है, लेकिन हमारी तरह ही, उनमें कुछ क्षेत्रों में अनुभव की कमी है। यह एक मुश्किल सीरीज होने वाली है। पिच बल्लेबाजी के लिए अच्छी लग रही है, और मुझे विश्वास है कि अगर हम अपनी योजनाओं को सही तरीके से लागू करें तो हम 180 से ऊपर का स्कोर बना सकते हैं।`
लिटन दास का फोकस टी20 पर
इस बीच, बांग्लादेश के टी20 कप्तान लिटन दास ने हालिया वनडे सीरीज में मिली 1-2 की हार को ज्यादा तूल न देते हुए कहा कि हर फॉर्मेट अलग होता है और उनका पूरा ध्यान अब टी20 क्रिकेट पर है।
`टी20 एक अलग फॉर्मेट है। टेस्ट अलग हैं। वनडे अलग हैं। हम सभी जानते हैं कि टी20 क्रिकेट कैसे खेला जाता है, और मेरा ध्यान इसी पर रहेगा,` लिटन ने कहा।
लिटन ने यह भी स्वीकार किया कि वनडे में उनका प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा, जिसकी वजह से उन्हें बेंच पर बैठना पड़ा। लेकिन उन्होंने इस समय का उपयोग टी20 मैचों के लिए तैयारी करने में किया और अब आगामी मैचों में उस तैयारी का लाभ उठाने की उम्मीद कर रहे हैं।
`देखिए, मैंने अच्छा वनडे क्रिकेट नहीं खेला, और इसीलिए मैं बेंच पर था। उस दौरान, मैंने टी20 के लिए अभ्यास करने की कोशिश की, और मैं उस तैयारी का उपयोग मैचों में करने की कोशिश करूंगा,` लिटन ने कहा।
कुल मिलाकर, यह सीरीज दोनों टीमों के लिए अपनी टी20 तैयारियों और संतुलन को परखने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। वानिंदु हसरंगा की चोट श्रीलंका के लिए निश्चित रूप से एक बड़ी चुनौती पेश करती है, जो उनके आक्रमण और बल्लेबाजी क्रम दोनों को प्रभावित करेगी। हालांकि, दासुन शनाका और चमिका करुणारत्ने जैसे अनुभवी खिलाड़ियों की वापसी टीम के लिए राहत की सांस हो सकती है। वहीं, बांग्लादेश भी पिछले प्रदर्शन को भुलाकर नए फॉर्मेट में मजबूत वापसी करने के लिए कमर कस चुका है। देखना दिलचस्प होगा कि कौन सी टीम इस सीरीज में बेहतर रणनीति और निष्पादन के साथ मैदान पर उतरती है।