हाल के दिनों में, हॉलीवुड की दुनिया में एक अजीबोगरीब ट्रेंड ने सुर्खियाँ बटोरी हैं: सेलिब्रिटीज अपने प्रशंसकों के लिए ऐसे उत्पाद लॉन्च कर रहे हैं, जिनकी कल्पना करना भी मुश्किल है। इनमें सबसे ताज़ा और चर्चित नाम है अभिनेत्री सिडनी स्वीनी और उनका “बाथवाटर” साबुन। सुनने में थोड़ा अजीब लगता है, है ना? लेकिन यही इस कहानी का सबसे दिलचस्प पहलू है।
जब `बाथवाटर` बना हॉट प्रोडक्ट
एक्ट्रेस सिडनी स्वीनी, जिन्हें `यूफोरिया` और `अमेरिकना` जैसी फ़िल्मों से पहचान मिली है, ने हाल ही में अपने ब्रांड `सिडनीज़ बाथवाटर ब्लिस` के तहत एक साबुन पेश किया। 29 मई को इसकी घोषणा हुई और 6 जून को इसकी बिक्री शुरू होते ही, चंद सेकंडों में सारा स्टॉक बिक गया। यह न केवल उनकी लोकप्रियता का प्रमाण है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि आज के डिजिटल युग में सेलिब्रिटी मार्केटिंग किस हद तक जा सकती है।
हालांकि, इस साबुन ने केवल बिक्री के रिकॉर्ड ही नहीं तोड़े, बल्कि विवादों का एक नया बवंडर भी खड़ा कर दिया। इस उत्पाद की आलोचना करने वाले लोगों में ज़्यादातर लड़कियाँ थीं। सिडनी ने खुद इस पर टिप्पणी करते हुए कहा:
“टिप्पणियाँ ज़्यादातर लड़कियों की थीं, जो काफ़ी मज़ेदार है। जैकब एलॉर्डी के बाथटब के पानी वाले आइडिया को उन्होंने बहुत पसंद किया था।”
यहाँ सिडनी का इशारा फिल्म `सॉल्टबर्न` के प्रचार अभियान के दौरान बेची गई `जैकब एलॉर्डीज़ बाथवाटर` मोमबत्तियों की ओर था। यह दिखाता है कि इस तरह के ‘विचित्र’ उत्पाद अब कोई इक्का-दुक्का घटना नहीं, बल्कि एक उभरता हुआ ट्रेंड है।
सेलिब्रिटी मार्केटिंग की बदलती दुनिया
यह घटना सिर्फ़ एक साबुन के बिकने की कहानी नहीं है, बल्कि यह इस बात का प्रतीक है कि सेलिब्रिटी मार्केटिंग कैसे विकसित हो रही है। अब यह केवल बड़े ब्रांड्स के लिए चेहरा बनने तक सीमित नहीं रहा। सेलिब्रिटीज अपने व्यक्तिगत ब्रांड का इस्तेमाल ऐसे उत्पादों को बेचने के लिए कर रहे हैं, जो सीधे तौर पर उनकी छवि या यहां तक कि उनके `व्यक्तिगत स्थान` से जुड़े होते हैं। यह प्रशंसकों को अपने पसंदीदा सितारे के करीब महसूस कराने का एक तरीका है, भले ही वह साबुन के टुकड़े के माध्यम से ही क्यों न हो!
सोशल मीडिया और इंटरनेट ने इस प्रवृत्ति को और हवा दी है। एक छोटे से ट्वीट या इंस्टाग्राम पोस्ट से कोई भी उत्पाद रातोंरात वायरल हो सकता है। सिडनी स्वीनी का `बाथवाटर` साबुन इसका एक जीता जागता उदाहरण है। यह दर्शाता है कि कैसे विवाद या अजीबोगरीबी भी मार्केटिंग का एक शक्तिशाली टूल बन सकती है। जब कोई उत्पाद इतना हटकर होता है, तो लोग स्वाभाविक रूप से उसके बारे में बात करते हैं, भले ही वे उसे पसंद करें या नहीं। और यही `टॉकबिलिटी` आधुनिक मार्केटिंग की कुंजी है।
विवाद: दोधारी तलवार
हालांकि, यह सब हमेशा इतना सीधा नहीं होता। सेलिब्रिटी मार्केटिंग की तलवार दोधारी होती है। जहाँ एक ओर सिडनी का `बाथवाटर` साबुन बिकाऊ माल साबित हुआ, वहीं दूसरी ओर उन्हें अपनी एक और विज्ञापन अभियान के लिए भारी आलोचना झेलनी पड़ी। अमेरिकन ईगल ब्रांड के लिए एक जींस अभियान में, उन पर नस्लवाद, फैटशेमिंग और एबलिज्म (विकलांगों के प्रति भेदभाव) को बढ़ावा देने का आरोप लगा। कुछ उपयोगकर्ताओं ने तो इसे `नाज़ी प्रोपेगैंडा` तक कह डाला।
यह दिखाता है कि जहाँ प्रशंसक अपने पसंदीदा सितारे से जुड़ी हर चीज़ को गले लगा सकते हैं, वहीं वे किसी भी ग़लत संदेश या अनुचित ब्रांडिंग पर तीखी प्रतिक्रिया देने में भी पीछे नहीं हटते। सेलिब्रिटीज को अब पहले से कहीं ज़्यादा सावधान रहना पड़ता है कि वे अपने ब्रांड को कैसे पेश करते हैं और किन संदेशों का समर्थन करते हैं।
भविष्य की मार्केटिंग
सिडनी स्वीनी के `बाथवाटर` साबुन की कहानी हमें बताती है कि आज के बाज़ार में सफल होने के लिए क्रिएटिविटी, विवाद और प्रशंसक जुड़ाव का मिश्रण कितना महत्वपूर्ण है। यह सिर्फ़ उत्पादों की बिक्री के बारे में नहीं है, बल्कि एक कहानी बनाने, चर्चा को उत्तेजित करने और अपने दर्शकों के साथ एक भावनात्मक बंधन स्थापित करने के बारे में है। भविष्य की मार्केटिंग शायद और भी अपरंपरागत और व्यक्तिगत हो सकती है, जहाँ सेलिब्रिटीज अपने `व्यक्तिगत ब्रांड` को और भी नए और शायद, और भी अजीब तरीकों से भुनाने की कोशिश करेंगे। तो, अगली बार जब कोई हॉलीवुड सितारा अपने `पसीने` की बोतल बेचे, तो चौंकिएगा नहीं – यह बस मार्केटिंग के नए युग की एक और झलक होगी!