शतरंज के बिसात पर एक अनोखा संतुलन: मिलिए अवांडर लियांग से

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शतरंज की दुनिया में जहां हर चाल, हर निर्णय गहन एकाग्रता और अथक तैयारी की मांग करता है, वहीं कुछ खिलाड़ी ऐसे भी होते हैं जो इस खेल को एक अलग ही दृष्टिकोण से देखते हैं। अवांडर लियांग ऐसे ही एक ग्रैंडमास्टर हैं, जो न केवल अपनी चालों से, बल्कि जीवन और खेल के प्रति अपने अनोखे संतुलन से भी सुर्खियों में हैं।

एक ग्रैंडमास्टर, एक वित्तीय पेशेवर

जब शीर्ष शतरंज खिलाड़ियों की बात आती है, तो अक्सर उनका जीवन शतरंज के इर्द-गिर्द घूमता है। टूर्नामेंट के दौरान मीडिया से दूरी, गहन तैयारी और जीत का अथाह दबाव – यह सब उनके व्यक्तित्व का हिस्सा बन जाता है। लेकिन अवांडर लियांग इस आम धारणा को तोड़ते हैं। 22 वर्षीय यह अमेरिकी ग्रैंडमास्टर सिर्फ एक शतरंज खिलाड़ी ही नहीं, बल्कि एक सफल वित्तीय पेशेवर भी हैं। 2696 की प्रभावशाली ELO रेटिंग के बावजूद, लियांग के लिए शतरंज सब कुछ नहीं है; यह एक जुनून है जिसे वे जीवन के अन्य पहलुओं के साथ संतुलित करना चाहते हैं।

बचपन से ही एक शतरंज का सितारा

लियांग की शतरंज यात्रा बचपन से ही असाधारण रही है। 2011 में, केवल आठ साल की उम्र में, वे 2000 की रेटिंग हासिल करने वाले संयुक्त राज्य अमेरिका के सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने। 2015 में, उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मास्टर्स का खिताब जीता और फिर 2017 में, 14 साल की उम्र में ग्रैंडमास्टर बनकर एक और रिकॉर्ड तोड़ा। ऐसा लग रहा था कि वे शतरंज की दुनिया के शिखर की ओर तेजी से बढ़ रहे थे। उनकी प्रतिभा निर्विवाद थी, और भविष्य उज्ज्वल दिख रहा था।

मानसिक स्वास्थ्य और संतुलन की अहमियत

हालांकि, कुछ साल पहले लियांग के दृष्टिकोण में एक महत्वपूर्ण बदलाव आया। उन्होंने महसूस किया कि कुलीन स्तर तक पहुंचने की दौड़ में खुद को पूरी तरह से झोंक देना उनके मानसिक स्वास्थ्य पर भारी पड़ रहा था।

“शतरंज आपके जीवन का एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा है, लेकिन यह सब कुछ नहीं हो सकता, क्योंकि अन्यथा यह आपके दिन-प्रतिदिन के एहसास को प्रभावित करेगा। और यह… यह बहुत स्वस्थ नहीं है,” लियांग बताते हैं।

यह एक ऐसी सच्चाई है जिसे अक्सर उच्च-दबाव वाले वातावरण में नजरअंदाज कर दिया जाता है। लियांग ने फैसला किया कि वे इस दबाव के आगे नहीं झुकेंगे। वे अब शतरंज और जीवन के बीच सही संतुलन खोजने की कोशिश कर रहे हैं। उनका यह दृष्टिकोण उन्हें गुकेश डोम्मारुजु या आर. प्रज्ञानानंदा जैसे खिलाड़ियों से अलग करता है, जो टूर्नामेंट के दौरान मीडिया से दूर रहना पसंद करते हैं और अपनी तैयारी में पूरी तरह से लीन रहते हैं। लियांग आज भी स्थानीय ओपन गेम्स में खेलते हैं, जहां पुरस्कार राशि शायद केवल $100 हो सकती है। वे यह इसलिए करते हैं क्योंकि वे शतरंज से प्यार करते हैं, न कि सिर्फ खिताब या प्रसिद्धि के लिए।

चेन्नई ग्रैंड मास्टर्स 2025: सीखने का एक अद्भुत अनुभव

चेन्नई ग्रैंड मास्टर्स 2025 लियांग के लिए एक साल से अधिक समय में पहला बड़ा टूर्नामेंट है, और वे यहां होने से बेहद खुश हैं। उनकी मुस्कान और मज़ाक उनकी खुशी का प्रमाण हैं। इस टूर्नामेंट में उन्हें अर्जुन एरिगैसी, विंसेंट कीमर, अनीश गिरि और विदित गुजराती जैसे शीर्ष खिलाड़ियों के खिलाफ खेलने का मौका मिला है।

टूर्नामेंट से पहले मीडिया से बातचीत में, लियांग ने मज़ाक में कहा था कि वे अर्जुन एरिगैसी को कुछ रेटिंग पॉइंट दान करने के लिए यहां आए हैं, क्योंकि उनके एक दोस्त ने उन्हें बताया था कि अर्जुन की रेटिंग 2800 से नीचे गिर गई है। लेकिन भाग्य का खेल देखिए, उनका पहला गेम ही अर्जुन के खिलाफ था!

“आपको सावधान रहना चाहिए कि आप क्या चाहते हैं,” लियांग हंसते हुए कहते हैं, “कभी-कभी आपकी इच्छाएं आपकी उम्मीद से भी जल्दी पूरी हो जाती हैं।”

उस खेल में उन्होंने अच्छी शुरुआत की, लेकिन बाद में कुछ गलतियाँ कीं और 48 चालों के बाद हार मान ली। “ऐसा ही होता है,” लियांग कहते हैं, “वह बस थोड़ा बहुत अच्छे थे।”

वे बताते हैं कि शीर्ष खिलाड़ियों की तैयारी और उनकी अपनी तैयारी में यही अंतर है। लियांग ने अपने सभी खेलों में दिलचस्प शुरुआती विचार खोजे हैं, लेकिन वे मानते हैं कि शुरुआती चरणों के बाद की चालों के बारे में उन्हें पूरी तरह से निश्चितता नहीं होती, और यह “आप कितनी गहराई से तैयारी करते हैं” पर निर्भर करता है।

शीर्ष खिलाड़ियों को बोर्ड पर आमने-सामने देखना और उनसे बातचीत करना लियांग के लिए एक जबरदस्त सीखने का अनुभव रहा है। अर्जुन की तैयारी का स्तर और बोर्ड पर उनका ध्यान उनके लिए “आँखें खोलने वाला” था।

Awonder Liang playing Magnus Carlsen at 2024 FIDE World Rapid and Blitz Championships
2024 FIDE विश्व रैपिड और ब्लिट्ज चैंपियनशिप में मैग्नस कार्लसन के खिलाफ अवांडर लियांग। लेनार्ट ऊटेस/एफआईडीई

अगला कदम: जुनून से सफलता की ओर

तो लियांग के लिए अगला कदम क्या है? वे कहते हैं कि यह सिर्फ बुनियादी बातों से परे जाकर “अतिरिक्त मील” तय करना है। उनका मानना है कि वे उस तरह के खिलाड़ी हैं जो शतरंज से प्यार करते हैं और इसे मजेदार पाते हैं, लेकिन सफलता के लिए सिर्फ मजा लेना काफी नहीं है; इसके लिए वह सब कुछ करना होगा जो आवश्यक है।

लियांग शॉर्टकट में विश्वास नहीं करते। वे अपनी उम्र (अभी भी 22 वर्ष) का जिक्र करते हुए कहते हैं कि वे अभी भी सीखने की पूरी प्रक्रिया से गुजरना चाहते हैं। अर्जुन, कीमर और गिरि जैसे खिलाड़ियों के साथ बोर्ड पर समय बिताना और उनसे बातचीत करना उनके लिए एक अमूल्य अवसर है। वे इन खिलाड़ियों से प्रेरित हैं और उम्मीद करते हैं कि यह उनके शतरंज करियर के अगले चरण में उन्हें आगे बढ़ाएगा।

हालांकि, क्या यह कड़ी मेहनत अकेले ही काफी होगी? वे नहीं जानते। “हो सकता है कि वे इतने आगे हों कि उन्हें पकड़ना मेरे लिए बहुत मुश्किल होगा। जीवन के प्रति मेरा रवैया हमेशा यही रहा है कि आप अन्य चीजों को नियंत्रित नहीं कर सकते, है ना? इसलिए आपको बस खुद पर ध्यान केंद्रित करना होगा। और इसे करते हुए मजा लेना होगा,” वे कहते हैं।

चेन्नई ग्रैंड मास्टर्स 2025 में अवांडर लियांग जितना मजा शायद ही कोई और ले रहा हो। उनका यह अनूठा दृष्टिकोण न केवल शतरंज की दुनिया को एक नई प्रेरणा देता है, बल्कि हमें यह भी सिखाता है कि जुनून और जीवन के बीच संतुलन बनाए रखना कितना महत्वपूर्ण है।