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Russia Ukraine War: रूस के खिलाफ जंग में भारी पड़ा यूक्रेन का यह हथियार, पुतिन की सेना पर बरपा रहा कहर, जानें ताकत

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कीव: रूस-यूक्रेन युद्ध को शुरू हुए छह महीने से ऊपर हो चुके हैं। इसके बावजूद न तो रूस जीतता हुआ दिखाई दे रहा है और ना ही यूक्रेन। इसके बावजूद दोनों देशों की सेना पूर्वी यूक्रेन के कई इलाकों में एक दूसरे से जंग लड़ रही हैं। युद्ध की शुरुआत में रूस का पलड़ा भारी बताया जा रहा था, लेकिन अब यूक्रेन भी नाटो देशों के हथियारों के दम पर कड़ी टक्कर दे रहा है। एक दिन पहले ही यूक्रेनी सेना ने महीनों बाद अपने दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव के आसपास से रूसी सेना को पीछे खदेड़ दिया है। इतना ही नहीं, यूक्रेनी सेना ने लगभग छह महीने बाद इजियूम शहर पर दोबारा कब्जा भी जमा लिया है। इस युद्ध में यूक्रेनी सेना के एक हथियार की खूब चर्चा हो रही है, जिसने रूसी सैनिकों को पांव उखाड़ दिए हैं। इसका नाम है एम142 एचआईएमएआरएस। यह अमेरिका में निर्मित एक रॉकेट सिस्टम है, जिसके दम पर यूक्रेनी सेना दोबारा अपने इलाकों पर कब्जा जमा रही है।

यूक्रेनी प्रधानमंत्री ने HIMARS की जमकर की तारीफ
यूक्रेन के प्रधानमंत्री डेनिस शमीहाल ने भी अपने देश की सेना की सफलता पर खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि रिपोर्टों से पता चलता है कि अमेरिका निर्मित M142 हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम (HIMARS) और एंटी-रेडिएशन एयर-टू-ग्राउंड मिसाइलों सहित लंबी दूरी की तोपें दक्षिणी और पूर्वी यूक्रेन के युद्धक्षेत्रों पर विशेष रूप से प्रभावशाली रही हैं। उन्होंने कहा कि HIMARS का नाम अब यूक्रेन में सब लोग जानते हैं। इस सिस्टम ने रूसी सप्लाई चेन, सैन्य ठिकानों पर कहर बरपाया है। खारकीव और इजियूम में यूक्रेनी सेना को मिली बढ़त पर प्रधानमंत्री ने कहा कि “यह शुरुआत है, बहुत आशाजनक है। इस खबर से हमें संतुष्ट नहीं होना चाहिए। हमें कीमत का एहसास करना होगा। कीमत बहुत अधिक है।”

HIMARS के आगे एस-400 के फेल होने का दावा
इससे पहले यूक्रेन के आंतरिक मामलों के मंत्री के सलाहकार एंटोन गेराशचेंको ने दावा किया था कि रूसी S-400 मिसाइल सिस्टम HIMARS रॉकेट को इंटरसेप्ट नहीं कर सकते। गेराशचेंको ने अपने दावे में HIMARS रॉकेट के खिलाफ S-400 सिस्टम की विफलता का कोई सबूत नहीं दिया था। फिर भी, उन्होंने दावा किया था कि रूसी सेना, उनके गोला-बारूद और फ्यूल डिपो अमेरिकी हथियारों की शक्ति के आगे असुरक्षित हैं। गेराशचेंको के दावे से कुछ समय पहले, एक यूक्रेनी पोर्टल Censor.NET ने बताया था कि रूस का S-400 एक भी HIMARS रॉकेट को डोनबास, जापोरिज्जिया या खेरसॉन में इंटरसेप्ट नहीं कर सका। इस पोर्टल का दावा था कि डोनेट्स्क के खार्त्सिजक में एक रूसी सैन्य अड्डे पर हमले के दौरान HIMARS रॉकेट ने S-400 मिसाइल सिस्टम को भी नष्ट कर दिया।

कितना ताकतवर है HIMARS रॉकेट सिस्टम
M142 हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम (HIMARS) एक लाइट मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर है जिसे 1990 के दशक के अंत में अमेरिकी सेना के लिए विकसित किया गया था। इस रॉकेट सिस्टम को अमेरिकी सेना के M1140 ट्रक के ऊपर लगाया गया था। M142 में छह गाइडेड मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम रॉकेट, या दो प्रिसिजन स्ट्राइक मिसाइल या एक जमीन से जमीन पर मार करने वाली आर्मी टेक्टिकल मिसाइल लगी होती है। M142 HIMARS रॉकेट सिस्टम अमेरिकी सेना में 2010 से सर्विस में शामिल है। इस रॉकेट सिस्टम ने अफगानिस्तान युद्ध, सीरियाई गृहयुद्ध, इराकी गृहयुद्ध और यूक्रेन पर रूस के आक्रमण में अपनी ताकत का लोहा मनवाया है।



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Afghanistan के काबुल में दौदजई ट्रेड सेंटर के नजदीक जोरदार धमाका | News & Features Network

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Afghanistan काबुल में एक बड़ा धमाका हुआ है. यह विस्फोट काबुल में विदेश मंत्रालय रोड पर दौदजई ट्रेड सेंटर के नजदीक हुआ है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस धमाके में अब तक 6 लोगों की मौत हुई है और कई अन्य घायल हुए हैं. वहीं, अभी तक सरकार द्वारा इस धमाके पर कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया गया है.

प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि धमाका काफी तेज था और जमीन पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया. फिलहाल जांच एजेंसियां घटना की जांच में जुटी हैं. घायलों में बच्चे भी शामिल हैं. सामने आ रही जानकारी के मुताबिक, जिस इलाके में यह विस्फोट हुआ है, वहां कई सरकारी इमारतें और दूतावास स्थित हैं. विस्फोट का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है.

अभी तक इस हमले की किसी भी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन आशंका जताई जा रही है कि बम धमाके के पीछे आईएसआईएस-के (ISIS-K) का हाथ हो सकता है, जो काफी तेजी से Afghanistan में अपनी शक्ति का विस्तार कर रहा है. पिछले दिनों एक रिपोर्ट में कहा गया था कि अगस्त 2021 में अफगानिस्तान में सत्ता में लौटने के बाद से तालिबान ने इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत, जिसे आईएसआईएस-के भी कहा जाता है, उसे रोकने में बुरी तरह से नाकाम साबित हुआ है 

Afghanistan में लगातार हमले करने वाले इस्लामिक स्टेट समूह के सहयोगी संगठन को कंट्रोल करने में लगातार फेल नजर आया है. इस संगठन की शक्ति में अब इस कदर इजाफा होने लगा है कि संभावना व्यक्त की जा रही है, वो अब सिर्फ अफगानिस्तान तक ही सीमित नहीं रहने वाला है बल्कि अब अमेरिका और पश्चिमी देशों के लिए भी खतरा बन गया है.

इससे पहले आईएसआईएस-के ने 9 मार्च 2023 को इस्लामिक स्टेट समूह ने एक आत्मघाती बम विस्फोट की जिम्मेदारी ली थी. इस हमले में उत्तरी Afghanistan में बल्ख प्रांत के तालिबान गवर्नर मोहम्मद दाऊद मुजम्मिल समेत 2 लोगों को उड़ा दिया गया था. वहीं, 9 मार्च को हुए बम धमाके से ठीक पहले इस्लामिक स्टेट के लड़ाकों ने अफगानिस्तान के पश्चिमी हेरात प्रांत में जल आपूर्ति विभाग के प्रमुख को निशाना बनाकर हमला किया, जिसमें उसकी जान चली गई



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मुसीबत से घिरे इमरान खान को मिली राहत, पाकिस्तान की अदालत ने 7 मामलों में दी जमानत

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मुसीबत से घिरे इमरान खान को मिली राहत, पाकिस्तान की अदालत ने 7 मामलों में दी जमानत

इस्लामाबादः पाकिस्तान की एक अदालत ने इस माह के शुरू में संघीय न्यायिक परिसर में हुई झड़पों को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ दर्ज सात अलग अलग मामलों में उन्हें सोमवार को अंतरिम जमानत दे दी। इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ‘आईएचसी‘ के मुख्य न्यायाधीश आमेर फारूक एवं न्यायमूर्ति मियांगुल हसन औरंगजेब की खंडपीठ ने जमानत याचिकाओं पर सुनवाई की। 

पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ ‘पीटीआई‘ के अध्यक्ष खान ने गोलरा, बारा काहू, रमना, खन्ना और सीटीडी थानों में उनके खिलाफ दर्ज सात मामलों में अंतरिम जमानत की मांग की। खान की ओर से याचिकाएं दायर करने वाले अधिवक्ता सलमान सफदर ने कहा कि यदि पूर्व प्रधानमंत्री गिरफ्तार हो जाते हैं, तो उन्हें ‘अपूरणीय क्षति‘ होगी। याचिका के अनुसार, ‘सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के प्रमुख होने के नाते ऐसी आशंका है कि यदि याचिकाकर्ता को गिरफ्तारी.पूर्व जमानत नहीं दी जाती है, तो इमरान खान के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी और विरोधी अपने कुत्सित इरादों में कामयाब हो जाएंगे।‘

अदालत ने संबद्ध पक्षों की दलीलें सुनने के बाद खान को अंतरिम जमानत दे दी। पीटीआई के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किये गए एक वीडियो में खान को अदालत परिसर में प्रवेश करते दिखाया गया है। उनके बुलेट प्रूफ वाहन की सुरक्षा में इस्लामाबाद पुलिस तैनात थी। खान के खिलाफ 143 मामले दर्ज किये गये हैं, जिनमें से ज्यादातर आतंकवाद के आरोपों से जुड़े हैं।

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यूक्रेनी सेना के हाथ में पाकिस्तानी हथियार, तस्वीर ने खोली झूठे शहबाज शरीफ की पोल

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पाकिस्तान पैसों के लिए यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई कर रहे है। हाल में ही यूक्रेनी सेना के हाथों में पाकिस्तान में बने यारमुक रॉकेट को देखा गया है। इन हथियारों को यूरोप के रास्ते यूक्रेन भेजा गया है। पाकिस्तान शुरू से यूक्रेन को हथियार सप्लाई करने से इनकार करता रहा है।

 



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