Esports की दुनिया का एक भव्य आयोजन, रियाद मास्टर्स 2025, सऊदी अरब में जारी है। करोड़ों रुपये का ईनाम पूल, दुनिया की दिग्गज टीमें – सब कुछ एक बड़े और सफल टूर्नामेंट के लिए तैयार था। लेकिन, जाने-माने Dota 2 कमेंटेटर एलेक्सी `लेक्स` फिलिपोव ने टूर्नामेंट के ग्रुप स्टेज के बाद अपनी राय साझा करते हुए कुछ ऐसी बातें कही हैं, जो शायद आयोजकों और टीमों दोनों के लिए चिंता का विषय हो सकती हैं। लेक्स का मानना है कि इस बड़े मंच पर भी खेल का स्तर उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा।
लेक्स ने अपनी टिप्पणी में कहा कि उन्हें ग्रुप स्टेज देखकर ऐसा महसूस नहीं हुआ कि यह सीजन के सबसे महत्वपूर्ण टूर्नामेंटों में से एक है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि कई `टॉप` टीमें खेल को गंभीरता से नहीं ले रही हैं और ऐसा लग रहा है जैसे वे `ऑटोपायलट` पर खेल रही हैं। उनके अनुसार, Parivision टीम पूरी तरह से `खोई हुई` दिखी, जबकि Heroic टीम ने अप्रत्याशित रूप से टॉप-6 के स्तर का प्रदर्शन किया, जिसकी उनसे पहले कोई उम्मीद नहीं थी। Team Liquid शायद अकेली ऐसी टीम है जिसने अपनी स्थिरता बनाए रखी है। Virtus.pro (VP) के प्रदर्शन पर टिप्पणी करने से तो लेक्स ने लगभग इनकार ही कर दिया, कटाक्ष करते हुए कहा कि `गिरे हुए को और क्या मारना`, जो साफ तौर पर टीम के निराशाजनक प्रदर्शन की ओर इशारा था।
केवल खेल का स्तर ही नहीं, बल्कि लेक्स को टूर्नामेंट के आयोजन में भी खामियां नज़र आईं। उन्होंने इसे `अपरिपक्व` बताया और कहा कि इसमें कई गलतियां हैं, जिससे उन्हें 2015 के Esports आयोजनों की याद आ गई। उन्होंने स्वीकार किया कि पैमाने (scale) के लिहाज़ से यह आयोजन बड़ा है, लेकिन इसमें वह `आत्मा` और जीवंतता नहीं है जो ऐसे बड़े टूर्नामेंट में होनी चाहिए। यह बात थोड़ी चौंकाने वाली है, खासकर जब हम जानते हैं कि Esports World Cup, जिसका रियाद मास्टर्स 2025 हिस्सा है, का कुल ईनाम पूल 70 मिलियन डॉलर से भी अधिक है। इतने बड़े निवेश और महत्वाकांक्षा के बावजूद आयोजन में `कच्चापन` महसूस होना कई सवाल खड़े करता है।
रियाद मास्टर्स 2025, जो 8 से 19 जुलाई तक चल रहा है, Esports World Cup 2025 का हिस्सा है। इस विश्व कप में 20 से अधिक गेम्स की प्रतियोगिताएं 8 जुलाई से 24 अगस्त तक सऊदी अरब में आयोजित हो रही हैं। Dota 2 टूर्नामेंट में 16 टीमें $3 मिलियन के भारी भरकम ईनाम के लिए प्रतिस्पर्धा कर रही हैं। ऐसे बड़े stakes और मंच पर टीमों का `ऑटोपायलट` पर खेलना और आयोजन में कमियां होना वाकई चिंताजनक है, लेकिन यह esports की दुनिया की एक कड़वी सच्चाई भी हो सकती है जहां बड़े ईनाम हमेशा बेहतरीन प्रदर्शन की गारंटी नहीं देते।
हालांकि, लेक्स ने उम्मीद नहीं छोड़ी है। उन्होंने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि टूर्नामेंट जैसे-जैसे प्लेऑफ चरण की ओर बढ़ेगा, खेल का स्तर उठेगा और रोमांच चरम पर पहुंचेगा। अक्सर बड़े टूर्नामेंटों में ऐसा देखा जाता है कि ग्रुप स्टेज में टीमें अपनी पूरी क्षमता का प्रदर्शन नहीं करतीं और असली खेल नॉकआउट चरणों में ही शुरू होता है।
कुल मिलाकर, लेक्स की टिप्पणियां बताती हैं कि रियाद मास्टर्स 2025, अपने बड़े नाम, बड़े पैमाने और भारी ईनाम के बावजूद, अभी तक दर्शकों और विश्लेषकों की उम्मीदों पर पूरी तरह खरा नहीं उतरा है। अब सबकी निगाहें प्लेऑफ पर टिकी हैं, यह देखने के लिए कि क्या टीमें और आयोजन अंततः इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट को वह चमक और रोमांच दे पाते हैं जिसकी Esports समुदाय को उम्मीद है।