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इंडिया टीवी के चेयरमैन एवं एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा।
तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें बढ़ गई हैं। गुरुवार को हीरानंदानी ग्रुप के सीईओ दर्शन हीरानंदानी ने तीन पन्नों का एक हलफनामा जारी करके ये मान लिया कि महुआ ने उनसे जानकारी लेकर उद्योगपति गौतम अडानी के खिलाफ संसद में न सिर्फ सवाल पूछे, बल्कि महुआ ने दर्शन को लोकसभा का अपना लॉगइन, पासवर्ड भी दे दिया ताकि वह सीधे मोइत्रा के नाम पर संसद के सचिवालय को प्रश्न भेज सकें। अपने हलफनामे में दर्शन हीरानंदानी ने कबूल किया कि महुआ मोइत्रा ने उनसे महंगे तोहफे लिए, देश-विदेश की यात्राएं करने और अपने सरकारी बंगले को आलीशान रूप देने के लिए मदद भी ली। हलफनामे में ये भी कहा कि गौतम अडानी के खिलाफ उनसे सवाल ड्राफ्ट करवाए। दरअसल बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर सदन में सवाल पूछने का इल्जाम लगाया था और ये मामला अभी संसद की एथिक्स (नैतिकता) कमेटी के पास है। दर्शन हीरानंदानी ने अपने हलफनामे में कहा कि महुआ मोइत्रा जब लोकसभा चुनाव जीतकर दिल्ली पहुंचीं तो वो जल्द से जल्द राष्ट्रीय स्तर पर खबरों की सुर्खियों में आना चाहती थीं। हलफनामे में कहा गया कि चूंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ किसी तरह का कोई इल्जाम नहीं था, उनकी नीतियों, सरकार चलाने के तौर-तरीके और व्यक्तिगत स्तर पर मोदी के खिलाफ कोई आरोप नहीं था, इसलिए महुआ ने किसी भी तरह से प्रधानमंत्री की छवि को नुकसान पहुंचाने का फैसला किया।
हलफनामे में कहा गया कि इसके लिए उन्होंने संसद में गौतम अडानी के खिलाफ सवाल पूछने का रास्ता अपनाया। अपने बयान में दर्शन हीरानंनदानी ने कहा कि वो पहली बार महुआ मोइत्रा से 2017 में कोलकाता में बिजनेस सम्मिट के दौरान मिले थे। उस वक्त महुआ तृणमूल कांग्रेस की विधायक थी। 2017 के बाद से महुआ लगातार दर्शन के संपर्क में रहीं। उनके खर्चे पर महुआ ने विदेश यात्राएं की। दर्शन हीरानंनदानी ने कहा कि “महुआ को पता था कि इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन अडानी ग्रुप की एक ज्वाइंट वेंचर कंपनी के साथ लम्बी अवधि का समझौता करना चाहता है। इसी सूचना के आधार पर उन्होंने कुछ सवाल तैयार किए जिसे संसद में उठाया जा सके। उन्होंने मुझसे कुछ जानकारी मांगी, मैंने उनका प्रस्ताव मान लिया। मैंने उन्हें अडानी ग्रुप से संबंधित कुछ जानकारी भेजी। उन्हें कुछ और लोग भी मदद कर रहे थे। अडानी कंपनीज को लेकर राहुल गांधी से भी उनकी बातचीत हुई। फाइनेंशियल टाइम्स, न्यूयॉर्क टाइम्स के कुछ विदेशी पत्रकारों से भी उनकी बातें हुई। मुझे लगा कि उनके जरिए मुझे भी विपक्षी पार्टियों की सरकार वाले राज्यों में कुछ समर्थन मिलेगा। वो अक्सर मेरे सामने कई मांगें रखती थी, जिसे मुझे पूरा करना होता था। कई बार मुझे लगा कि वो मेरा बेजा फायदा उठा रही हैं लेकिन मेरे पास कोई विकल्प नहीं था क्योंकि मैं उन्हें नाराज़ नहीं कर सकता था।“
गुरुवार रात को महुआ मोइत्रा ने हीरानंदानी के हलफनामे के बारे में एक लम्बा बयान जारी किया और आरोप लगाया कि हीरानंदानी पर दबाव डालकर प्रधानमंत्री कार्यालय से ये हलफनामा लिखवाया गया है। अपने बयान में महुआ ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने दर्शन और उनके पिता की कनपटी पर बंदूक तान दी और उन्हें हलफनामे पर दस्तखत करने के लिए 20 मिनट का वक्त दिया। महुआ ने आरोप लगाया कि “तीन दिन पहले, 16 अक्टूबर को हीरानंदानी ग्रुप ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करके ग्रुप पर लगे तमाम आरोपों को निराधार बताया था, लेकिन आज (19 अक्टूबर को) एक इबालिया हलफनामा प्रेस को लीक किया गया। यह हलफनामा एक सफेद कागज पर लिखवाया गया और इसे किसी ने आधिकारिक तौर पर जारी नहीं किया”। महुआ ने पूछा कि “ये कैसे हो सकता है कि भारत का एक शिक्षित और सम्मानित व्यापारी एक सफेद कागज पर दस्तखत करे, बशर्ते कि उसकी कनपटी पर बंदूक न तानी गयी हो? ऐसा कैसे हो सकता है कि पहली बार सांसद बनी एक महिला एक अमीर, सफल कारोबारी पर दवाब डालकर उससे तोहफे ले रही हो और उन पर अनुचित दवाब डाल रही हो? ये कतई तर्कसंगत नज़र नहीं आता और इससे इस बात की पुष्टि होती है कि हलफनामा दर्शन ने नहीं, पीएमओ ने तैयार करवाया। अभी तक दर्शन को किसी जांच एजेंसी ने या एथिक्स कमेटी ने बुलाया भी नहीं है। अगर उन्हें कबूलनामा जारी करना था तो वह आधिकारिक तौर पर जारी करते, न कि प्रेस में लीक करके। सच्चाई बिल्कुल साफ है।”
अपने बयान में महुआ ने अपने पुराने मित्र वकील जय अनन्त देहदराय पर वार किया और कहा कि “वह मेरा पुराना मित्र था जिसे मैं छोड़ चुकी हूं और वह अब मुझसे बदला लेना चाहता है। अगर उसे मेरे भ्रष्टाचार के बारे में सब कुछ पता था, तो वह मेरे साथ इतने साल तक कैसे रहा और इसे सार्वजनिक करने में इतना समय इंतजार क्यों किया?“ दरअसल ये सारा मामला उस समय सार्वजनिक हुआ जब भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने महुआ मोइत्रा पर संसद में सवाल पूछने के एवज में रिश्वत लेने का आरोप लगाया और अपनी शिकायत लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के पास भेज दी। स्पीकर ने इसे एथिक्स कमेटी के पास भेज दिया है। निशिकांत दुबे ने दावा किया है कि वकील देहदराय से उन्हें ‘अकाट्य’ सबूत मिले हैं कि महुआ ने पैसे और तोहफे लिए। शुक्रवार को इसी से जुड़ा मामला दिल्ली हाई कोर्ट में आया। महुआ ने एक याचिका दायर की थी जिसमें हाई कोर्ट से कहा गया था कि वह X, Google, YouTube जैसे सोशल प्लैटफॉर्म्स और 15 मीडिया हाउस पर उनके खिलाफ मानिहानि वाले झूठे और दुर्भावना से प्रेरित खबर छापने या दिखाये जाने पर प्रतिबंध लगाये। अपनी याचिका में महुआ ने हर्जाना भी मांगा है। शुक्रवार को महुआ के वकील गोपाल शंकरनारायणन उस वक्त इस मामले से खुद को अलग कर लिया, जब वकील देहदराय ने आरोप लगाया कि शंकरनारायणन ने गुरुवार रात को उन्हें फोन करके कहा था कि वह सीबीआई को भेजा अपना आरोप वापस ले लें।
जस्टिस सचिन दत्ता ने कहा कि उन्हें आश्चर्य हो रहा है कि शंकरनारायणन मध्यस्थ की भूमिका निभाते समय इस मामले में कोर्ट के सामने क्यों पेश हो रहे हैं? शंकरनारायणन ने तुरंत कहा कि वह खुद को इस केस से अलग कर रहे हैं और कोर्ट ने सुनवाई 31 अक्टूबर तक मुल्तवी कर दी। दर्शन हीरानंदानी का हलफनामा सनसनीखेज़ है। ये निशिकांत दुबे द्वारा महुआ मोइत्रा पर लगाए गए एक-एक आरोप को सही साबित करता है। दर्शन हीरानंदानी महुआ मोइत्रा को जानते थे, अक्सर बातें होती थी, मुलाकातें होती थी। इसमें तो कोई बुराई नहीं थी, लेकिन हीरानंदानी ने माना कि उन्होंने अडानी के खिलाफ महुआ को सूचनाएं दी, सवाल लिखकर दिए, वो सवाल महुआ ने संसद में पूछे और इसके बाद हद हो गई जब महुआ मोइत्रा ने अपना संसद का लॉगिन और पासवर्ड हीरानंदानी को दे दिया। और इससे भी खतरनाक बात हीरानंदानी ने ये बताई कि उन्होंने अडानी के खिलाफ प्रश्न संसद के वाबसाइट पर सीधे पोस्ट किए महुआ के नाम से। उन्होंने ये भी माना कि महुआ मोइत्रा ने हीरानंदानी से कीमती तोहफे लिए, अपने बंगले का रेनोवेशन करवाया और ट्रैवल बिल भरवाए। मुझे लगता है कि ये पूरी तरह अनैतिक और अवैध काम है, जो महुआ मोइत्रा ने किया। इसीलिए मैंने कल कहा था कि जिनके घर शीशे के होते हैं, उन्हें दूसरो पर पत्थर नहीं फेंकने चाहिए। जहां तक महुआ के बयान का सवाल है, उन्होने संसद से किसी भी मुद्दे पर सवाल उठाये जाने की पवित्रता को लेकर उठे प्रश्नों का अभी तक उत्तर नहीं दिया है। कहना पड़ेगा- “तू इधर उधर की न बात कर ये बता कि क़ाफ़िला क्यूं लुटा, मुझे रहज़नों से गिला नहीं तिरी रहबरी का सवाल है”। (रजत शर्मा)
देखें: ‘आज की बात, रजत शर्मा के साथ’ 19 अक्टूबर, 2023 का पूरा एपिसोड
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सहारनपुर पुलिस ने मुठभेड़ के बाद आरोपी को पकड़ लिया।
सहारनपुर: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के देवबंद थाना पुलिस और 2 बदमाशों के बीच बुधवार-गुरूवार की आधी रात को एनकाउंटर हुआ, जिसमें एक बदमाश गोली लगने के बाद घायल हो गया। पुलिस ने घायल बदमाश को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि दूसरा मौके से फरार हो गया। पकड़ा गया बदमाश लूट और डकैती के मामले में वॉन्टेड था। पुलिस के मुताबिक, बुधवार-गुरूवार की दरम्यानी रात देवबंद थाना अंतर्गत मकबरा पुलिया के पास चेकिंग के दौरान एक संदिग्ध मोटरसाइकिल को रुकने का इशारा किया, जिस पर मोटरसाइकिल सवार अभियुक्तों ने भागते हुए पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी।
सहारनपुर का कालू एनकाउंटर में हुआ जख्मी, साथी फरार
पुलिस ने बताया कि पीछा करते हुए जवाबी कार्रवाई की गई और मुठभेड़ में बदमाश अनूप उर्फ कालू निवासी नौनात जनपद सहारनपुर गोली लगने से घायल हो गया। उसने बताया कि मुठभेड़ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया जबकि उसका दूसरा साथी फरार हो गया। पुलिस को उसके कब्जे से एक बाइक, 1 तमंचा 315 बोर, 2 खोखा कारतूस व 3 जिंदा कारतूस और बिना नम्बर हीरो स्पलेंडर बाइक मिली। सहारनपुर जिले के थाना देवबंद से वॉन्टेड आरोपी पर डकैती, लूट के 25 से ज्यादा मामले अलग-अलग थाना क्षेत्रों में दर्ज हैं और वह 25 हजार रुपये का इनामी अपराधी है। बदमाश के अन्य आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है।
रामपुर में भी बदमाशों को लगी थी गोली, SI हुआ था घायल
बता दें कि हाल ही में यूपी के रामपुर जिले की कोतवाली टांडा पुलिस ने एक मुठभेड़ के बाद 3 कथित पशु तस्करों के गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने रविवार को बताया कि मुठभेड़ में तीनों पशु तस्कर और एक सब-इंस्पेक्टर घायल हुआ है। पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ लोग प्रतिबंधित पशुओं का वध करने की तैयारी में हैं जिसके बाद टांडा पुलिस ने ईद की बगिया में छापा मारा और वहां मौजूद लोगों को आत्मसमर्पण करने को कहा। गो तस्करों ने पुलिस पर गोलीबारी की और जवाबी कार्रवाई में 3 गोतस्कर घायल हो गए।
प्रयागराज में 10 हजार के इनामी बदमाशों का एनकाउंटर
वहीं, प्रयागराज में धूमनगंज थानाक्षेत्र के कसरिया गांव में बीते शनिवार को पुलिस मुठभेड़ में दो कथित गो तस्करों गिरफ्तार किया गया। पुलिस मुठभेड़ में इन अभियुक्तों के पैर में गोली लगी। बदमाशों ने पहले पुलिस पर फायरिंग की थी और जवाबी कार्रवाई में दोनों बदमाशों के पैरों में गोली लगी जिससे वे घायल हो गए। पुलिस के मुताबिक, घायल बदमाशों के पास से 2 देसी तमंचा (315 बोर), 7 कारतूस, 2 खोखा कारतूस और एक बिना नंबर प्लेट की मोटरसाइकिल बरामद की गई। भूकर ने बताया कि इन अभियुक्तों के खिलाफ थाना धूमनगंज में गो तस्करी के कई मामले दर्ज हैं और इनकी गिरफ्तारी के लिए 10,000-10,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया था।
bobby deol is not mute nor ranbir kapoor step brother in animal movie director sandeep reddy vanga gives story hint – Animal रिलीज से पहले खुल गया बॉबी देओल के रोल का सस्पेंस, डायरेक्टर ने ही बता दिया सच, मनोरंजन न्यूज
रणबीर कपूर की फिल्म एनिमल की स्टोरी को लेकर सस्पेंस बरकरार है। बॉबी देओल के रोल को लेकर लोगों के मन में सबसे ज्यादा उत्सुकता है। रणबीर कपूर ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि फिल्म कभी खुशी कभी गम का मॉडर्न वर्जन है। इसके बाद चर्चा शुरू हुई कि बॉबी शायद उनके सौतेले भाई बने होंगे। वहीं ये भी चर्चे थे कि बॉबी देओल गूंगे बने हैं। अब डायरेक्टर संदीप रेड्डी वांगा ने गुत्थी और उलझा दी है। उन्होंने बताया कि ऐसा नहीं है।
लोगों के मन में सस्पेंस
मूवी एनिमल 1 दिसंबर को रिलीज हो रही है। फिल्म की अडवांस बुकिंग काफी तगड़ी है। फिल्म को लेकर दर्शकों के मन में 50-50 टाइप फीलिंग है। यानी कई लोगों को लग रहा है कि मूवी की लंबाई ज्यादा है। अगर यह इंगेजिंग हुई तो बंपर चलेगी। अगर दर्शक कनेक्ट नहीं हुए तो डिजास्टर भी साबित हो सकती है। ट्रेलर और मूवी की झलकियां देखकर लोगों ने फिल्म की कहानी को लेकर तरह-तरह की थिअरीज मन में बनानी शुरू कर दी हैं। अब डायरेक्टर संदीप ने कुछ इंट्रेस्टिंग बातें बताई हैं।
संदीप बोले ने खत्म किया सस्पेंस
Reddit पर संदीप का एक वीडियो वायरल है। इसमें उनसे बॉबी के कैरेक्टर के बारे में सवाल किया गया। संदीप से पूछा गया कि क्या बॉबी देओल रणबीर के सौतेले भाई और गूंगे बने हैं। इस पर संदीप का जवाब ना था। उन्होंने बताया कि ऐसा नहीं है।
अडवांस बुकिंग स्टेटस
एनिमल को A सर्टिफिकेट मिला है। एक इंटरव्यू में संदीप बोल चुके हैं कि वह अपने बेटे या घर के किसी छोटे सदस्य को थिएटर में यह फिल्म नहीं दिखाना चाहेंगे। फिल्म 3 घंटे 21 मिनट लंबी बताई जा रही है। अडवांस बुकिंग की बात करें तो 30 नवंबर दोपहर तक इसकी पहले दिन की कमाई 20 करोड़ पार कर चुकी थी। ट्रेड एक्सपर्ट्स अंदाजा लगा रहे हैं कि फिल्म पहले दिन वर्ल्ड वाइड 100 करोड़ रुपये कमा सकती है। चेक करें एनिमल की अडवांस बुकिंग रिपोर्ट
बचपन से ही हम एक कहानी सुनते आए हैं. कहानी कुछ इस तरह से है. एक कौआ था, उसे प्यास लगी थी. एक घड़ा में पानी भरा हुआ था. कौए की चोंच छोटी थी तो उसने एक उपाय लगाया. कौए ने घड़े में कंकड़ भरना शुरु कर दिया. कंकड़ के कारण घड़े का पानी भर गया और कौए ने आसानी से अपनी प्यास बुझा ली. सोशल मीडिया पर एक ऐसा ही वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कौआ ठीक ऐसा ही कर रहा है. इस वीडियो को देखने के बाद सोशल मीडिया यूज़र्स कह रहे हैं- इस वीडियो को देखने के बाद पुरानी कहानी याद आ गई.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे एक कौआ एक बोतल से पानी भर रहा है. हालांकि, हमने जो कहानी पढ़ी थी उसमें घड़ा मौजूद था. इस वीडियो को देखने के बाद लोग पूरी तरह से दंग हो रहे हैं. लोगों को ऐसा लग रहा है कि ये तो वही कहानी है, जिसे हमने बचपन में पढ़ा था.
इस वीडियो को ट्विटर पर शेयर किया गया है.gunsnrosesgirl3 नाम के ट्विटर यूज़र ने इस वीडियो को शेयर किया है. इस वीडियो को खबर लिखे जाने तक 75 लाख से ज़्यादा व्यूज़ मिल चुके हैं. वहीं इस वीडियो पर कई लोगों के कमेंट्स भी देखने को मिल रहे हैं. एक यूज़र ने कमेंट करते हुए लिखा है- ये तो पुरानी वाली कहानी है. एक अन्य यूज़र ने लिखा है- कौआ बहुत ही ज़्यादा स्मार्ट है.