पहले टी20 में ऑस्ट्रेलिया की धाकड़ जीत: मिचेल मार्श का जलवा और टिम रॉबिन्सन के शतक की व्यर्थ कोशिश

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क्रिकेट के मैदान पर एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया ने अपनी बादशाहत साबित की है। न्यूजीलैंड के बे ओवल में खेले गए पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में, मेहमान टीम ऑस्ट्रेलिया ने अपने कप्तान मिचेल मार्श की तूफानी बल्लेबाजी की बदौलत मेजबान न्यूजीलैंड को 6 विकेट से करारी शिकस्त दी। इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। एक तरफ जहां न्यूजीलैंड के युवा बल्लेबाज टिम रॉबिन्सन ने शानदार शतक जड़कर सुर्खियां बटोरीं, वहीं दूसरी तरफ मार्श की विस्फोटक पारी ने उनके शतक को फीका कर दिया, मानो यह एक बेहतरीन फिल्म का दुखद अंत हो।

न्यूजीलैंड की पारी: रॉबिन्सन का अकेले संघर्ष

टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया ने पहले गेंदबाजी का फैसला किया, और उनका यह निर्णय शुरुआत में ही सही साबित हुआ। न्यूजीलैंड की शुरुआत किसी बुरे सपने से कम नहीं थी, जब उनके 3 विकेट महज 6 रन पर गिर गए। पिच पर तेज गेंदबाजों का दबदबा साफ नजर आ रहा था, और ऐसा लग रहा था कि कीवी टीम शायद ही कोई सम्मानजनक स्कोर खड़ा कर पाएगी।

लेकिन, ऐसे मुश्किल समय में, युवा बल्लेबाज टिम रॉबिन्सन एक दीवार बनकर खड़े हुए। उन्होंने न सिर्फ पारी को संभाला, बल्कि ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाते हुए अपने टी20 अंतरराष्ट्रीय करियर का पहला और यादगार शतक जड़ा। रॉबिन्सन ने 66 गेंदों में नाबाद 106 रन बनाए, जिसमें बेवन जैकब्स और डैरिल मिचेल ने भी उनका बखूबी साथ दिया। उनकी इस शानदार पारी की बदौलत न्यूजीलैंड ने निर्धारित 20 ओवरों में 6 विकेट खोकर 181 रनों का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से बेन ड्वारशुइस ने 2 विकेट लिए, वहीं जोश हेजलवुड और मैथ्यू शॉर्ट को एक-एक सफलता मिली। एक समय पर 6 रन पर 3 विकेट गंवाने के बाद 181 तक पहुंचना एक अविश्वसनीय वापसी थी, और इसका श्रेय पूरी तरह से रॉबिन्सन के जुझारूपन को जाता है।

ऑस्ट्रेलिया का लक्ष्य का पीछा: मार्श का `मार्टिन`गैल

लक्ष्य 182 रन का था, जो कि टी20 क्रिकेट में काफी चुनौतीपूर्ण माना जाता है, खासकर जब विरोधी टीम में रॉबिन्सन जैसा शतकवीर मौजूद हो। लेकिन, मिचेल मार्श के इरादे कुछ और ही थे। कप्तान मार्श ने खुद मोर्चा संभाला और मैदान पर आते ही आतिशबाजी शुरू कर दी। उन्होंने न्यूजीलैंड के गेंदबाजों को कोई मौका नहीं दिया, और उनकी गेंदों पर गगनचुंबी छक्के तथा दर्शनीय चौके जड़ते चले गए।

मार्श ने महज 43 गेंदों में 85 रनों की अविश्वसनीय पारी खेली, जिसमें उनके बल्ले से निकली हर गेंद पर प्रहार करने की स्पष्ट मंशा झलक रही थी। उनकी इस पारी ने ऑस्ट्रेलिया की जीत की नींव रखी, और वह 15वें ओवर में आउट हुए, तब तक उन्होंने जीत का लगभग पूरा खाका तैयार कर दिया था। ट्रेविस हेड ने भी शुरुआत में तेज तर्रार रन बनाकर मार्श का बखूबी साथ दिया। मार्श के जाने के बाद टिम डेविड ने भी 21 रनों की तेज पारी खेलकर टीम को 21 गेंदें शेष रहते ही जीत दिला दी। यह कहना गलत नहीं होगा कि टिम रॉबिन्सन का शतक अंततः व्यर्थ चला गया, क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने इसे एक `सम्मानजनक` लक्ष्य नहीं बल्कि एक मामूली बाधा समझा, जिसे वे बड़ी आसानी से पार कर गए। न्यूजीलैंड के मैट हेनरी ने 2 विकेट लिए, लेकिन वह भी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के तूफान को रोक नहीं पाए।

मैच के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी (Player of the Match): मिचेल मार्श (ऑस्ट्रेलिया) – 43 गेंदों में 85 रन

कप्तानों के बोल: सीखने और आत्मविश्वास की बात

जीत के बाद मिचेल मार्श ने अपनी टीम की शुरुआत की तारीफ की और हवादार परिस्थितियों में अनुकूलन की क्षमता को सराहा। उन्होंने कहा कि उनके गेंदबाज चीजों को सरल रखते हैं और लंबी बाउंड्री का बचाव करते हैं। मार्श ने आगामी टी20 विश्व कप के लिए टीम की तैयारियों का भी जिक्र किया, जिससे पता चलता है कि यह जीत उनके लिए सिर्फ एक सीरीज की शुरुआत नहीं, बल्कि बड़े टूर्नामेंट की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

वहीं, न्यूजीलैंड के कप्तान माइकल ब्रेसवेल ने पावरप्ले में अपनी टीम के पिछड़ने और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को रोकने में असमर्थता पर निराशा व्यक्त की। उन्होंने स्वीकार किया कि ट्रेविस हेड और मिचेल मार्श ने मैच पर कब्जा कर लिया था, जिससे उनकी टीम को गति हासिल करने में परेशानी हुई। हालांकि, उन्होंने टिम रॉबिन्सन के शानदार शतक की सराहना की और कहा कि उनकी टीम इस मैच से बहुत कुछ सीखेगी और उन सीखों को अगले खेल में लागू करेगी।

आगे क्या? सीरीज और टी20 विश्व कप पर प्रभाव

इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज में 1-0 की महत्वपूर्ण बढ़त बना ली है। अब दोनों टीमें दूसरे टी20 मुकाबले के लिए शुक्रवार, 3 अक्टूबर को एक बार फिर आमने-सामने होंगी। यह मैच न्यूजीलैंड के लिए सीरीज में वापसी करने का आखिरी मौका होगा, जबकि ऑस्ट्रेलिया अपनी बढ़त को मजबूत करना चाहेगा।

यह मैच क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक यादगार मुकाबला रहा, जिसमें एक तरफ शानदार व्यक्तिगत प्रदर्शन देखने को मिला, तो दूसरी तरफ एक टीम की संगठित ताकत ने बाजी मारी। ऑस्ट्रेलिया ने दिखा दिया है कि टी20 विश्व कप से पहले वे एक मजबूत दावेदार हैं, और उनके कप्तान मिचेल मार्श सिर्फ नेतृत्व ही नहीं, बल्कि बल्ले से भी धमाल मचाने को तैयार हैं। रॉबिन्सन के लिए यह शतक एक मील का पत्थर है, लेकिन क्रिकेट की क्रूर सच्चाई यही है कि टीम की जीत ही सबसे ऊपर होती है।