वहीं निजी रूप से नदीम अंजुम ने जनरल फैज और इमरान खान की साजिश के भंडाफोड़ के बारे में शहबाज को बताया। मेजर अर्सलान को शहबाज शरीफ का एडीसी बनाया गया था लेकिन वह एक खुफिया फोन के जरिए शहबाज शरीफ की बातों को रेकॉर्ड करने लगे। बाद में वह इसे जनरल फैज को भेज देते थे। शहबाज के ऑडियो आने के बाद जब आईएसआई के नए चीफ नदीम अंजुम ने इसकी जांच करवाई तो मेजर अर्सलान पकड़ में आ गए। अर्सलान को आईएसआई ने हिरासत में ले लिया था और जब उनसे कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसका खुलासा हुआ।
पाक रिपोर्ट में भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ को जिम्मेदार ठहराया
इससे पता चला कि जिस फोन से जासूसी हो रही थी, उसके तार बहावलपुर से जुड़े थे जहां तत्कालीन लेफ्टिनेंट जनरल फैज कोर कमांडर थे। इमरान और फैज ने शहबाज की जासूसी कराने के लिए एडीसी की मदद ली। इसके जासूसी में पीएम ऑफिस के कई अन्य कर्मचारी भी फंसे हैं। इस पूरे मामले का खुलासा पाकिस्तानी पत्रका उमर चीमा और एजाज सैयद ने किया है। पाकिस्तानी पत्रकारों ने बताया कि शहबाज शरीफ के लंदन से लौटने पर आईएसआई के चीफ नदीम अंजुम ने एयरपोर्ट पर जाकर इस पूरे खुलासे के बारे में बताया।
वहीं पाकिस्तान ने जांच के लिए एक हाई पावर कमेटी बनाई तो उसकी जांच रिपोर्ट में भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ को जिम्मेदार ठहरा दिया गया। पाकिस्तानी पत्रकारों ने कहा कि इस जासूसी के लिए रिटायर जनरल फैज के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए थी लेकिन उन्हें जनरल बाजवा ने बचा लिया। शहबाज शरीफ इस ऑडियो में मरियम नवाज के रिश्तेदार के भारत से मशीनों के आयात के बारे में बात कर रहे हैं। इस ऑडियो के आने के बाद इमरान खान ने भारत के साथ रिश्ते को लेकर हमला बोला था।