पाकिस्तान बनाम दक्षिण अफ्रीका: पहले टेस्ट के दूसरे दिन पाकिस्तान का पलड़ा भारी, दक्षिण अफ्रीका संकट में

खेल समाचार » पाकिस्तान बनाम दक्षिण अफ्रीका: पहले टेस्ट के दूसरे दिन पाकिस्तान का पलड़ा भारी, दक्षिण अफ्रीका संकट में

लाहौर के प्रतिष्ठित गद्दाफी स्टेडियम में चल रहे पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका के बीच पहले टेस्ट का दूसरा दिन मेजबान टीम पाकिस्तान के नाम रहा। जहाँ एक तरफ दक्षिण अफ्रीका के स्पिनर सेनुराम मुथुसामी ने सुबह के सत्र में पाकिस्तान को जल्दी समेटा, वहीं दिन के अंत तक पाकिस्तान के गेंदबाजों ने मेहमान टीम को बैकफुट पर धकेल दिया। नोमान अली की धारदार गेंदबाजी और टोनी डी ज़ोर्ज़ी की जुझारू पारी दिन के मुख्य आकर्षण रहे, लेकिन मैच पर अब पाकिस्तान की पकड़ मजबूत दिख रही है।

मुथुसामी का जादू और पाकिस्तान का 378 पर समापन

दूसरे दिन की शुरुआत पाकिस्तान ने 313/5 के स्कोर से की थी, और उम्मीद थी कि वे एक बड़ा स्कोर खड़ा करेंगे। लेकिन दक्षिण अफ्रीका के बाएं हाथ के स्पिनर सेनुराम मुथुसामी की जादुई गेंदबाजी ने सारे समीकरण बदल दिए। मुथुसामी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए एक ही ओवर में तीन महत्वपूर्ण विकेट सहित कुल 6 विकेट झटके और पाकिस्तान को 378 रन पर ऑलआउट कर दिया। उनका 6 विकेट पर 117 रन का आंकड़ा करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था, जिसने कुछ समय के लिए दक्षिण अफ्रीका खेमे में खुशी की लहर दौड़ा दी। पाकिस्तान के लिए सलमान अली आगा (93) अपने शतक से चूक गए, जबकि मोहम्मद रिजवान ने 75 रन का महत्वपूर्ण योगदान दिया था।

दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजी लड़खड़ाई: नोमान अली का जलवा

पाकिस्तान को 378 रन पर समेटने के बाद, दक्षिण अफ्रीका की उम्मीदें बढ़ गई थीं, लेकिन बल्लेबाजी के लिए मुश्किल होती पिच पर उनकी शुरुआत अच्छी नहीं रही। पाकिस्तान के बाएं हाथ के स्पिनर नोमान अली ने अपनी फिरकी का जादू बिखेरा और 85 रन देकर 4 महत्वपूर्ण विकेट झटके। विश्व चैंपियन का तमगा लिए दक्षिण अफ्रीका की टीम बल्लेबाजी के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण विकेट पर संघर्ष करती दिखी और दिन का खेल खत्म होने तक 6 विकेट के नुकसान पर केवल 216 रन ही बना सकी। टीम अभी भी पाकिस्तान से 162 रन पीछे है, और यह फासला तीसरे दिन और भी खतरनाक साबित हो सकता है।

डी ज़ोर्ज़ी की जुझारू पारी: अकेला संघर्ष

दक्षिण अफ्रीका के लिए टोनी डी ज़ोर्ज़ी ने एक शानदार और जुझारू पारी खेली। इस बाएं हाथ के बल्लेबाज ने मुश्किल परिस्थितियों में असाधारण संयम दिखाया और 81 रन बनाकर नाबाद रहे। उनकी पारी ने दक्षिण अफ्रीका को पूरी तरह से ढहने से बचाया, लेकिन उन्हें अन्य बल्लेबाजों से पर्याप्त समर्थन नहीं मिला। रयान रिकेल्टन (32) ने कुछ देर उनका साथ दिया, लेकिन वह भी दिन के अंतिम सत्र में पवेलियन लौट गए। इसके बाद प्रोटियाज टीम का पतन जारी रहा और एक समय 174/2 के स्कोर से वे 200/6 तक पहुँच गए, जो किसी बुरे सपने से कम नहीं था।

क्या विश्व चैंपियन अपनी साख बचा पाएगा?

जब पिच एक ऐसी रंगत अख्तियार कर चुकी है, जहाँ गेंद अक्सर बल्लेबाजों की उम्मीदों से ज़्यादा घूम रही है, तो सवाल यह उठता है कि क्या विश्व विजेता अपनी साख बचा पाएगा? या मेजबान टीम, जो इस पिच पर खेलने की आदी है, उनकी चुनौतियों को और बढ़ाएगी? पिच अब स्पिनरों के लिए और भी मददगार साबित हो रही है, जो पाकिस्तान के लिए एक अतिरिक्त लाभ है। यह तो मानना ही पड़ेगा कि `विश्व चैंपियंस` के लिए यह दिन कुछ खास नहीं रहा।

तीसरा दिन: `मूविंग डे` की उम्मीदें

तीसरा दिन, जिसे क्रिकेट की भाषा में “मूविंग डे” भी कहा जाता है, इस टेस्ट मैच के लिए बेहद महत्वपूर्ण होगा। दक्षिण अफ्रीका को न केवल टोनी डी ज़ोर्ज़ी से बल्कि अपने निचले क्रम के बल्लेबाजों से भी एक बड़ी साझेदारी की उम्मीद होगी ताकि वे पाकिस्तान के स्कोर के करीब पहुंच सकें और मैच में वापसी की उम्मीद जगा सकें। वहीं, पाकिस्तान की कोशिश होगी कि वे जल्द से जल्द बचे हुए 4 विकेट निकालकर बड़ी बढ़त हासिल करें और मैच पर अपनी पकड़ और मजबूत करें। देखना दिलचस्प होगा कि यह रोमांचक टेस्ट किस करवट बैठता है, और क्या दक्षिण अफ्रीका अपनी बल्लेबाजी को पुनर्जीवित कर पाएगा या पाकिस्तान अपनी होम कंडीशन का पूरा फायदा उठाकर मैच में निर्णायक बढ़त हासिल करेगा।