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Pakistan Cricket Team and Babar Azam
Pakistan Vs New Zealand Babar Azam : पाकिस्तान की टीम एक बार फिर से अपने घर में टेस्ट मैच हारते हारते बच गई। वो तो भला को खराब रोशनी का कि अंपायर ने और आगे खेल जारी रखने से मना कर दिया, नहीं तो अगर कुछ और ओवर का मैच हो गया होता तो पाकिस्तानी कप्तान बाबर आजम के एक फैसले से टीम एक और हार के करीब खड़ी नजर आ रही थी। हालांकि वैसे तो मैच ड्रॉ की ओर बढ़ते हुए नजर आ रहा था, लेकिन कप्तान बाबर आजम ने कुछ ऐसा किया कि किसी को भी समझ नहीं आया। अगर मैच पूरे 15 ओवर का हुआ होता तो पाकिस्तान को ये भारी भी पड़ सकता था। पाकिस्तान की अपने ही घर पर एक बार फिर से नाक कट गई है। साल 2022 में पाकिस्तान ने अपने घर पर कुल मिलाकर सात टेस्ट मैच खेले हैं, लेकिन एक भी मैच टीम जीतने में कामयाब नहीं हो पाई। या तो हारी है या फिर मैच ड्रॉ पर खत्म हुआ।
आखिरी घंटे में रोचक हो गया पाकिस्तान बनाम न्यूजीलैंड कराची टेस्ट
पाकिस्तान और कप्तान बाबर आजम को इस मैच में खराब रोशनी ने बचा लिया। नहीं तो पाकिस्तानी टीम लगातार पांचवां मैच अपनी सरजमीं पर हार जाती। सात टेस्ट मैचों में से पाकिस्तानी टीम चार में हारी है और तीन मैच ड्रॉ रहे हैं। बात अगर पूरे साल की करें तो ऑस्ट्रेलिया से पहले दो टेस्ट ड्रॉ रहे। इसके बाद सीरीज का आखिरी मैच ऑस्ट्रेलिया ने अपने नाम किया। इसके बाद इंग्लैंड ने पाकिस्तान को लगातार तीन मैचों में हराया और सूपड़ा ही साफ कर दिया। पाकिस्तान के क्रिकेट इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि टीम अपने घर पर तीन मैचों की सीरीज के सारे मैच हार गई हो। इसके बाद ये मैच ड्रॉ पर खत्म हो गया।
खराब रोशनी से बच गई पाकिस्तानी टीम मैच की आखिरी पारी में जब 15 ओवर का खेल शेष था, तब कप्तान बाबर आजम ने एक ऐसा फैसला किया जो किसी को भी समझ नहीं आया। अपनी पारी आठ विकेट पर ही घोषित कर दी और न्यूजीलैंड के सामने जीत के लिए 138 रनों का टारगेट था। न्यूजीलैंड की शुुरआत खराब रही, जब पहला विकेट गिर गया, लेकिन इसके बाद टॉम लैथम और ड्वोन कान्वे ने तेजी से रन बनाने शुरू किए। टीम ने 7.3 ओवर में एक विकेट खोकर 61 रन बना लिए थे। न्यूजीलैंड की टीम जीत की ओर बढ़ रही थी, लेकिन तभी अंपायर अलीम दार ने कहा कि अब रोशनी काफी कम है और मैच नहीं हो सकता। हालांकि फ्लड लाइट्स भी जताई गई, लेकिन मैच होने की स्थिति नहीं बन रही थी। अंपायर ने दोनों टीमों से बात की, पाकिस्तान तो इसके लिए तैयार था, लेकिन ऐसा लगा कि न्यूजीलैंड की टीम चाहती है कि मैच जारी रहे। लेकिन अंपायर ने मना कर दिया। जब मैच रोका गया, उस वक्त वैसे 45 गेंदों का और खेल हो सकता था और इसमें न्यूजीलैंड को 77 रन ही चाहिए थे। यानी अगर मैच होता तो न्यूजीलैंड की टीम बाजी मार सकती थी।
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खेल में स्लेजिंग कोई नई बात नहीं है। 1844 में जब पहली बार इंटरनेशनल क्रिकेट मैच यूएसए और कनाडा के बीच खेला गया होगा तब भी संभवत: स्लेजिंग हुई होगी। यह अलग बात है कि इसका लेवल समय के साथ बदलता गया। खिलाड़ी न केवल मैच जीतने के लिए यह हथकंडा अपनाते हैं, बल्कि कई बार एक-दूसरे को नीचा दिखाने के लिए भी ऐसा करते हैं। शुरुआत में यह मैदान तक ही सीमित था, लेकिन अब पब्लिसिटी बटोरने का सस्ता तरीका हो गया है। पाकिस्तान के पेसर सोहेल खान को ही ले लीजिए। सोहेल ने जिस तरह से इतराते हुए मैदान पर अपने और विराट कोहली के बीच हुई कथित स्लेजिंग को बेचने की कोशिश की है, वह अटेंशन पाने का सस्ता तरीका भर नजर आता है। खुद को क्रिकेट में कोहली का बाप बताने वाले सोहेल खान इतराने और खुद की पीठ बड़ी बेशर्मी से थपथपाने में यह भूल गए कि क्रिकेट में आंकड़े भी होते हैं। आंकड़े खिलाड़ी की असलियत सामने लाते हैं कि वह कितना पानी में था या है। इसे अगर सोहेल खान के शब्दों में कहें तो कौन किसका बाप है यह भी बताता है। सोहेल खान शायद यह भूल गए। सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए जिस तरह की बदतमीजी उन्होंने की, उसका जवाब विराट कोहली को देने की जरूरत नहीं है। जैसा कि इरफान पठान ने कहा कि यह आदमी अटेंशन का भूखा है, लेकिन तमाम बातों के बाद सोहेल जैसे नापाक इरादों वाले पाकिस्तानियों को कम से कम खेल में उनकी औकात तो बताना बनता ही है।
कोहली के कॉमेंट पर मैंने भी कह दिया कि बेटा जब तुम अंडर-19 खेल रहे थे तो तेरा बाप टेस्ट प्लेयर था। इसके बाद दूसरे छोर पर धोनी ने कोहली को समझाया कि ये पुराना चावल है इससे मत भिड़ो तो वह शांत हो गया।
सोहेल खान, पाकिस्तानी पेसर
सबसे पहले हम भारत और पाकिस्तान के बीच ऑस्ट्रेलिया में हुए वर्ल्ड कप 2015 मैच से पहले की बात करेंगे। यह समझने की कोशिश करेंगे कि खुद को पुराना चावल बताने वाले सोहेल से कथित विवाद के समय कोहली कहां थे?
सोहेल खान से विवाद वाले मैच से पहले का विराट कोहली का रिकॉर्ड
फॉर्मेट
मैच
रन
बेस्ट स्कोर
औसत
शतक
टेस्ट
33
2547
169
46.30
10
वनडे
150
6232
183
51.50
21
T20I
28
972
78*
46.28
0
जैसा कि आपने आंकड़ों में देख लिया। विराट कोहली उस समय तक न केवल वनडे में 150 मैच खेल चुके थे, बल्कि 21 शतक लगा चुके थे, जो पाकिस्तान के लिए सबसे अधिक शतक लगाने का रिकॉर्ड अपने नाम रखने वाले सईद अनवर से एक अधिक था। अनवर ने 247 वनडे में 20 शतक लगाए हैं। दूसरी ओर, टेस्ट में विराट कोहली कप्तान बन चुके थे। दूसरी ओर, सोहेल खान का पूरा वनडे करियर सिर्फ 13 मैचों में निपट गया।
विराट कोहली का ओवरऑल करियर
फॉर्मेट
मैच
रन
बेस्ट स्कोर
औसत
शतक
टेस्ट
104
8119
254*
48.90
27
वनडे
271
12809
183
57.69
46
T20I
115
4008
122*
52.73
1
विराट कोहली को आज क्रिकेट का किंग कहा जाता है। वह क्रिकेट के तमाम वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम रखते हैं, जिनके सपने तक देखने की किसी पाकिस्तानी खिलाड़ी में हिम्मत नहीं है, क्योंकि वे जानते हैं कोहली जितने रिकॉर्ड बना पाना उनके लिए असंभव जैसा है। पाकिस्तान के सूरमा बल्लेबाज खुद की विराट से तुलना करने से भी डरते हैं।
बड़बोले सोहेल खान कहां टिकते हैं?
ऊपर तो सिर्फ क्रिकेट करियर का एनालिसिस किया गया है। विवादित मैच से पहले और अब तक के कोहली के क्रिकेट करियर के बारे में बताया गया है। लेकिन यह भी जानना जरूरी है कि कंगाली की राह पर खड़े पाकिस्तान में बैठकर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए डींगे हांक रहे सोहेल खान कहां टिकते हैं? तो क्रिकेट के आंकड़ों की कसौटी पर कसेंगे तो सोहेल खान शर्म से पानी-पानी हो जाएंगे। कोहली जितने मैच एक सीजन में भारत के लिए खेलते हैं सोहेल ने अपने पूरे क्रिकेट करियर में नहीं खेले।
इसे (सोहले खान) अटेंशन चाहिए, इग्नोर करें।
इरफान पठान, भारतीय क्रिकेटर
अपना रिकॉर्ड देखकर शर्म से डूब मरेंगे सोहेल खान!
सोहेल को अगर सामने बिठाकर उनके रिकॉर्ड उन्हें ही सुना दिए जाएं, दिखा दिए जाएं तो वह रो देंगे। शर्म से डूब मरेंगे। सोहेल को पाकिस्तान के लिए सिर्फ 9 टेस्ट खेलने का मौका मिला। या यूं कह लें कि भारत की तुलना में मुट्ठी भर जनसंख्या वाले देश पाकिस्तान, जहां भारत के मुकाबले नेशनल टीम में जगह बनाने के लिए बहुत कमजोर फाइट होती है, उन्हें इतने मैच के लिए ही योग्य समझा गया। इस दौरान सोहेल ने 27 विकेट झटके, जबकि वनडे करियर 13 मैचों में ही निपट गया। इस में उनके नाम 19 विकेट हैं, जबकि टी-20 इंटरनेशनल में 5 मैच में 5 विकेट हैं।
विवाद वाले मैच में भी कोहली ने दिखाई थी औकात, जड़ा था शतक
ऑस्ट्रेलिया की टीम के लिए भारत के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले एक बुरी खबर है। टीम के प्रमुख तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड को सीरीज के पहले दो मैचों से बाहर होना पड़ सकता है। चोट के कारण जोश हेजलवुड भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज के पहले दो मुकाबलों में नहीं खेल पाएंगे। ऑस्ट्रेलिया की टीम के लिए ये बड़ा झटका है, क्योंकि वे कंगारू टीम के प्रमुख खिलाड़ी हैं।
क्रिकबज की रिपोर्ट की मानें तो पिछले महीने सिडनी टेस्ट में गेंदबाजी करने के बाद बायें पैर में अकिलिस की चोट से जोश हेजलवुड अभी पूरी तरह रिकवर नहीं हो सके हैं। ऐसे में उनके भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज के पहले हाफ से बाहर होने की संभावना है। हेजलवुड ने अपने साथियों को उनके प्रशिक्षण में सहायता करने के अलावा अलूर में ऑस्ट्रेलिया के प्री-सीरीज कैंप में सक्रिय भाग नहीं लिया है।
अनुभवी तेज गेंदबाज के मंगलवार (7 फरवरी) को नागपुर में अपने पहले गेंदबाजी सत्र में भाग लेने की उम्मीद है। हालांकि, यह निश्चित है कि वह पहले टेस्ट में नहीं खेल पाएंगे। ऐसे में स्कॉट बोलैंड के लिए अपना पहला विदेशी टेस्ट खेलने का दरवाजा खोल गया है। दिल्ली में खेले जाने वाले दूसरे टेस्ट मैच में भी उनकी उपलब्धता पहले मैच के दौरान लिए जाने की संभावना है। मिचेल स्टार्क भी पहले दो मैचों से बाहर हैं।
जोश हेजलवुड ने रविवार (5 फरवरी) को बैंगलोर के बाहरी इलाके में केएससीए स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के अंतिम सत्र से पहले कहा, “पहले टेस्ट के बारे में निश्चित नहीं है। यह अभी भी कुछ दिन दूर हैं, लेकिन यह बहुत जल्दी खेला जाना है। दूसरा टेस्ट स्पष्ट रूप से थोड़ा बाद में है। इसलिए, हम इसे अगले सप्ताह और अगले कुछ दिनों में देखेंगे और उम्मीद है कि मंगलवार को चोट ठीक हो जाए।”
दुबई: बीसीसीआई सचिव जय शाह (Jay Shah) और पीसीबी चेयरमैन नजम सेठी के बीच बहरीन में हुई पहली औपचारिक मुलाकात के बाद एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) एशिया कप वनडे टूर्नामेंट के वैकल्पिक स्थल पर फैसला मार्च में करेगी। एशिया कप मेजबानी का अधिकार शुरू में पाकिस्तान को दिया गया था और इसे सितंबर 2023 में कराया जाना था लेकिन एसीसी के चेयरमैन शाह ने पिछले साल अक्टूबर में घोषणा की कि भारत पाकिस्तान का दौरा नहीं करेगा।
यूएई को मिलेगी मेजबानी
यह दीगर है कि संयुक्त अरब अमीरात के तीन स्थल- दुबई, अबुधाबी और शारजाह – टूर्नामेंट की मेजबानी के प्रबल दावेदार हैं लेकिन कुछ समय के लिये फैसला टाल दिया गया है। एसीसी सदस्य देशों के सभी प्रमुखों ने आपात बैठक में हिस्सा लिया जो पीसीबी चेयरमैन सेठी के कहने पर बुलायी गयी थी। सेठी ने यह बैठक इसलिए बुलाई थी क्योंकि एसीसी ने महाद्वीपीय संस्था का कार्यक्रम जारी कर दिया गया है जिसमें पाकिस्तान को मेजबान का नाम नहीं दिया गया।
भारत नहीं जाएगा पाकिस्तान
इसकी जानकारी रखने वाले बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने कहा, ‘एसीसी के सदस्यों ने आज मुलाकात की और इसमें काफी सकारात्मक चर्चा हुई। लेकिन स्थल कहीं और करने पर फैसला मार्च तक स्थगित कर दिया गया। लेकिन आश्वस्त रहिये कि भारत पाकिस्तान नहीं जा रहा, टूर्नामेंट को ही कहीं ओर कराया जायेगा। विराट कोहली, रोहित शर्मा और शुभमन गिल जैसे खिलाड़ियों के बिना टूर्नामेंट से प्रायोजक हट जायेंगे।’
एसीसी के अंदरूनी सूत्र ने कहा कि सेठी हाल में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) चेयरमैन बने हैं और अगर वह पहली ही बैठक में पीछे हट जाते तो उनके देश में इसका खराब असर पड़ता। पाकिस्तान इस समय आर्थिक संकट और महंगाई से जूझ रहा है। एशिया कप जैसे बड़े टूर्नामेंट का आयोजन करना पीसीबी के लिये नुकसान का सौदा साबित होगा, भले ही एसीसी इसके लिये अनुदान दे।
इसलिये रणनीतिक तौर पर अगर टूर्नामेंट संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में कराया जाता है तो पूरी संभावना है कि सभी सदस्य देशों को भी प्रसारण राजस्व से अपना हिस्सा मिलेगा। एक अन्य फैसले में एसीसी ने अफगानिस्तान क्रिकेट संघ को दिया जाने वाला सालाना बजट छह से 15 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है। एसीसी ने आश्वस्त किया कि इससे अफगानिस्तान बोर्ड को हर संभव तरीके से मदद करेगा ताकि देश में महिला क्रिकेट को बहाल किया जा सके। तालिबान ने महिलाओं के खेलने पर पांबदी लगायी हुई है।