सर्बियाई बास्केटबॉल स्टार मार्को गुडुरिच ने ओलम्पिया मिलानो के साथ अपने करियर का नया अध्याय शुरू किया है, और उनके इरादे स्पष्ट हैं: इटैलियन क्लब को यूरोलीग के शीर्ष पर वापस लाना। क्या यह चैंपियन खिलाड़ी मिलानो की किस्मत बदल पाएगा?
बास्केटबॉल की दुनिया में कुछ ही खिलाड़ी ऐसे होते हैं जो अपने मैदान पर उतरते ही खेल का रुख बदलने की क्षमता रखते हैं। सर्बिया के मार्को गुडुरिच, जो हाल ही में ओलम्पिया मिलानो में शामिल हुए हैं, उन दुर्लभ प्रतिभाओं में से एक हैं। उनका इटैलियन टीम के लिए डेब्यू किसी फिल्म के स्क्रिप्ट से कम नहीं था – अपने ही घर, बेलग्रेड में, जहां उन्होंने कभी क्रवेना ज़वेज़दा के लिए खेला था। एक ऐसी शुरुआत, जो किस्मत के ताने-बाने को खूबसूरती से बुनती है।
एक शानदार वापसी और तत्काल प्रभाव
यूरोपियन चैंपियनशिप से लगी टेंडोनाइटिस की चोट के कारण गुडुरिच प्री-सीजन का हिस्सा नहीं बन पाए थे। यह किसी भी खिलाड़ी के लिए एक निराशाजनक शुरुआत होती, लेकिन गुडुरिच ने वापसी की और धमाकेदार वापसी की। क्रवेना ज़वेज़दा के खिलाफ, उन्होंने 17 मिनट से भी कम समय में 10 अंक बनाए, जिसमें तीन थ्री-पॉइंटर्स शामिल थे, जिन्होंने खेल का पूरा मिजाज बदल दिया। मिलानो के कोच एत्तोरे मेसीना ने तुरंत उनके महत्व को पहचान लिया। उन्होंने कहा, “हमें लगा था कि वह तुरंत हमारी मदद कर सकते हैं। उन्होंने ज्यादा नहीं खेला, लेकिन हमने उन्हें खेल के महत्वपूर्ण क्षणों में इस्तेमाल करने की कोशिश की, और चैंपियनों की तरह, वह निर्णायक साबित हुए।”
गुडुरिच के आने से मिलानो की उम्मीदें आसमान छू रही हैं। वे एक ऐसे खिलाड़ी हैं जो फेनरबाचे के साथ यूरोपीयन चैंपियन रह चुके हैं और टीम की आत्मा के रूप में जाने जाते थे। उनका अनुभव और नेतृत्व क्षमता मिलानो के लिए बेहद अहम साबित हो सकती है, खासकर जब टीम 2022 से यूरोलीग प्लेऑफ में जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रही है।
प्लेऑफ का लक्ष्य और `कम्फर्ट जोन` से बाहर
गुडुरिच का मिलानो में आना सिर्फ एक और ट्रांसफर नहीं है, बल्कि यह एक घोषणा है – मिलानो गंभीर है, और गुडुरिच एक गंभीर खिलाड़ी हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा है, “लक्ष्य प्लेऑफ में जाना है और देखना है कि आगे क्या होता है।” इटैलियन लीग में, जहां मिलानो की टीम `गैरकानूनी` दिख सकती है (एक खिलाड़ी के रूप में, यह एक मीठा व्यंग्य है), यूरोलीग एक अलग ही चुनौती पेश करता है।
अपने पिछले क्लब, फेनरबाचे को इतने सालों बाद छोड़कर मिलानो आना उनके लिए `कम्फर्ट जोन` से बाहर निकलने जैसा था। वह इसे एक नई चुनौती मानते हैं और इससे उन्हें प्रेरणा मिलती है। “यह मेरे लिए एक नई चुनौती है: इतने सालों बाद फेनरबाचे को छोड़कर एक नए क्लब और एक नई लीग में आना, कम्फर्ट जोन से बाहर निकलना, मुझे बहुत प्रेरित करता है।” सर्बियाई राष्ट्रीय टीम के साथ उनकी पिछली निराशा भी उन्हें इस सीज़न में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित कर रही है।
टीम वर्क और नेतृत्व की नई परिभाषा
गुडुरिच टीम की संरचना से भी संतुष्ट हैं, जिसमें अनुभव और युवाओं का अच्छा मिश्रण है। वह बुकर्स, ब्राउन, और कैनकर जैसे पुराने प्रतिद्वंद्वियों को अब अपने टीममेट के रूप में देख रहे हैं, और एलिस, बोलमारो, मैनियन जैसे युवा और `भूखे` खिलाड़ियों की ऊर्जा से उत्साहित हैं।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि गुडुरिच नेतृत्व की पारंपरिक परिभाषा को नहीं मानते। वह कहते हैं, “लीडर… यह शब्द मुझे पसंद नहीं है। मेरे लिए नेतृत्व उदाहरण से मार्गदर्शन करना है। बात करना महत्वपूर्ण हो सकता है, लेकिन कुंजी वह है जो आप करते हैं।” उनके लिए, `मैं` नहीं, `हम` मायने रखता है।
गुडुरिच की यह सोच ओलम्पिया मिलानो के लिए एक नई संस्कृति का मार्ग प्रशस्त कर सकती है, जहां धैर्य, एक-दूसरे पर विश्वास और कोच के प्रति समर्पण सर्वोच्च हो। सीज़न लंबा है और यूरोलीग और भी प्रतिस्पर्धी हो गई है, लेकिन गुडुरिच के आगमन से मिलानो में एक नई उम्मीद जगी है। क्या वे इटैलियन लीग और कप जीतकर और यूरोलीग प्लेऑफ में पहुंचकर एक सफल सीज़न बना पाएंगे? यह तो वक्त ही बताएगा, लेकिन एक बात निश्चित है – मार्को गुडुरिच की उपस्थिति ने खेल को और अधिक रोमांचक बना दिया है।