गेमिंग की दुनिया में कभी-कभी ऐसी `समस्याएं` आती हैं, जो असल में किसी भी कंपनी का सपना होती हैं। निनटेंडो (Nintendo) के लिए, स्विच 2 (Switch 2) कंसोल की अनुपलब्धता कुछ ऐसी ही है। कंपनी इस बात के लिए “खेद” व्यक्त कर रही है कि उनका नया कंसोल `कई देशों में` लगातार बिक रहा है और उपभोक्ताओं को आसानी से नहीं मिल पा रहा है। अब जरा सोचिए, दुनिया की सबसे बड़ी गेमिंग कंपनियों में से एक अपने उत्पादों की बंपर बिक्री से `परेशान` है! यह निश्चित रूप से सफलता का एक नया अध्याय है, जहां मांग आपूर्ति से कहीं अधिक है।
रिकॉर्ड तोड़ बिक्री: एक `मीठी` परेशानी
निनटेंडो ने हाल ही में अपने वित्तीय परिणामों की घोषणा करते हुए बताया कि स्विच 2 ने लॉन्च के बाद सिर्फ सात हफ्तों में 6 मिलियन (60 लाख) से अधिक यूनिट्स की बिक्री कर दी है। जी हां, आपने सही पढ़ा – मात्र सात हफ्तों में 60 लाख कंसोल! यह संख्या किसी भी नए हार्डवेयर के लिए अविश्वसनीय है। कंपनी ने स्वीकार किया है कि इस असाधारण मांग के कारण कई बाजारों में आपूर्ति कम पड़ रही है, जिससे ग्राहकों को असुविधा हो रही है। इस “असुविधा” को दूर करने के लिए निनटेंडो अपनी उत्पादन और आपूर्ति प्रणालियों को मजबूत करने का लक्ष्य लेकर चल रहा है। खैर, यह तो वही बात हुई कि किसी के पास इतना पैसा आ जाए कि उसे गिनने में परेशानी हो रही हो।
यह बात सुनने में जितनी अजीब लगती है, हकीकत में यह निनटेंडो की अकल्पनीय सफलता को दर्शाती है। स्विच 2 ने लॉन्च के सिर्फ चार दिनों में 3.5 मिलियन (35 लाख) यूनिट्स बेचकर अब तक का सबसे तेज बिकने वाला होम कंसोल होने का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया है। अमेरिका में तो इसने जून महीने की हार्डवेयर बिक्री के दो दशक पुराने रिकॉर्ड को भी ध्वस्त कर दिया है। यह सिर्फ एक कंसोल नहीं, बल्कि गेमिंग के जुनून का प्रतीक बन गया है!
पिछली पीढ़ियों से तुलना: क्या यह COVID का प्रभाव नहीं?
यदि आपको याद हो, तो माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) और सोनी (Sony) को भी अपने नए कंसोल, एक्सबॉक्स सीरीज एक्स (Xbox Series X) और प्लेस्टेशन 5 (PlayStation 5) की लॉन्चिंग के बाद लगभग एक साल तक आपूर्ति संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ा था। लेकिन उन सिस्टमों की लॉन्चिंग कोविड-19 महामारी के ठीक बीच में हुई थी, जिससे वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाएं बुरी तरह प्रभावित थीं। निनटेंडो स्विच 2 की सफलता बिना किसी बाहरी बड़े वैश्विक संकट के हुई है, जो इसकी लोकप्रियता को और भी प्रभावशाली बनाती है।
निनटेंडो ऑफ अमेरिका के अध्यक्ष, डग बाउसर ने कंसोल लॉन्च होने से हफ्तों पहले उम्मीद जताई थी कि अमेरिका में स्विच 2 की आपूर्ति मांग को पूरा कर पाएगी। यह बात निनटेंडो के अध्यक्ष शुंटारो फुरुकावा के विचारों से मेल खाती थी कि शुरुआती हार्डवेयर बिक्री में कीमत एक बड़ा कारक होगी। खैर, भविष्यवाणी चाहे जो भी रही हो, बाजार ने एक अलग ही कहानी लिख दी है।
उपभोक्ताओं के लिए इसका क्या मतलब है?
इस नई धूम के बीच, एक महत्वपूर्ण खबर यह भी है कि मूल स्विच परिवार के सिस्टमों (जैसे निनटेंडो स्विच, स्विच लाइट, स्विच ओएलईडी) की अमेरिका में कीमतें कुछ ही दिनों में बढ़ने वाली हैं। हालांकि, राहत की बात यह है कि स्विच 2 कंसोल और निनटेंडो स्विच ऑनलाइन (Nintendo Switch Online) सदस्यता पर फिलहाल इस मूल्य वृद्धि का कोई असर नहीं पड़ेगा। लेकिन, `फिलहाल` शब्द पर ध्यान दें, क्योंकि भविष्य में यह बदल भी सकता है। हां, कुछ स्विच 2 एक्सेसरीज की कीमत जरूर बढ़ जाएगी। तो अगर आप कोई एक्सेसरी खरीदने की सोच रहे थे, तो शायद यह सही समय है, इससे पहले कि उसकी कीमत भी आसमान छूने लगे!
निष्कर्ष: इंतजार का फल मिलेगा?
निनटेंडो स्विच 2 ने दिखा दिया है कि वह सिर्फ एक गेमिंग कंसोल नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक घटना है। इसकी रिकॉर्ड तोड़ बिक्री और बाजार में इसकी लगातार कमी एक ही सिक्के के दो पहलू हैं: प्रचंड सफलता और उस सफलता से उपजी आपूर्ति की चुनौती। निनटेंडो ने अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने का वादा किया है, लेकिन कब तक यह `मीठी परेशानी` बनी रहेगी, यह देखना दिलचस्प होगा। जिन लाखों गेमर्स को अभी भी अपने स्विच 2 का इंतजार है, उनके लिए बस यही कहा जा सकता है: सब्र का फल मीठा होता है, और निनटेंडो के मामले में, शायद वह फल थोड़ा देर से मिले, लेकिन मिलेगा जरूर!