न्यूयॉर्क: उत्तरी अमेरिका के कई हिस्सों में इस समय मौसम जानलेवा बना हुआ है। न्यूयॉर्क के बफैलो की स्थिति तो बेहद खराब है। गर्वनर केथी होचुल ने बफैलो को किसी वॉर जोन की तरह करार दिया है। न्यूयॉर्क में सोमवार तक खराब मौसम की वजह से 28 लोगों की मौत हो गई है। पूरे देश में अब तक बर्फबारी और ठंड ने 50 से ज्यादा लोगों की जान ले ली है। वहीं, दूसरी तरफ बफैलो में चोर और लुटेरे खराब मौसम का फायदा उठा रहे हैं। यहां के कुछ स्टोर में लूटपाट और फायरिंग की खबरें आ रही हैं। तीन दिन से लगातार हो रही बर्फबारी ने लोगों को परेशान कर दिया है। वॉलमार्ट जैसे स्टोर्स पर लूट की घटनाओं के बाद पुलिस हाई अलर्ट पर है। हर हथियार प्रयोग कर रही प्रकृति न्यूयॉर्क की गर्वनर कैथी होचुल ने कहा, ‘हम प्रकृति से एक युद्ध लड़ रहे हैं और वह हम पर अपने हर अस्त्र के साथ हमले कर रही है।’ कैथी भी बफैलो की नागरिक हैं और यहां पर मौसम की मार सबसे ज्यादा पड़ी है। कैथी का कहना है कि इस मौसम में बाहर निकलना बिल्कुल किसी युद्ध में लड़ने सा है। सड़क के दोनों तरफ गाड़ियां फंसी हैं और यह वाकई डरावना है। कैथी खुद बफैलो की रहने वाली हैं। उन्होंने मौसम की इस स्थिति को खतरनाक और जानलेवा करार दिया है। साथ ही कैथी ने नागरिकों से अपील की है कि वो घरों के अंदर ही रहें। Bomb Cyclone: अमेरिका में बर्फीले तूफान में 41 लोगों की मौत, जानें क्या है बम साइक्लोन और क्यों मचा रहा तबाही 11 घंटे बाद बची जान क्रिसमस के मौके पर बफैलो में एक परिवार बर्फ में दब गया था। इस फैमिली में दो बच्चे भी थे जिनकी उम्र दो और छह साल थी। 11 घंटे तक फंसे रहने के बाद इन्हें बचाया जा सकता। सीबीएस न्यूज के साथ बात करते हुए परिवार के मुखिया जिला सैंटियागो ने बताया कि उन्होंने बचने की सारी उम्मीदें छोड़ दी थी। कार का इंजन चलता छोड़कर ही उन्होंने ठंड से बचने की तरकीब निकाली थी। बच्चों के साथ गेम खेलकर वह अपना तनाव और डर दूर कर रहे थे।
बताया जा रहा है कि कुछ इलाकों में इसी तरह के पीड़ित फंसे हो सकते हैं। गर्वनर होचुल के मुताबिक उन्होंने राष्ट्रपति जो बाइडेन से अपील की है इसे एक आपदा घोषित किया जाए और न्यूयॉर्क की मदद की जाए। अगले कुछ दिनों तक यहां पर मौसम के इसी तरह के रहने की संभावनाएं हैं। लोगों को सलाह दी गई है कि जरूरी होने पर ही वो घरों से बाहर निकलें। US Weather Deaths : अमेरिका में बर्फ के नीचे दबीं लाशें, मरने वालों का आंकड़ा पहुंचा 48, 60 फीसदी आबादी पर पड़ रहा असर स्टोर में लूटपाट बफैलो के 260 ब्लॉक बेले एवेन्यू में एक स्टोर में लूटपाट को रोकने के लिए फायरिंग की खबरें हैं। लोकल मीडिया की मानें तो यहां पर कुछ स्थानीय नागरिक जो मौसम की वजह से परेशान थे, स्टोर में दाखिल हो गए हैं। उन्होंने यहां पर लूटपाट शुरू कर दी। उन्हें नियंत्रित करने के लिए पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी थी। सोशल मीडिया पर यूजर्स की मानें तो करीब 30 मिनट तक इसी तरह की स्थिति थी। यहां तक कि कुछ महिलाएं भी स्टोर में दाखिल हो गई और उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी थी। बफैलो के मेयर जोसेफ ग्रामागिला की मानें तो कई लोगों को लूटपाट की घटनाओं में गिरफ्तार किया गया है। मेयर बायरन ब्राउन की मानें तो ऐसे समय में जब लोग सख्त मौसम में अपनी जान बचाने की कोशिशों में लगे हैं तो इस तरह की घटनाएं दिल दुखाती हैं। ब्राउन ने लूटेरो को ‘सबसे नीच इंसान’ करार दिया है।
जानवर भी बर्फ में जमे उत्तरी अमेरिका में क्रिसमस वीकेंड पर ढाई लाख घर अंधेरे में डूबे थे और कई जगहों पर ब्लैकआउट था। हालांकि कुछ घंटों के बाद बिजली की सप्लाई बहाल कर दी गई थी। वेरमॉन्ट, ओहायो, मिसौरी, विस्कोन्सिन, कांसास और कोलोराडो में मौसम की वजह से कई लोगों के मरने की खबरें हैं। दक्षिणी फ्लोरिडा में तापमान इतनी तेजी से गिरा कि कुछ जानवर तक बर्फ में जम गए। पश्चिमी अमेरिका का मोंटना में स्थितियां सबसे ज्यादा खराब हैं। यहां पर तापमान -50 डिग्री तक पहुंच गया था।
उन्होंने आशंका प्रकट की कि धमाके से पहले बम हमलावर पुलिस लाइंस में रह रहा होगा क्योंकि पुलिस लाइंस के अंदर फैमिली क्वाटर्स भी हैं। पेशावर पुलिस, आतंकवाद निरोधक विभाग, फ्रंटियर रिजर्व पुलिस, इलीट फोर्स एवं संचार विभाग के मुख्यालय भी इसी विस्फोट स्थल के आसपास हैं।
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ब्रिटेन के ग्रामीण क्षेत्रों में बिकने को तैयार खेतनुमा परमाणु बंकर
नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन युद्ध के आरंभ होने के बाद से ही तीसरे विश्वयुद्ध की आशंकाओं ने पूरी दुनिया को घेर रखा है। यूक्रेन पर रूस की ओर से परमाणु हमला किए जाने को लेकर अमेरिका समेत पूरा यूरोप चिंतित है। अब जिस तरह से युद्ध में हारते यूक्रेन को बचाने के लिए अमेरिका और यूरोपीय संघ सामने आया है, उसने तीसरे विश्वयुद्ध के खतरे को और भी बढ़ा दिया है। इस बीच ब्रिटेन से चौंकाने वाली खबर आई है। ब्रिटेन के ग्रामीण इलाकों में खुले आम धरती पर होने वाले महाविनाश से बचाने के लिए “परमाणु बंकर” 70 हजार पाउंड में बेचे जा रहे हैं। ऐसे में क्या माना जाए कि दुनिया में परमाणु युद्ध होने तय हो गया है, जिसके बाद इस तरह खुलेआम ग्रामीण क्षेत्रों में परमाणु बंकर बेचे जा रहे हैं। यह देखने में बिलकुल खेतनुमा हैं।
परमाणु बंकर में क्या है
ब्रिटेन के डर्बीशायर स्थित ग्रामीण इलाकों में 12 फीट गहरा एक भूमिगत परमाणु बंकर 70,000 पाउंड में बेचा जा रहा है, जिसमें दो कमरे हैं। इसे परमाणु हमले का सामना करने के लिए प्रबलित कंक्रीट से बनाया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में इसे भूमिगत रूप से छिपा हुआ यह परमाणु बंकर भूखंड के तौर पर बिक्री को तैयार है। 70 हजार पाउंड देकर इसे आप भी हासिल कर सकते हैं।
ब्रिटेन के ग्रामीण इलाकों में परमाणु कयामत के दिन बंकर के लिए छिपा हुआ भूखंड 70,000 पाउंड में बेचा जा रहा है।
खुली आंखों से देखा जा सकता है परमाणु बंकर
डर्बीशायर के बोल्सोवर में ऑब्जर्वर पोस्ट फील्ड व्हिटवेल स्थित है। खुली आंखों से देखा जा सकने वाला यह परमाणु बंकर भूखंड उसके मौजूदा मालिक द्वारा फसल उगाने के लिए दलदलनुमा क्षेत्र किसान के खेत के तौर पर दिखाई देगा। यह दो अलग-अलग लॉट से बना है। डर्बीशायरलाइव की रिपोर्ट के अनुसार, पहला लगभग 21.55 एकड़ में फैला है। इसमें करीब चार परमाणु बंकर हैं और यह £280,000 मूल्य का है। यहां खेत के मालिक ने हाल के वर्षों में अपनी फसलें भी रखी हैं। वहीं दूसरा भाग 4.61 एकड़ खंड में है, जिसमें शीतयुद्ध का एक आश्रय भी शामिल है। ऐसे में परमाणु बंकर युक्त इस खेत की कुल कीमत 3 लाख 50000 पाउंड हो जाती है। 70 हजार पाउंड देकर इसमें से एक बंकर खरीदा जा सकता है। डर्बीशायर काउंटी काउंसिल ने इसे आश्रय के रूप में पंजीकृत किया है, जिसे स्मारक के तौर पर सील कर दिया गया है।
प्राधिकरण की वेबसाइट ने किया अलग दावा
ब्रिटेन के ग्रामीण इलाकों में खुले आम बिकने को तैयार इन परमाणु बंकरों के बारे में खुलासा होने से दुनिया भर में हलचल पैदा हो गई है। वहीं डर्बीशायर के प्राधिकरण की वेबसाइट कहती है कि “पिछली डेढ़ शताब्दी में इस साइट का उपयोग इसके अच्छे वैंटेज प्वाइंट के लिए किया गया है। व्हिटवेल लोकल हिस्ट्री ग्रुप के अनुसार इसे रॉयल ऑब्जर्वर कॉर्प्स द्वारा 1939 के बाद से एक ऑब्जर्वेशन प्वाइंट के रूप में इस्तेमाल किया गया था और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हर दिन इसका उपयोग इसी उद्देश्य के लिए किया गया था।
परमाणु बंकर के पास बना आश्रय स्थल 1970 के दशक का
प्राधिकरण के अनुसार 1970 के दशक में परमाणु हमले के स्थिति में इसके पास में एक भूमिगत आश्रय स्थल भी बनाया गया था। आश्रय के अंदर दो कमरे हैं। ब्रिटेन के गृहमंत्रालय ने परमाणु हमले के खिलाफ एक कम्युनल एरिया डब्ल्यू/सी (1) के तौर पर पूरे देश में कुल 870 थर्मो-न्यूक्लियर फॉलआउट शेल्टर सामरिक रक्षा के हिस्से के रूप में बनाए गए थे। यह ऑब्जर्वेशन प्वाइंट के तौर पर भी इस्तेमाल होते थे। साइज में 18 फीट x 10 फीट माप वाले इन बंकरों को 12 फीट नीचे भूमिगत बनाया गया था। जो कि प्रबलित कंक्रीट से बने थे और प्रत्येक की लागत £2,000 पाउंड थी। 1992 में आश्रयों का विमोचन किया गया था जब तत्कालीन गृह सचिव ने फैसला किया था कि वे अब आवश्यक नहीं थे।”
अब खेत व घुड़सवारी के रूप में हो सकता है इस्तेमाल
चेस्टरफ़ील्ड में स्थित डब्ल्यूटी पार्कर एस्टेट एजेंटों के एजेंट कहते हैं कि अब इसके आसपास की भूमि “अन्य कृषि / घुड़सवारी प्रकार के उपयोग के लिए इस्तेमाल की जा सकती है, जो नियोजन सहमति प्राप्त करने के अधीन है”। एजेंट कहते हैं कि “अप्रयुक्त बंकर के लिए एक ओवरहेड लाइन है। हालांकि हमें किसी भी मुख्य सेवा से जुड़े होने की जानकारी नहीं है। “प्लान में हरे रंग से दिखाया गया भूमि का एक क्षेत्र अपंजीकृत प्रतीत होता है। यह चारों ओर संभवतः बंकर के हिस्से को घेर रखा है। जो कि विक्रेता के पंजीकृत शीर्षक संख्या DY431357 के तहत आता है। यह कई वर्षों से विक्रेता के स्वामित्व में है। “इस प्रकार, विक्रेता भविष्य में किए गए किसी भी तीसरे पक्ष के स्वामित्व के दावों के खिलाफ खरीदार को क्षतिपूर्ति करेगा। हम हरे रंग की भूमि के स्वामित्व से अवगत नहीं हैं और यह बिक्री में शामिल नहीं है।”
तालिबान का शीर्ष नेतृत्व सुप्रीम कमांडर हिबतुल्लाह अखुंदजादा को पद से हटाने पर विचार कर रहा है। नेतृत्व का मानना है कि अखुंदजादा के कारण तालिबान सरकार के दो फाड़ होने का खतरा बढ़ गया है। हिबतुल्लाह किसी भी कीमत पर महिला शिक्षा पर लगे प्रतिबंध को हटाने के पक्ष में नहीं हैं।