शतरंज जगत के सबसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंटों में से एक, नॉर्वे शतरंज 2025 का समापन बेहद रोमांचक अंदाज में हुआ। स्टार खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन ने सातवीं बार इस खिताब पर कब्जा जमाया, जबकि भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश और महिला वर्ग में कोनेरू हम्पी पोडियम पर पहुंचने में सफल रहे, लेकिन खिताब से थोड़ा चूक गए। अंतिम राउंड की नाटकीयता ने साबित कर दिया कि शीर्ष स्तर पर एक भी चाल पूरी कहानी बदल सकती है।
ओपन वर्ग: कार्लसन की जीत और गुकेश का करीबी मुकाबला
टूर्नामेंट के अंतिम राउंड में मैग्नस कार्लसन और डी गुकेश के बीच अंकों का फासला बेहद कम था। कार्लसन को खिताब सुनिश्चित करने के लिए अपने अंतिम क्लासिकल गेम में अर्जुन एरिगैसी के खिलाफ कम से कम ड्रॉ की आवश्यकता थी। दूसरी ओर, गुकेश को फैबियानो कारुआना को हराना था और उम्मीद करनी थी कि कार्लसन अपना गेम हार जाएं, या आर्मागेडन में जाएं और हारें।
कार्लसन और एरिगैसी के बीच मुकाबला तनावपूर्ण रहा। एक समय ऐसा लग रहा था कि अर्जुन एरिगैसी, अपनी शानदार रणनीति से, विश्व नंबर 1 के लिए मुश्किल खड़ी कर रहे हैं। अर्जुन के पास बेहतर स्थिति थी, जिसने कार्लसन और उनके घरेलू दर्शकों को चिंतित कर दिया था। लेकिन मैग्नस कार्लसन ने अपनी रक्षात्मक कौशल और टुकड़ों के बेहतरीन तालमेल का प्रदर्शन करते हुए स्थिति को पलटने की कोशिश की। उन्होंने अपनी दो नाइट और रुक के साथ एरिगैसी के किंग पर हमला बोलते हुए जवाबी खेल दिखाया। हालांकि, अंत में उन्हें जीत का सही रास्ता नहीं मिला और तीन बार चालों की पुनरावृति करके गेम ड्रॉ पर समाप्त हुआ। यह ड्रॉ कार्लसन को खिताब जीतने के लिए पर्याप्त था।
दूसरी ओर, डी गुकेश और फैबियानो कारुआना के बीच का खेल किसी रोलरकोस्टर से कम नहीं था। दोनों खिलाड़ियों ने एक-दूसरे के खिलाफ आक्रामक खेल खेला। 47वीं चाल पर, कारुआना जीत की स्थिति में थे, लेकिन उन्होंने एक बड़ी गलती की। अविश्वसनीय रूप से, 48वीं चाल पर, गुकेश ने भी एक गलती कर दी। बिशप को अपनी रानी से लेने के बजाय, उन्होंने अपने प्यादे को रानी बनाने के लिए आगे बढ़ाया, और अंततः नाइट के जाल में फंस गए, जिससे एंडगेम में उन्हें एक मोहरे का नुकसान हो जाता। इस गलती के परिणामस्वरूप गुकेश को गेम हारना पड़ा।
खिताब के लिए इतनी कड़ी लड़ाई लड़ने के बावजूद, अंतिम राउंड में मिली हार से गुकेश दूसरे स्थान से भी चूक गए और फैबियानो कारुआना ने दूसरा स्थान हासिल कर लिया। यह शतरंज की खूबसूरती और क्रूरता का एक बेहतरीन उदाहरण था, जहां कुछ ही चालों में सारी मेहनत पर पानी फिर सकता है।
नॉर्वे शतरंज 2025 अंतिम रैंकिंग (ओपन वर्ग):
- मैग्नस कार्लसन – 16 अंक
- फैबियानो कारुआना – 15.5 अंक
- डी गुकेश – 14.5 अंक
- हिकारू नाकामुरा – 14 अंक
- अर्जुन एरिगैसी – 13 अंक
- वेई यी – 9.5 अंक
महिला वर्ग: अन्ना मुज्यचुक की जीत और हम्पी का संघर्ष
महिला वर्ग में भी रोमांच कम नहीं था। यूक्रेन की अन्ना मुज्यचुक ने टूर्नामेंट जीता, जबकि भारतीय दिग्गज कोनेरू हम्पी तीसरे स्थान पर रहीं। हम्पी खिताब जीतने के करीब थीं, लेकिन अंतिम राउंड में विश्व चैंपियन जू वेंजुन के खिलाफ क्लासिकल गेम जीतने में असफल रहीं।
कोनेरू हम्पी और जू वेंजुन के बीच क्लासिकल गेम बराबरी पर छूटा। हम्पी को गेम में कुछ मौके मिले, लेकिन वह उन्हें स्पष्ट जीत में नहीं बदल पाईं। क्लासिकल ड्रॉ के बाद, गेम आर्मागेडन में गया, जहां हम्पी ने जीत हासिल की। हालांकि, यह जीत उन्हें टूर्नामेंट जीतने या दूसरे स्थान पर पहुंचने के लिए पर्याप्त नहीं थी। अंततः चीन की लेई टिंग्जी दूसरे स्थान पर रहीं और कोनेरू हम्पी को तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा।
इस बीच, अन्ना मुज्यचुक ने टूर्नामेंट जीत लिया, भले ही वह अंतिम राउंड में आर वैशाली के खिलाफ आर्मागेडन गेम हार गईं। मुज्यचुक और वैशाली के बीच क्लासिकल गेम जल्दी ही ड्रॉ हो गया था। आर्मागेडन में, मुज्यचुक का पलड़ा भारी था, लेकिन एंडगेम में उन्होंने एक गलती की और अंततः समय समाप्त होने के कारण हार गईं। वैशाली ने इस जीत के साथ अपने टूर्नामेंट का सकारात्मक अंत किया, भले ही वह रैंकिंग में पांचवें स्थान पर रहीं। यह एक और दिलचस्प मोड़ था जहां टूर्नामेंट का विजेता अपना अंतिम गेम हार गया!
नॉर्वे शतरंज महिला 2025 अंतिम रैंकिंग:
- अन्ना मुज्यचुक – 16.5 अंक
- लेई टिंग्जी – 16 अंक
- कोनेरू हम्पी – 15 अंक
- जू वेंजुन – 13.5 अंक
- आर वैशाली – 11 अंक
- सारा खादेम – 9 अंक
कुल मिलाकर, नॉर्वे शतरंज 2025 ने एक बार फिर साबित कर दिया कि क्यों यह टूर्नामेंट दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शतरंज खिलाड़ियों को आकर्षित करता है। मैग्नस कार्लसन ने अपनी बादशाहत बरकरार रखी, जबकि युवा भारतीय खिलाड़ियों ने दिखाया कि वे दुनिया के दिग्गजों को कड़ी चुनौती देने के लिए तैयार हैं। अंतिम राउंड की अप्रत्याशितता ने इसे एक यादगार टूर्नामेंट बना दिया।