Madhya Pradesh Assembly Elections 2023: मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने 88 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। उम्मीद थी कि इस लिस्ट के बाद बागियों की चुनौती दूर होगी लेकिन यह और बढ़ती मालूम पड़ रही है। हालांकि कांग्रेस ने दूसरी सूची में तीन सीटों पर उम्मीदवार बदले हैं। फिर भी अंदरूनी खींचतान बरकरार है। सूबे में कई विधानसभा सीटों पर बागी ताल ठोंकते नजर आ रहे हैं। इस रिपोर्ट में उन सीटों का लेखाजोखा जहां से बागी निर्दलीय लड़ने का मन बना रहे हैं या ऐसा ऐलान कर चुके हैं।
दो दर्जन से ज्यादा सीटों पर विरोध, मुरैना में चुनौती
सूबे में दो दर्जन से ज्यादा सीटों पर कांग्रेस के भीतर विरोध दिख रहा है। मुरैना की सुमावली विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक अजब सिंह कुशवाहा का टिकिट कट गया है। इससे समर्थकों में आक्रोश है। वहीं अजब सिंह ने कांग्रेस नेताओं पर प्रतिद्वंदी से टिकट के बदले करोड़ों रुपए लेने का आरोप लगाया है। उन्होंने कमलनाथ को चुनौती दी है कि यदि मुरैना कि 6 विधानसभा सीटों में से किसी एक पर भी कांग्रेस जीत जाए तो वह राजनीति छोड़ देंगे।
नेता कर रहे निर्दलीय लड़ने का ऐलान
टीकमगढ़ जिले की खरगापुर विधानसभा सीट पर टिकट नहीं मिलने से नाराज अजय सिंह यादव निर्दलीय मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। वहीं रीवा विधानसभा सीट से कविता पांडेय आवाज उठा रही हैं। सेमरिया सीट से अभय मिश्रा को टिकट दिए जाने का विरोध हो रहा है। वह भाजपा से आए हैं। महू सीट से अंतर सिंह दरबार को टिकट नहीं दिए जाने के बाद विरोध दिख रहा है। अंतर सिंह दरबार अब महू से निर्दलीय लड़ेंगे। कांग्रेस ने 15 दिन पहले ही भाजपा से आए रामकिशोर को टिकट दिया है।
इन सीटों पर भी बागी ठोंक रहे ताल
ग्वालियर दक्षिण सीट से केदार कंसाना को कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया है। इससे उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। वह चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं। उज्जैन उत्तर से विवेक यादव भी बगावत पर उतर आए हैं। कांग्रेस ने उनको टिकट नहीं दिया था। शाजापुर की कालापीपल विधानसभा से छाताभुज तोमर भी बगावत का बिगुल फूंक चुके हैं। कांग्रेस से टिकट कटने पर उन्होंने AAP का दामन थामा है। बिजावर से टिकट नहीं मिलने पर राजेश शर्मा भी कांग्रेस से इस्तीफा दे चुके हैं।
दूसरी लिस्ट के बाद और बढ़ा विरोध
वहीं समाचार एजेंसी पीटीआई भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, दूसरी लिस्ट जारी होने के बाद कांग्रेस के भीतर विरोध और बढ़ गया है। शुक्रवार को राज्य में कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। पार्टी कार्यकर्ताओं ने बुरहानपुर, शाजापुर जिले के शुजालपुर, नर्मदापुरम जिले के सिवनी-मालवा, रीवा जिले के सेमरिया, रतलाम जिले के जावरा और आलोट सहित कुछ अन्य स्थानों पर उम्मीदवारों के नामों का विरोध किया। नाराज कार्यकर्ताओं ने हिम्मत श्रीमाल का पुतला जलाया, जिनको कांग्रेस ने रतलाम जिले की जावरा सीट से मैदान में उतारा है।
बड़ी संख्या में विरोध प्रदर्शन
रतलाम जिले की आलोट सीट से टिकट नहीं मिलने से नाराज कांग्रेस के पूर्व लोकसभा सदस्य प्रेमचंद गुड्डू ने बड़ी संख्या में अपने समर्थकों के साथ विरोध प्रदर्शन किया। गुड्डू ने कहा कि वह निर्दलीय के रूप में लड़ सकते हैं। वहीं शुजालपुर विधानसभा क्षेत्र से रामवीर सिंह सिकरवार को दी गई उम्मीदवारी के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की। नर्मदापुरम जिले के सिवनी-मालवा निर्वाचन क्षेत्र से टिकट से वंचित किए गए पूर्व विधायक ओमप्रकाश रघुवंशी के समर्थकों ने भी बवाल काटा।
डेमेज कंट्रोल की कोशिश नाकाफी
हालांकि कांग्रेस की ओर से डैमेट कंट्रोल की कोशिश भी हुई है लेकिन इसे नाकाफी बताया जा रहा है। कांग्रेस ने दतिया से अवधेश नायक की जगह राजेंद्र भारती को उम्मीदवार बनाया है। पहले राजेंद्र भारती का टिकट काट दिया गया था जिसको लेकर उनके समर्थकों में भारी आक्रोश देखा जा रहा था। कांग्रेस ने पिछोर विधानसभा सीट पर भी उम्मीदवार बदला है। शैलेंद्र सिंह की जगह अरविंद सिंह लोधी को टिकट दिया गया है। वहीं गोटेगांव विधानसभा क्षेत्र से शेखर चौधरी की जगह नर्मदा प्रसाद प्रजापति को उतारा गया है। पहले प्रजापति का टिकट कट गया था।
(पीटीआई भाषा और स्थानीय संवाददाताओं के इनपुट पर आधारित रिपोर्ट)