महिला विश्व कप: चैंपियन ऑस्ट्रेलिया की शानदार शुरुआत, न्यूजीलैंड को दी करारी शिकस्त

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आईसीसी महिला विश्व कप का महासंग्राम शुरू हो चुका है, और डिफेंडिंग चैंपियन ऑस्ट्रेलिया ने अपने पहले ही मैच में धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए यह साफ कर दिया है कि वे अपने खिताब की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार हैं। इंदौर में खेले गए उद्घाटन मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने अपनी चिर-प्रतिद्वंद्वी न्यूजीलैंड को 89 रनों से हराकर टूर्नामेंट में अपनी मजबूत दावेदारी पेश की है। यह सिर्फ एक जीत नहीं, बल्कि विरोधियों के लिए एक कड़ा संदेश है कि इस बार भी ताज हासिल करना आसान नहीं होगा।

एश्ले गार्डनर का शतक और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों की धाक

टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम ने एक बड़ा स्कोर खड़ा करने का इरादा साफ कर दिया था। हालांकि, उनकी शुरुआत थोड़ी डगमगाई और एक समय 113 रन पर 4 विकेट गंवाकर टीम मुश्किल में दिख रही थी। यहां तक कि पूर्व निर्धारित योजनाओं पर भी सवाल उठने लगे थे। लेकिन, क्रिकेट की दुनिया में कई बार एक खिलाड़ी पूरे मैच का रुख बदल देता है, और बुधवार को यह भूमिका एश्ले गार्डनर ने निभाई। उन्होंने उस समय क्रीज संभाली जब टीम को एक स्थिर और आक्रामक पारी की सख्त जरूरत थी। गार्डनर ने 115 रनों की अपनी दूसरी वनडे सेंचुरी जड़कर न सिर्फ टीम को संकट से उबारा, बल्कि एक विशाल स्कोर की नींव भी रखी। यह सिर्फ शतक नहीं था, बल्कि दबाव में खेली गई एक अविश्वसनीय पारी थी, जिसमें उन्होंने अपनी क्लास और धैर्य का बेहतरीन प्रदर्शन किया। उनके अलावा फोबे लिचफील्ड (45) और किम गार्थ (38) ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिससे ऑस्ट्रेलिया ने निर्धारित 49.3 ओवरों में 326 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया।

न्यूजीलैंड का बिखराव और सोफी डिवाइन का `मीठा ज़हर`

327 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करना किसी भी टीम के लिए एक बड़ी चुनौती होती है, और न्यूजीलैंड के लिए यह चुनौती शुरुआत से ही पहाड़ जैसी लगने लगी। उनकी पारी का आगाज़ किसी बुरे सपने से कम नहीं था। पहले दो ओवरों में ही दो विकेट गंवाकर न्यूजीलैंड का स्कोरबोर्ड “अंकों” का खाता भी नहीं खोल पाया था। जॉर्जिया प्लिमर रन आउट हुईं, और अगले ही ओवर में सुजी बेट्स भी सोफी मोलिन्यूक्स की गेंद पर क्लीन बोल्ड हो गईं। यह वह पल था जब मनोवैज्ञानिक रूप से न्यूजीलैंड का खेल काफी हद तक खत्म हो चुका था।

हालांकि, कप्तान सोफी डिवाइन ने हार नहीं मानी। उन्होंने 112 गेंदों पर 111 रनों की शानदार शतकीय पारी खेलकर एकतरफा लड़ाई लड़ी। उनकी पारी में 12 चौके और 3 गगनचुंबी छक्के शामिल थे, जो उनकी क्लास और जुझारूपन का प्रमाण थे। लेकिन, क्रिकेट एक टीम गेम है, और डिवाइन को किसी और बल्लेबाज से पर्याप्त समर्थन नहीं मिल सका। ब्रुक हॉलिडे (28) और इसाबेला गाज़े (24) ने कुछ देर उनका साथ दिया, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों के अनुशासित प्रदर्शन के आगे उनकी एक न चली। डिवाइन का शतक उनकी टीम के लिए `मीठा ज़हर` साबित हुआ – व्यक्तिगत रूप से शानदार, लेकिन टीम की हार को टालने में नाकाम।

गेंदबाजों का दबदबा और ऑस्ट्रेलिया की क्लीनिकल जीत

ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने भी अपना काम बखूबी किया। लक्ष्य बड़ा था, लेकिन उन्हें इसे डिफेंड करने का पूरा भरोसा था। तेज गेंदबाज एनाबेल सदरलैंड ने 26 रन देकर 3 विकेट लिए, जबकि स्पिनर अलाना किंग (44 रन पर 2 विकेट) और सोफी मोलिन्यूक्स (25 रन पर 3 विकेट) ने अपनी फिरकी से न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को खूब परेशान किया। उनकी सटीक लाइन और लेंथ ने न्यूजीलैंड को कभी भी मैच में वापसी का मौका नहीं दिया। पूरे 43.2 ओवरों में न्यूजीलैंड की टीम 237 रन बनाकर ऑल आउट हो गई और ऑस्ट्रेलिया ने 89 रनों की एकतरफा जीत दर्ज की।

विश्व कप अभियान की शानदार शुरुआत

यह जीत सिर्फ दो अंक नहीं, बल्कि ऑस्ट्रेलियाई टीम के आत्मविश्वास में कई गुना वृद्धि करेगी। डिफेंडिंग चैंपियन होने का दबाव हमेशा होता है, लेकिन इस तरह की प्रभावी जीत से टीम को बाकी टूर्नामेंट के लिए एक मजबूत मंच मिलता है। दूसरी ओर, न्यूजीलैंड को अपनी बल्लेबाजी में गहराई और एकजुटता पर काम करने की जरूरत है। सोफी डिवाइन का प्रदर्शन सराहनीय था, लेकिन अकेले दम पर मैच जीतना असंभव होता है। ऑस्ट्रेलिया ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वे क्यों महिला क्रिकेट में एक ताकतवर टीम हैं, और उनका विश्व कप अभियान एक धमाकेदार शुरुआत के साथ आगे बढ़ चुका है। अब देखना यह होगा कि बाकी टीमें इस `पीली सुनामी` को कैसे रोक पाती हैं।