महिला क्रिकेट विश्व कप का बिगुल बज चुका है, और क्रिकेट प्रेमियों के लिए इससे बेहतर आगाज़ क्या हो सकता है, जब दो दिग्गज टीमें – दक्षिण अफ्रीका और चार बार की चैंपियन इंग्लैंड – पहले ही मुकाबले में एक-दूसरे के सामने हों? यह सिर्फ एक मैच नहीं, बल्कि एक खिताबी दौड़ का पहला कदम है, जहाँ एक तरफ वर्षों की मेहनत को ट्रॉफी में बदलने की कसक है, तो दूसरी तरफ अपने `शाही` दबदबे को बरकरार रखने की चुनौती।
दक्षिण अफ्रीका: ट्रॉफी की तलाश में एक कंसिस्टेंट टीम
दक्षिण अफ्रीका की महिला टीम पिछले कुछ समय से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही है। पिछले दो वनडे विश्व कप में सेमीफाइनल तक का सफर, और लगातार दो टी20 विश्व कप में उपविजेता रहना, इस बात का प्रमाण है कि उनमें बड़े मंच पर चमकने की काबिलियत है। लेकिन, ट्रॉफी अभी भी उनके हाथों से दूर है। इस बार, वे इस कमी को पूरा करने के लिए पूरी तरह से तैयार दिख रही हैं।
हाल ही में इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका, वेस्टइंडीज और पाकिस्तान जैसी मजबूत टीमों पर मिली जीत ने उनके आत्मविश्वास को सातवें आसमान पर पहुँचा दिया है। टीम की ताकत उनकी विस्फोटक सलामी जोड़ी, लौरा वोल्वार्ड्ट और टैज़मिन ब्रिट्स में निहित है, जो इन दिनों शानदार फॉर्म में हैं। टीम की रीढ़, हरफनमौला खिलाड़ी मारिज़ेन कैप, अपनी उपस्थिति से टीम को संतुलन और मैच जीतने की क्षमता प्रदान करती हैं। उनके साथ सुन लुस और क्लो ट्रायोन जैसे अनुभवी खिलाड़ी तथा युवा नदीन डी क्लर्क और नोंदुमिसो शंगासे टीम को गहराई देते हैं।
हालांकि, वोल्वार्ड्ट-ब्रिट्स साझेदारी पर अत्यधिक निर्भरता और स्पिन गेंदबाजी का विभाग, खासकर भारत और कोलंबो की परिस्थितियों में, उनकी चिंता का विषय हो सकता है। नॉनकुलुलेको म्लाबा पर बड़ी जिम्मेदारी होगी, वहीं कप्तान सुन लुस और क्लो ट्रायोन जैसे अनुभवी खिलाड़ियों को निरंतरता दिखानी होगी।
इंग्लैंड: ट्रांज़िशन के दौर से गुजर रही चैंपियन
दूसरी ओर, इंग्लैंड की टीम चार बार की विश्व कप चैंपियन है। उनकी विरासत और अनुभव उन्हें किसी भी मैच में दावेदार बनाता है, चाहे तैयारी कितनी भी डांवाडोल क्यों न रही हो। हाल ही में भारत के खिलाफ घर में 1-2 से मिली हार ने उनकी कुछ कमजोरियों को उजागर किया है। उनकी गेंदबाजी में धार की कमी दिखी, बल्लेबाजी नैट सीवर-ब्रंट पर बहुत ज़्यादा निर्भर करती दिखी, और फील्डिंग भी अविश्वसनीय रही। एक चैंपियन टीम के लिए यह `ट्रांज़िशन` का दौर थोड़ा मुश्किल लग सकता है।
हालांकि, हीथर नाइट और डैनी वायट-हॉज जैसे अनुभवी खिलाड़ियों की वापसी से उनकी बल्लेबाजी को गहराई मिली है। एमी जोन्स, टैमी ब्यूमोंट और सोफिया डंकले भी बल्लेबाज़ों के अनुकूल पिचों पर बड़ा स्कोर करने का माद्दा रखती हैं।
अगर इंग्लैंड के पास कोई ऐसा विभाग है जो वास्तव में अभेद्य है, तो वह उनकी स्पिन गेंदबाजी है। विश्व नंबर 1 सोफी एक्लेस्टोन, सारा ग्लेन, चार्ली डीन और शानदार फॉर्म में चल रही लिन्सी स्मिथ के साथ मिलकर एक विविध और बेहद खतरनाक आक्रमण बनाती हैं। हालांकि, अनुभवी केट क्रॉस की अनुपस्थिति में लॉरेन बेल, लॉरेन फाइलर और एम आर्लॉट की तेज गेंदबाजी इकाई को अतिरिक्त जिम्मेदारी उठानी होगी। भले ही तैयारी लड़खड़ाई हुई हो, फिर भी एक सेमीफाइनल में जगह बनाना न्यूनतम अपेक्षा है, और फाइनल से कम कुछ भी उनके लिए `असफलता` माना जाएगा।
महामुकाबला: कुंजी और प्रमुख द्वंद्व
यह मुकाबला महत्वाकांक्षी चुनौती देने वाले दक्षिण अफ्रीका और अनुभवी लेकिन थोड़ी लड़खड़ाई हुई चैंपियन इंग्लैंड के बीच एक दिलचस्प लड़ाई का वादा करता है। वोल्वार्ड्ट-ब्रिट्स की सलामी जोड़ी का सामना एक्लेस्टोन-ग्लेन की स्पिन जोड़ी से, और मारिज़ेन कैप की हरफनमौला ताकत का मुकाबला नैट सीवर-ब्रंट के धमाकेदार खेल से, ये कुछ ऐसी द्वंद्वात्मक भिड़ंतें होंगी जिन पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।
भारतीय परिस्थितियों में स्पिन गेंदबाजों की भूमिका अहम होगी, और जो टीम इस विभाग में बेहतर प्रदर्शन करेगी, उसे जीत के करीब पहुंचने में मदद मिलेगी। दक्षिण अफ्रीका को अपनी शीर्ष क्रम पर निर्भरता कम करनी होगी और मध्यक्रम को भी योगदान देना होगा, वहीं इंग्लैंड को अपनी बल्लेबाजी की गहराई का इस्तेमाल करना होगा और अपनी गेंदबाजी में धार लानी होगी।
यह सिर्फ विश्व कप का पहला मैच हो सकता है, लेकिन यह दोनों टीमों के लिए टोन सेट करेगा। दक्षिण अफ्रीका के लिए यह एक मौका है कि वे अपनी खिताबी उम्मीदों को उड़ान दें, जबकि इंग्लैंड के लिए यह अपनी खोई हुई लय को फिर से हासिल करने और यह साबित करने का अवसर है कि वे अभी भी सर्वश्रेष्ठ में से एक हैं। क्रिकेट के मैदान पर शुक्रवार दोपहर 3 बजे (IST) होने वाला यह महामुकाबला निश्चित रूप से रोमांच और उच्च स्तरीय खेल से भरपूर होगा। कौन मारेगा बाज़ी, यह तो वक्त बताएगा, लेकिन इतना तय है कि यह मुकाबला दर्शकों को अपनी सीटों से बांधे रखेगा।
समय: शुक्रवार, दोपहर 3:00 बजे (IST) से