Priyesh Mishra | Navbharat Times | Updated: 16 Feb 2023, 7:16 pm
पाकिस्तान के पूर्व आर्मी चीफ जनरल परवेज मुशर्रफ की पोती मरियम रजा इन दिनों इंटरनेट पर सनसनी बनी हुई हैं। उनकी तस्वीरें पाकिस्तानी सोशल मीडिया पर जमकर शेयर की जा रही हैं। मरियम रजा ने हाल में ही पाकिस्तानी फिल्म इंडस्ट्री में डेब्यू किया है। उनकी कई तस्वीरें चर्चा में हैं।
पिछले दिनों भारत के गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shan India) ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर यानी पीओके (PoK) को लेकर एक बड़ा बयान दिया था। उन्होने कहा था कि भारत सरकार करताररपुर कॉरिडोर (Kartarpur Corridor) की तर्ज पर एक पहल की कोशिश करेगी। अब पीओके की सरकार ने शाह के सुर में सुर मिलाया है।
पाकिस्तान से ऐसी खबरें आती रहती हैं कि यहां अल्पसंख्यक समुदाय के साथ गलत व्यवहार किया जाता है। उनकी लड़कियों का जबरन धर्म परिवर्तन कराया जाता है। ताजा खबर है कि पाकिस्तान में 2022 में करीब 124 घटनाओं में अल्पसंख्यक समुदायों की लड़कियों और महिलाओं को जबरन धर्मांतरण कराया गया, जिसमें 81 हिंदू, 42 ईसाई और एक सिख शामिल थीं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एक ह्यूमन राइट्स ऑब्जर्वर 2023 फैक्ट शीट से पता चला है कि 23 प्रतिशत लड़कियां 14 साल से कम उम्र की थीं, उनमें से 36 प्रतिशत की उम्र 14 से 18 साल के बीच थी और पीड़ितों में से केवल 12 प्रतिशत वयस्क थीं, जबकि पीड़ितों में से 28 प्रतिशत की उम्र की रिपोर्ट नहीं की गई है।
अल्पसंख्यकों के खिलाफ धार्मिक कंटेंट काफी बढ़े
2022 में सिंध में जबरन धर्म परिवर्तन के पैंसठ प्रतिशत मामले दर्ज किए गए, इसके बाद पंजाब में 33 प्रतिशत और खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में 0.8 प्रतिशत मामले दर्ज किए गए। रिपोर्ट के अनुसार, फैक्ट शीट से पता चला कि वर्ष 2022 के दौरान पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तकों में अल्पसंख्यकों के खिलाफ धार्मिक कंटेंट काफी बढ़ गए और शिक्षा प्रणाली में कई सार्वकालिक और नई चुनौतियां सामने आईं।
इन कानूनों का हुआ दुरुपयोग
सेंटर फॉर सोशल जस्टिस (सीएसजी) की एक रिपोर्ट में धार्मिक अल्पसंख्यकों को प्रभावित करने वाले पांच प्रमुख मुद्दों को शामिल किया गया है, जिसमें शिक्षा प्रणाली में भेदभाव, जबरन धर्मांतरण, ईशनिंदा कानूनों का दुरुपयोग, अल्पसंख्यकों के लिए राष्ट्रीय आयोग की स्थापना और अल्पसंख्यक कैदियों के लिए जेल में छूट शामिल हैं।
फैक्ट शीट क्या कहती है?
फैक्ट शीट से पता चलता है कि ईशनिंदा कानूनों के तहत 171 लोगों को आरोपी बनाया गया था, जिनमें से 65 प्रतिशत मामले पंजाब में और 19 प्रतिशत सिंध में सामने आए। ईशनिंदा की सबसे ज्यादा घटनाएं कराची में देखी गई, इसके बाद चिनियोट, फैसलाबाद, गुजरांवाला, डेरा गाजी खान, ननकाना साहिब, लाहौर और शेखूपुरा का स्थान रहा।
ईशनिंदा पीड़ितों की सबसे बड़ी संख्या (88) मुस्लिम थी, उसके बाद 75 अहमदी, चार ईसाई और दो हिंदू थे, जबकि दो आरोपियों की धार्मिक पहचान का पता नहीं चल सका।
बॉलीवुड सेलिब्रिटी समेत कई बिजनेसमैन यहां पर घरों को एक निवेश के तौर पर भी देख रहे हैं। शिल्पा शेट्टी, शाहरुख खान और अक्षय कुमार का घर यहां पर है। इसके अलावा उद्योगपति मुकेश अंबानी और फुटबॉलर डेविड बैकहम का घर भी यहां है। रिपोर्ट्स के मुताबिक मुकेश अंबानी के विला में 10 बेडरूम, एक प्राइवेट, इनडोर और आउटडोर पूल है। इसकी कीमत 8 करोड़ डॉलर है।