फुटबॉल ट्रांसफर मार्केट में इन दिनों एक नाम चर्चा का विषय बना हुआ है – एडेमोला लुकमैन। नाइजीरियाई फॉरवर्ड को इंटर मिलान अपनी टीम में शामिल करना चाहता है, लेकिन अटलांटा ने अभी तक हरी झंडी नहीं दिखाई है। यह सिर्फ एक खिलाड़ी का ट्रांसफर नहीं, बल्कि दो क्लबों के बीच एक दिलचस्प मोलभाव की कहानी है, जहाँ सिर्फ 5 मिलियन यूरो का फासला है।
अंतिम दौर में बातचीत?
अगले कुछ दिनों के भीतर यह स्पष्ट हो जाएगा कि एडेमोला लुकमैन इंटर मिलान के `थुला` (Thula) अटैक में शामिल होकर स्कुडेट्टो जीतने के अभियान को मजबूत कर पाएंगे या नहीं। कहने को तो कोई `अल्टीमेटम` नहीं है, क्योंकि इंटर और अटलांटा के बीच संबंध अच्छे रहे हैं, लेकिन फुटबॉल जगत में दोस्ती अक्सर पैसों के आगे फीकी पड़ जाती है। यह ट्रांसफर गर्मियों के सबसे बड़े ड्रामा में से एक बनने की कगार पर है। इंटर ने लुकमैन के लिए 45 मिलियन यूरो (बोनस सहित) की आधिकारिक पेशकश की है, और अटलांटा के जवाब का बेसब्री से इंतजार है।
अटलांटा की अपनी शर्तें
अटलांटा के सीईओ लुका परकासी ने हाल ही में स्पष्ट किया कि “खिलाड़ियों के बेचने का समय और कीमत हम तय करते हैं।” उन्होंने स्वीकार किया कि लुकमैन कुछ समय से क्लब छोड़ना चाहते हैं, और यह क्लब की वार्षिक “एक बड़ी बिक्री” की नीति के अनुरूप है। परकासी ने यह भी बताया कि इंटर से पहले लुकमैन के लिए कोई ठोस प्रस्ताव नहीं आया था, लेकिन अब चूंकि इंटर ने 45 मिलियन यूरो का प्रस्ताव दिया है, तो वे “शांति से” इसका मूल्यांकन करेंगे। यह बयान दर्शाता है कि अटलांटा पूरी तरह से अपनी पकड़ बनाए हुए है, मानो वे कह रहे हों, “हम भले ही आपके दोस्त हों, लेकिन व्यापार में कोई रियायत नहीं।”
इंटर की अटूट इच्छा
दिलचस्प बात यह है कि इंटर मिलान के लिए एडेमोला लुकमैन ही एकमात्र विकल्प हैं। चेल्सी के फॉरवर्ड क्रिस्टोफर नकुंकु को इंटर को पेश किया गया था, लेकिन अध्यक्ष बेप्पे मारोटा और स्पोर्टिंग डायरेक्टर पिएरो ऑसिलियो ने स्पष्ट कर दिया कि उन्हें सिर्फ लुकमैन चाहिए। यह कोई आर्थिक अवसर का सवाल नहीं है, बल्कि एक रणनीतिक निर्णय है। ओकट्री (Oaktree) के स्वामित्व वाली इंटर ने इस ऑपरेशन पर अपनी मुहर लगा दी है, और वे लुकमैन को नए कोच के प्रोजेक्ट के लिए महत्वपूर्ण मानते हैं।
लुकमैन भी इंटर के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने 2030 तक 4.5 मिलियन नेट यूरो के वेतन के साथ एक समझौते पर सहमति जताई है। उन्होंने स्कुडेट्टो विजेता नापोली से आए प्रस्ताव को भी ठुकरा दिया है, जो इंटर के प्रति उनकी “प्यार की परीक्षा” का सबसे बड़ा सबूत है। मानो वह कह रहे हों, “मिलान में मेरा दिल बसता है, बाकी सब बस दिखावा है।”
खिलाड़ी का पेशेवर रवैया
पिछले दिनों लुकमैन नियमित रूप से ज़िंगोनिया में प्रशिक्षण लेते रहे हैं। उनके एजेंट मंगलवार को क्लब में मौजूद थे और उन्होंने अटलांटा को लुकमैन की इंटर में जाने की प्रबल इच्छा से अवगत कराया। लुकमैन ने इस पूरी प्रक्रिया में एक पेशेवर रवैया बनाए रखा है, बिना किसी `उग्र` कदम के। यही वजह है कि परकासी ने इंटर के प्रस्ताव का “शांति से मूल्यांकन” करने की बात कही है। इस से दोनों क्लबों के बीच कूटनीतिक संबंध भी बने रहते हैं, और किसी भी संभावित तनाव से बचा जा सकता है।
निष्कर्ष: अंतिम 5 मिलियन का दांव
दोनों क्लबों के बीच औपचारिक ईमेल और पैग़ाम भले ही महत्वपूर्ण हों, लेकिन मारोटा और परकासी को बातचीत के लिए ईमेल की आवश्यकता नहीं है। यह स्पष्ट है कि वे आने वाले घंटों में फिर से बातचीत करेंगे। यह पूरी कहानी एक शतरंज के खेल की तरह है, जहाँ दोनों पक्ष अपनी चालें सावधानी से चल रहे हैं। दूरी कम हो गई है – अब सिर्फ 5 मिलियन यूरो का फासला है। यह भले ही छोटी रकम न हो, लेकिन इतनी भी बड़ी नहीं कि इस डील को तोड़ा जा सके।
फुटबॉल की दुनिया में, जहाँ अरबों का खेल होता है, वहाँ 5 मिलियन यूरो का फासला एक छोटी-सी बाधा प्रतीत हो सकता है। लेकिन इसी छोटी-सी बाधा को पार करने से ही एक खिलाड़ी का सपना पूरा होगा और एक क्लब स्कुडेट्टो की रेस में अपनी स्थिति मजबूत करेगा। आने वाले कुछ दिनों में इस ट्रांसफर ड्रामा का पटाक्षेप होने की उम्मीद है।