लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर भारत और इंग्लैंड के बीच रोमांचक टेस्ट मैच जारी है। दूसरे दिन का खेल शुरू होते ही भारतीय खेमे में थोड़ी चिंता देखने को मिली। टीम के स्टार विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत फील्डिंग के लिए मैदान पर नहीं उतरे। उनकी जगह युवा खिलाड़ी ध्रुव जुरेल विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभाल रहे थे, जिसने कईयों को हैरान किया।
दरअसल, पंत को पहले दिन फील्डिंग करते समय चोट लग गई थी। जसप्रीत बुमराह की एक गेंद जो लेग साइड की तरफ जा रही थी, उसे रोकने की कोशिश में डाइव लगाते हुए उनकी बाईं तर्जनी उंगली (left index finger) पर चोट आई थी। चोट लगते ही पंत दर्द से कराह उठे और फिजियो ने तुरंत मैदान पर आकर उनका उपचार किया। दर्द निवारक स्प्रे का भी खास असर नहीं हुआ, जिसके बाद ओवर खत्म होते ही उन्होंने सब्स्टीट्यूट खिलाड़ी की मांग की और मैदान से बाहर चले गए। पहले उन्होंने बाउंड्री रोप के पास ही उपचार लिया, फिर ड्रेसिंग रूम में वापस चले गए।
दूसरे दिन सुबह पंत मैदान पर तो आए और टीम के सहायक कोच सितांशु कोटक के साथ कुछ अभ्यास करने की कोशिश भी की, लेकिन साफ तौर पर असहज दिख रहे थे। बल्लेबाजी का अभ्यास करते समय वे केवल एक हाथ (अपने दाएं हाथ) का इस्तेमाल कर रहे थे, जो बताता है कि चोट वाली उंगली में तकलीफ अभी भी बनी हुई है। शायद यही वजह थी कि टीम मैनेजमेंट ने कोई जोखिम न लेते हुए उन्हें फील्डिंग से दूर रखने का फैसला किया।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने गुरुवार को एक बयान जारी कर बताया कि पंत मेडिकल निगरानी में हैं। हालांकि, चोट की गंभीरता का पता लगाने के लिए अभी तक उनका स्कैन नहीं कराया गया है। यह इस बात का संकेत हो सकता है कि चोट शायद उतनी गंभीर न हो जितनी पहली नजर में लग रही थी, और शायद फ्रैक्चर जैसी कोई बड़ी दिक्कत न हो।
टीम इंडिया और फैंस की सबसे बड़ी उम्मीद अब इस बात पर टिकी है कि क्या पंत बल्लेबाजी के लिए फिट हो पाएंगे। चूंकि यह चोट फील्डिंग के दौरान लगी है, नियमों के अनुसार, अगर वे बल्लेबाजी करने में सक्षम महसूस करते हैं, तो उन्हें अपनी सामान्य नंबर 5 पोजीशन पर बल्लेबाजी करने की अनुमति होगी। इस सीरीज में उप-कप्तान के तौर पर पंत का प्रदर्शन अब तक लाजवाब रहा है। उन्होंने चार पारियों में दो शानदार शतक और एक अर्धशतक जड़ा है, जो मुश्किल परिस्थितियों में टीम के लिए बेहद महत्वपूर्ण रहे हैं। उनकी आक्रामक और मैच बदलने वाली बल्लेबाजी की क्षमता से हर कोई वाकिफ है।
अब देखना होगा कि चोट से उबर कर पंत कब तक पूरी तरह से फिट होते हैं और क्या वे टीम को उनकी बहुमूल्य बल्लेबाजी सेवाएं दे पाएंगे या नहीं। फिलहाल, यह चोट लॉर्ड्स में खेले जा रहे इस महत्वपूर्ण मुकाबले में भारत की रणनीति के लिए एक छोटा सा (या कहें कि बड़ा?) सिरदर्द ज़रूर बन गई है। क्रिकेट की दुनिया में चोटें खेल का हिस्सा हैं, लेकिन जब यह किसी प्रमुख खिलाड़ी को अहम मोड़ पर लगती है, तो चिंता होना स्वाभाविक है।