लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर खेले जा रहे भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट मुकाबले का चौथा दिन अब तक बेहद कड़े मुकाबले वाला रहा है। खासकर लंच के बाद का सत्र, जो टी ब्रेक तक चला, दोनों टीमों के लिए रणनीतिक और चुनौतीपूर्ण था। इस दौरान भारतीय गेंदबाजों के अथक प्रयास और वॉशिंगटन सुंदर के दो महत्वपूर्ण विकेटों ने मैच को रोमांचक मोड़ पर बनाए रखा।
लंच के बाद इंग्लैंड के कप्तान जो रूट और बेन स्टोक्स ने क्रीज संभाली। दोनों ने मिलकर पांचवें विकेट के लिए 67 रनों की साझेदारी कर इंग्लैंड की पारी को संभालने का प्रयास किया। भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज ने शुरुआत में शानदार गेंदबाजी की। उन्होंने कई बार बल्लेबाजों को परेशानी में डाला, गेंदों ने बल्ले का किनारा लिया, लेकिन फील्डर तक नहीं पहुंची या किस्मत ने साथ नहीं दिया। यह सत्र रनों के लिहाज से धीमा रहा, जहां 27 ओवरों में सिर्फ 77 रन बने, लेकिन यह दोनों टीमों के लिए गहन रणनीतिक लड़ाई थी।
जैसे-जैसे सत्र आगे बढ़ा, पिच से स्पिनरों को थोड़ी मदद मिलने लगी। रवींद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर ने छोर संभाला और बल्लेबाजों पर दबाव बनाए रखा। इसी दबाव का नतीजा वॉशिंगटन सुंदर की शानदार गेंदबाजी के रूप में सामने आया। उन्होंने पहले शानदार लय में दिख रहे जो रूट (40 रन) को पवेलियन भेजा। रूट स्वीप शॉट खेलने की कोशिश में गेंद की लाइन चूक गए और सीधे बोल्ड हो गए। यह साझेदारी तोड़ना भारत के लिए बेहद अहम था।
रूट के आउट होने के कुछ ही देर बाद सुंदर ने एक और महत्वपूर्ण सफलता हासिल की। उन्होंने नए बल्लेबाज जेमी स्मिथ (0 रन) को भी बोल्ड कर दिया। स्मिथ बैकफुट से खेलने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन सुंदर की तेज और सटीक गेंद उनकी रक्षापंक्ति को भेद गई। इन दो विकेटों ने महज कुछ ही समय में इंग्लैंड को बैकफुट पर धकेल दिया और भारत को फिर से मुकाबले में ला खड़ा किया।
टी ब्रेक तक इंग्लैंड का स्कोर 6 विकेट के नुकसान पर 175 रन हो गया था। बेन स्टोक्स (27 रन नाबाद) और क्रिस वोक्स (11 रन नाबाद) क्रीज पर मौजूद थे। संक्षिप्त स्कोर के मुताबिक, इंग्लैंड का पहली पारी का स्कोर 387 और दूसरी पारी में 175/6 है। भारत ने अपनी पहली पारी में 387 रन बनाए थे। इस तरह, टी ब्रेक तक इंग्लैंड के पास कुल 175 रनों की बढ़त थी।
भले ही इंग्लैंड ने कुछ रन जोड़े, लेकिन वॉशिंगटन सुंदर के दोहरे प्रहार ने सुनिश्चित किया कि इस सत्र के बाद भारत की स्थिति थोड़ी बेहतर रहे और मैच खुला रहे। गेंदबाजों की मेहनत और सही समय पर मिले विकेटों ने लॉर्ड्स टेस्ट के चौथे दिन को बेहद रोमांचक बना दिया है। अब पांचवां दिन और शेष सत्र तय करेंगे कि यह कांटे का मुकाबला किस टीम के पक्ष में झुकता है।