क्रिस वोक्स: इंग्लैंड के ‘साइलेंट वॉरियर’ का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से भावनात्मक अलविदा

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क्रिकेट की दुनिया में, कुछ खिलाड़ी ऐसे होते हैं जो अपनी धमाकेदार परफॉर्मेंस से सुर्खियां बटोरते हैं, जबकि कुछ ऐसे भी होते हैं जो खामोशी से अपना काम करते हुए टीम की रीढ़ बन जाते हैं। इंग्लैंड के ऐसे ही एक भरोसेमंद `साइलेंट वॉरियर` क्रिस वोक्स ने अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। 36 वर्षीय इस ऑलराउंडर ने अपनी 15 साल की शानदार यात्रा को समाप्त करते हुए तत्काल प्रभाव से संन्यास की घोषणा की। हालांकि, वह काउंटी और फ्रेंचाइजी क्रिकेट में अपना खेल जारी रखेंगे।

एक शानदार करियर, दो विश्व कप जीत

वोक्स का करियर दो विश्व कप जीत के साथ स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज है। वह 2019 में लॉर्ड्स में न्यूजीलैंड के खिलाफ इंग्लैंड की वनडे विश्व कप जीत के प्रमुख स्तंभ थे, जहां उन्होंने तीन महत्वपूर्ण विकेट झटके थे। इसके अलावा, 2022 में मेलबर्न में पाकिस्तान को हराकर इंग्लैंड की टी20 विश्व कप जीत में भी उन्होंने अहम भूमिका निभाई। कुल मिलाकर, उन्होंने 2013 में पदार्पण के बाद से इंग्लैंड के लिए 217 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले, जिनमें उनकी निस्वार्थ सेवा और मैच जिताऊ प्रदर्शन की छाप साफ दिखती है।

वोक्स का भावुक बयान: `बचपन का सपना`

सोशल मीडिया पर साझा किए गए अपने भावुक बयान में, वोक्स ने कहा, `यह क्षण आ गया है, और मैंने तय किया है कि मेरे लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का यह सही समय है। इंग्लैंड के लिए खेलना कुछ ऐसा था जिसकी मैंने बचपन में घर के पीछे सपने देखते हुए कल्पना की थी, और मैं उन सपनों को जीने के लिए अविश्वसनीय रूप से भाग्यशाली महसूस करता हूं।`

उन्होंने `थ्री लायन्स` की जर्सी पहनने और पिछले 15 सालों से अपने साथियों के साथ मैदान साझा करने पर गहरा गर्व व्यक्त किया, जिनमें से कई आजीवन दोस्त बन गए हैं। वोक्स ने अपने 2011 में ऑस्ट्रेलिया में हुए पदार्पण को `कल की बात` बताया और कहा, `जब आप मस्ती कर रहे होते हैं तो समय तेज़ी से उड़ जाता है।`

वह दो विश्व कप उठाने और कुछ अद्भुत एशेज श्रृंखलाओं का हिस्सा बनने की यादों को हमेशा संजोए रखेंगे, जिन्हें उन्होंने कभी संभव नहीं सोचा था। उन्होंने अपने माता-पिता, पत्नी एमी और बेटियों लैला और ईविए को उनके अटूट प्यार, समर्थन और बलिदान के लिए धन्यवाद दिया। साथ ही, उन्होंने अपने प्रशंसकों, कोचों, टीम के साथियों और इंग्लैंड व वारविकशायर के सभी पर्दे के पीछे के लोगों को भी उनके मार्गदर्शन और दोस्ती के लिए आभार व्यक्त किया।

आंकड़ों की ज़ुबानी: एक भरोसेमंद ऑलराउंडर

क्रिस वोक्स के आंकड़े उनके ऑलराउंड प्रदर्शन की कहानी बयां करते हैं:

  • टेस्ट क्रिकेट: 62 मैचों में 192 विकेट, जिसमें पांच बार पांच विकेट हॉल शामिल हैं। दिलचस्प बात यह है कि 2018 में लॉर्ड्स में भारत के खिलाफ उन्होंने एक टेस्ट शतक भी जड़ा था – वह खिलाड़ी जो गेंद से चमकता था, बल्ले से भी कमाल कर सकता था।
  • वनडे क्रिकेट: 122 मैचों में 173 विकेट।
  • टी20 अंतरराष्ट्रीय: 33 मैचों में 31 विकेट।

इन आंकड़ों से पता चलता है कि वह तीनों प्रारूपों में इंग्लैंड टीम के लिए कितने मूल्यवान खिलाड़ी थे, खासकर बड़े टूर्नामेंटों और महत्वपूर्ण श्रृंखलाओं में।

ईसीबी का सम्मान: `मैदान के बाहर सज्जन, मैदान पर योद्धा`

इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के अध्यक्ष रिचर्ड थॉम्पसन ने वोक्स के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की। उन्होंने कहा, `इस गर्मी में एक टेस्ट मैच जीतने की कोशिश में क्रिस का एक हाथ में स्लिंग के साथ बल्लेबाजी करने का दृश्य दिखाता है कि वह अपने देश के लिए खेलने और सर्वश्रेष्ठ टीम-मेट बनने के लिए कितना परवाह करते थे।`

थॉम्पसन ने उन्हें `मैदान के बाहर एक सज्जन व्यक्ति, और मैदान पर जीतने के लिए कौशल और दृढ़ संकल्प` वाला बताया। उन्होंने 2019 विश्व कप में नई गेंद से शानदार प्रदर्शन, 2022 टी20 विश्व कप जीत और 2023 एशेज में उनके `प्लेयर ऑफ द सीरीज` प्रदर्शन जैसी कई खास यादों का भी जिक्र किया। ईसीबी ने क्रिस वोक्स जैसे खिलाड़ी को इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व करने के लिए अपना सौभाग्य बताया।

एक विरासत जो प्रेरणा देती रहेगी

क्रिस वोक्स का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास इंग्लैंड टीम के लिए एक युग का अंत है। उन्होंने न केवल अपनी प्रतिभा से बल्कि अपने निस्वार्थ भाव और दृढ़ संकल्प से भी टीम में योगदान दिया। मैदान पर उनकी उपस्थिति को याद किया जाएगा, लेकिन उनके द्वारा छोड़ी गई विरासत आने वाले खिलाड़ियों को प्रेरित करती रहेगी। अब जबकि वह काउंटी और फ्रेंचाइजी क्रिकेट में नई चुनौतियां तलाश रहे हैं, उनके प्रशंसक उन्हें इस नए अध्याय के लिए शुभकामनाएं देंगे। क्रिस वोक्स ने साबित किया कि चमक-दमक के बिना भी, समर्पण और निरंतरता से एक शानदार करियर बनाया जा सकता है।