इटालियन बास्केटबॉल का नया अध्याय: पोज़ेको का जुनून और पोलोनारा का अदम्य साहस

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इटालियन बास्केटबॉल इस समय एक सुनहरे दौर से गुजर रहा है। युवा और महिला टीमों की हालिया सफलताओं ने पूरे देश में खेल के प्रति एक नई ऊर्जा भर दी है। इस उत्साह के केंद्र में हैं पुरुष राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच जियानमार्क पोज़ेको, जिनके नेतृत्व में टीम आगामी यूरोपीय चैंपियनशिप के लिए कमर कस रही है। लेकिन यह सिर्फ रणनीतियों और खिलाड़ियों के चयन की कहानी नहीं है, यह मानवीय भावना, अदम्य साहस और एक कोच के अपने खिलाड़ियों के प्रति गहरे विश्वास की गाथा है।

युवा प्रतिभाओं का उदय: एक प्रेरणादायक ग्रीष्मकाल

हाल ही में, इटली की महिला बास्केटबॉल टीम ने एथेंस में यूरोपीय कांस्य पदक जीता, अंडर-20 टीम ने क्रीट में स्वर्ण पदक अपने नाम किया, और अंडर-15 टीम ने 16 साल बाद फ्रांस में मित्रता ट्रॉफी जीती। ये परिणाम किसी चमत्कार से कम नहीं, और कोच पोज़ेको इन्हें `फेडरेशन और महाप्रबंधक साल्वाटोर ट्रेनोट्टी के शानदार काम` का फल बताते हैं। यह सफलता इस बात पर भी विचार करने पर मजबूर करती है कि क्या हम उन देशों में से हैं जो युवा प्रतिभाओं को कम मौका देते हैं, या फिर यह सिर्फ एक और संकेत है कि जब सही नेतृत्व और दृष्टिकोण हो, तो युवा भी चमक सकते हैं। पोज़ेको कहते हैं कि गिगी डाटोम के जुड़ने से राष्ट्रीय टीमों का क्षेत्र असाधारण प्रदर्शन कर रहा है, और उन्हें इस परियोजना का हिस्सा होने पर गर्व है।

अकिली पोलोनारा: खेल से परे एक योद्धा

बास्केटबॉल जगत में शायद ही ऐसी कोई कहानी हो जो अकिली पोलोनारा की कहानी जितनी प्रेरणादायक हो। ल्यूकेमिया के इलाज के लिए वेलेंसिया में भर्ती होने के बावजूद, वह टीम के साथ हर दिन संपर्क में हैं। पोज़ेको बताते हैं कि अकिली केवल भावनात्मक समर्थन ही नहीं दे रहे, बल्कि वह `सिनर्जी` (वीडियो और सांख्यिकी विश्लेषण कार्यक्रम) के माध्यम से टीम को ठोस रणनीतिक सहायता भी प्रदान करेंगे। उनका खेल, पोज़ेको की रणनीति और पूरे माहौल की गहरी समझ उन्हें अमूल्य बनाती है। पोज़ेको कहते हैं, “उसने इस राष्ट्रीय टीम को पहले पल से जिया है, और उसके पास हमारे काम की एक पूरी दृष्टि है। मैं चाहता हूं कि वह वास्तव में अज़ूरी माहौल का हिस्सा महसूस करे।” यह किसी भी खिलाड़ी के लिए एक चुनौतीपूर्ण समय हो सकता है, लेकिन पोलोनारा का जज्बा दर्शाता है कि असली जीत केवल कोर्ट पर ही नहीं होती, बल्कि जीवन के हर मोर्चे पर होती है।

पोज़ेको अकिली के अंदर के आदमी की प्रशंसा करते हुए कहते हैं कि वह “मजबूत भावनाओं वाला खिलाड़ी” है, जो महत्वपूर्ण क्षणों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करता है। “जब मायने रखने वाले मैच होते हैं, और यह लड़ाई बास्केटबॉल कोर्ट से कहीं आगे है, तो वह अपना सर्वश्रेष्ठ निकालता है।” यह टिप्पणी कोच की अपने खिलाड़ी के प्रति गहरी समझ और सम्मान को दर्शाती है।

डिविन्सेंज़ो का आगमन और पोज़ेको की टीम-निर्माण की फिलॉसफी

डोंटे डिविन्सेंज़ो के पासपोर्ट की प्रक्रिया भी तेजी से आगे बढ़ रही है, जिसके लिए राष्ट्रपति पेट्रुची, गिगी डाटोम और उप-सचिव टोमासी की कड़ी मेहनत को श्रेय जाता है। पोज़ेको इस बात से उत्साहित हैं कि डोंटे टीम में “एक बूस्ट” या प्रेरणा का काम कर सकते हैं। हालांकि, वह स्पष्ट करते हैं कि टीम पहले भी जीतने में सक्षम थी, डोंटे सिर्फ एक “बड़ी अतिरिक्त संसाधन” हैं। डोंटे की यूरोपीय बास्केटबॉल के प्रति स्वाभाविक प्रवृत्ति उन्हें टीम में आसानी से घुलने-मिलने में मदद करेगी, जिससे उनका `एनबीए स्टार` का तमगा सिर्फ एक आंकड़ा न रहकर, टीम के लिए वास्तविक संपत्ति बन सकेगा।

पोज़ेको का खेल दर्शन स्पष्ट है: “हम गेंद पास करेंगे, हम डिफेंस में एक-दूसरे की मदद करेंगे, हम एक ऐसा समूह बनाएंगे जहां हर कोई प्यार किया जाना चाहता है, सिर्फ बर्दाश्त नहीं किया जाना।” वह अपने खिलाड़ियों पर तब भी भरोसा करते हैं जब वे अच्छा नहीं कर रहे होते हैं, क्योंकि “उसी समय उन्हें विश्वास और सम्मान की आवश्यकता होती है।” यह दृष्टिकोण दर्शाता है कि पोज़ेको केवल एक कोच नहीं, बल्कि एक संरक्षक और एक मनोवैज्ञानिक भी हैं, जो खिलाड़ियों के साथ गहरे मानवीय संबंध बनाने में विश्वास रखते हैं। उनका यह कहना कि वह अपने सहायकों से रोज़ाना बात करके नई सोच और समाधान निकालते हैं, उनकी विनम्रता और सहयोगपूर्ण कार्यशैली को उजागर करता है।

आगे का मार्ग और अनूठे निर्णय

प्यूर्टो रिको में प्री-ओलंपिक से पोज़ेको ने एक महत्वपूर्ण सबक सीखा: 2022 यूरोपीय चैंपियनशिप और 2023 विश्व कप में टीम में “महान और हृदयस्पर्शी भावना” थी, जो पिछली गर्मियों में किसी कारणवश कम हो गई थी। इस बार, वह उस “चार्ज” को वापस लाना चाहते हैं, और निक मेल्ली व सिमोन फोंटेकियो इसमें निर्णायक भूमिका निभाएंगे। “हमेशा, हर हाल में, यहां तक कि प्रशिक्षण में 5-ऑन-ज़ीरो में भी, हम पूरी ताकत से आगे बढ़ेंगे,” वह दृढ़ता से कहते हैं।

खिलाड़ी चयन पर पोज़ेको की पारदर्शिता भी उल्लेखनीय है। मैनियन के बाहर होने पर उन्होंने खिलाड़ी से सीधे बात की। “राष्ट्रीय टीम में मुझे सर्वश्रेष्ठ का चयन नहीं करना है, बल्कि एक पहचान वाली टीम बनानी है, कभी-कभी प्रतिभा की कीमत पर भी।” यह उनका दृढ़ मत है कि हर निर्णय टीम की तात्कालिक जरूरतों, अन्य खिलाड़ियों और उनकी अपनी `विचारधारा` के अनुरूप होता है। गैलिनारी जैसे अनुभवी खिलाड़ियों की वापसी भी इसी दर्शन का हिस्सा है। महिला टीम से प्रेरणा लेते हुए, पोज़ेको महिला टीम के कोच कैपोबियान्को के “असाधारण काम” की सराहना करते हैं। उन्होंने उस टीम में “उपलब्ध, एकजुट समूह” देखा, जो उनकी अपनी टीम के लिए भी एक आदर्श है।

इटालियन बास्केटबॉल एक ऐसे मोड़ पर खड़ा है जहाँ नेतृत्व, भावनाएं और रणनीति मिलकर एक अनूठी कहानी बुन रहे हैं। पोज़ेको के मार्गदर्शन में, टीम न केवल मैदान पर जीत के लिए तैयार है, बल्कि जीवन की चुनौतियों का सामना करने और एक-दूसरे का समर्थन करने के लिए भी प्रतिबद्ध है। यह सिर्फ खेल नहीं, यह मानवीय भावना का उत्सव है, जहाँ एक कोच अपने खिलाड़ियों को सिर्फ अंक बटोरने वाले मशीन नहीं, बल्कि दिल से सोचने और खेलने वाले इंसान मानता है। और शायद यही असली चैम्पियनशिप है।