कीव/ नई दिल्ली: यूक्रेन स्थित भारतीय दूतावास ने मंगलवार को एक नए परामर्श में वहां सभी भारतीय नागरिकों को तुरंत देश छोड़ने के लिए कहा। दूतावास ने रूस व यूक्रेन के बीच बढ़ती शत्रुता के मद्देनजर यह परामर्श जारी किया है। यूक्रेन में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति के बाद इसी तरह का एक परामर्श जारी किया गया था। उसके एक हफ्ते से भी कम समय बाद यह नया परामर्श जारी किया गया है। दूतावास ने कहा कि 19 अक्टूबर को दूतावास द्वारा जारी परामर्श के अगले क्रम के तहत, यूक्रेन में सभी भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे उपलब्ध साधनों से तुरंत यूक्रेन छोड़ दें। बड़ी संख्या में भारतीयों ने यूक्रेन छोड़ा दूतावास ने कहा कि पहले के परामर्श का अनुसरण करते हुए कुछ भारतीय नागरिक यूक्रेन छोड़ चुके हैं। दूतावास ने भारतीय नागरिकों से कहा है कि देश से बाहर जाने के लिए यूक्रेनी सीमा तक की यात्रा की खातिर वे किसी मार्गदर्शन या सहायता के लिए उससे संपर्क कर सकते हैं। इससे पहले भी फरवरी में युद्ध की शुरुआत के समय भारतीय दूतावास ने ्अपने नागरिकों से यूक्रेन तुरंत छोड़ने की अपील की थी। इसके बावजूद बड़ी संख्या में लोग यूक्रेन में रुके रहे और उन्हें निकालने में भारत सरकार को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था।
रूस-यूक्रेन युद्ध में भारतीय भी हो चुके हैं हताहत दोनों देशों के बीच युद्ध के दौरान भारतीय नागरिक की मौत हो चुकी है, जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हुआ था। मरने वाला कर्नाटक का रहने वाला एक छात्र था, जो खारकीव में गोलीबारी की चपेट में आ गया था। यूक्रेन ने आरोप लगाया था कि रूसी सेना की गोलीबारी में भारतीय छात्र की मौत हुई थी, वहीं रूस ने इन आरोपों से इनकार किया था।
Solar Storm Hit Earth: नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) ने जानकारी दी है कि छह साल के बाद पृथ्वी से एक बेहद खतरनाक और शक्तिशाली तूफान टकराया। NOAA ने इसकी तस्वीरें जारी की हैं और कहा कि पृथ्वी से लगभग छह वर्षों में एक शक्तिशाली सौर तूफान टकराया, जिससे पूरे अमेरिका में अरोरा फैल गया। बता दें कि NOAA ने पहले ही इसे लेकर 23 से 25 मार्च के बीच मध्यम जी2 तूफान और जी3 स्थितियों की घोषणा की थी और इससे संबंधित ट्वीट के माध्यम से जारी की थीं। जी2 तूफान और जी3 नहीं बल्कि पृथ्वी ने जी4 परिमाण का एक जियोमेग्नेटिक तूफान देखा, जिससे NOAA ने अपनी चेतावनी को अपडेट किया।
NOAA ने बताया कि ‘जियोमेग्नेटिक तूफान की प्रतिक्रिया में वृद्धि हुई और जी4 का स्तर का तूफान पहली बार 24 मार्च को 12.04 ईडीटी पर पृथ्वी पर पहुंचा।’ लाइव साइंस ने बताया कि यह 20 पृथ्वी से अधिक चौड़े एक कोरोनल होल से आया था, जो 2.1 मिलियन किमी/घंटा से अधिक की गति से सौर हवाओं को उगल रहा था।
Space.com ने बताया कि तूफान की अप्रत्याशित गति ने न केवल अमेरिका में बल्कि न्यू मैक्सिको के दक्षिण में भी अरोरा फैला दिया, बल्कि इसने स्पेसफ्लाइट कंपनी रॉकेट लैब को लॉन्च में 90 मिनट की देरी करने के लिए भी मजबूर कर दिया। रिपोर्ट में कहा गया है कि हम इस शक्तिशाली भू-चुंबकीय तूफान जैसी अधिक चरम अंतरिक्ष मौसम की घटनाओं की उम्मीद कर सकते हैं, क्योंकि सूरज अपने 11 साल के सौर गतिविधि चक्र में अपने चरम की ओर बढ़ रहा है।
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रिपोर्ट में कहा गया कि ‘सीएमई का प्रभाव जारी है और 24 मार्च को 12:04 पूर्वाह्न ईडीटी (24/0404 यूटीसी) पर जी4 (गंभीर) तूफान के स्तर तक जियोमेग्नेटिक प्रतिक्रिया बढ़ गई है। जी3 चेतावनी सुबह 5:00 ईडीटी (24/0900 यूटीसी) तक प्रभावी रहती है। एनओएए के अनुसार एक शक्तिशाली जियोमेग्नेटिक तूफान पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र में गंभीर गड़बड़ी का कारण बनता है, कोरोनल मास इजेक्शन (CME) सूर्य के ऊपरी वायुमंडल या कोरोना से आवेशित प्लाज्मा के बड़े निष्कासन से सौर सामग्री उगलता है।
एनओएए के अनुसार एक शक्तिशाली भू-चुंबकीय तूफान पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र में गंभीर गड़बड़ी का कारण बन सकता है, कोरोनल मास इजेक्शन (सीएमई) से सौर सामग्री उगलता है – सूर्य के ऊपरी वायुमंडल या कोरोना से आवेशित प्लाज्मा के बड़े निष्कासन का कारण बनता है। यह सौर तूफान एक “चुपके” सीएमई का परिणाम था।
USA Chocolate Factory Explosion: अमेरिका के पेंसिल्वेनिया में एक बड़ा हादसा देखने को मिला है। पेंसिल्वेनिया की एक फैक्ट्री में बड़ा धमका देखने को मिला है। यह एक चॉकलेट फैक्ट्री थी, जिसमें धमाके के कारण पांच लोगों की मौत हो गई है। वहीं अभी भी छह लोग लापता हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।