डोमिनिका: भारत और वेस्टइंडीज के बीच 2 मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला टेस्ट 12 जुलाई से डोमिनिका में खेला जा रहा है। इस मुकाबले का पहला दिन पूरी तरह तरह से रोहित सेना के हक में रहा। टीम इंडिया ने शानदार गेंदबाजी करने के साथ-साथ गजब की बल्लेबाजी भी करके दिखाई।इसी के साथ पहले टेस्ट में भारत के लिए विकेटीकपर बल्लेबाज ईशान किशन और यशस्वी जायसवाल ने डेब्यू भी किया। वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। ऐसे में विकेट के पीछे युवा ईशान थोड़ी मस्ती करते हुए नजर आए। वह कैरेबियाई खिलाड़ियों पर दबाव मनाने के साथ-साथ लगातार पीछे से कॉमेंट्री करते हुए नजर आ रहे थे। इसकी वीडियो भी वायरल हो रही है। विकेट के पीछे ईशान किशन की शरारत
दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें ईशान किशन साथी खिलाड़ी विराट कोहली और यशस्वी जायसवाल को कहां खड़ा होना है बताते हुए नजर आ रहे हैं। इसके बाद वह अश्विन की एक गेंद पर काफी ज्यादा सरप्राइज हुए। अश्विन अन्ना की गेंद काफी ज्यादा टर्न हुई, उस पर ईशान ने कहा, ‘कौनसी जगह ढूंढ ली भाई’। इसके अलावा जब विंडीज टीम के खिलाड़ी एक गेंद पर सिंगल नहीं ले पाए तो उस पर भी पीछे से ईशान ने अपनी प्रतिक्रिया दी।
इंटरनेशनल क्रिकेट में अश्विन का एक और बड़ा कारनामा
भारत ने शनिवार को एकतरफा मुकाबले में पाकिस्तान को 10-2 से हराकर सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया है। गोल के अंतर से हॉकी के इतिहास में पाकिस्तान के खिलाफ भारत की ये सबसे बड़ी जीत है।
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Indian Men Badminton Team, Asian Games 2023
हांगझोउ में खेले जा रहे 19वें एशियन गेम्स में सातवां दिन भारत के लिए काफी यादगार रहा। आज के दिन भारत के लिए दो गोल्ड मेडल आए तो भारत की पुरुष हॉकी टीम ने पाकिस्तान के खिलाफ ऐतिहासिक 10-2 की जीत दर्ज की। वहीं टेबल टेनिस में महिला जोड़ी ने विश्व चैंपियन चीनी जोड़ी को हराया। स्क्वैश में पाकिस्तान को हराकर भारत ने गोल्ड जीता। इसके बाद शाम होते-होते भारत की पुरुष बैडमिंटन टीम ने इतिहास रच दिया। भारतीय टीम ने रिपब्लिक ऑफ कोरिया को 3-2 से हराया और पहली बार एशियन गेम्स के इतिहास में फाइनल में जगह बनाई।
भारत को मिलेगा एशियाड का चौथा मेडल
1951 में पहली बार एशियन गेम्स आयोजित हुए थे। उसके 72 साल बाद अब पहली बार भारत की पुरुष बैडमिंटन टीम ने फाइनल में जगह बनाई है। यानी भारतीय टीम ने अब अपना सिल्वर मेडल पक्का कर लिया है। यह पुरुष बैडमिंटन टीम इवेंट में भारत का चौथा मेडल होगा और पहला सिल्वर कम से कम होगा या पहला गोल्ड भी हो सकता है। पहली बार भारत की पुरुष बैडमिंटन टीम ने 1986 में सियोल में सैय्यद मोदी के नेतृत्व में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। जबकि 1982 और 1974 में भी भारत ने इस प्रतियोगिता में कांस्य अपने नाम किया था।
सेमीफाइनल में हुई रोमांचक जंग
सेमीफाइनल मुकाबले में पांच मैच खेले गए जिसमें 3-2 से भारत ने कोरिया को मात दी। पहले मैच में वर्ल्ड चैंपियनशिप के ब्रॉन्ज मेडलिस्ट एचएस प्रणय ने कोरियाई प्रतिद्वंद्वी को पुरुष एकल में 18-21, 21-16, 21-19 से हराया। इसके बाद भारत की स्टार जोड़ी सात्विक साईराज रैंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी के हाथ निराशा लगी और भारत 2-0 की लीड नहीं ले पाया। भारतीय जोड़ी यहां 18-21, 21-16, 21-19 से हार गई।
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फिर लक्ष्य सेन ने युंग्यू ली को 21-7, 21-9 से सीधे गेम में हराकर लीड को 2-1 कर दिया। उसके बाद अर्जुन मदाथिल रामचंद्रन और ध्रुव कपिला की भारतीय जोड़ी डबल्स में 16-21 और 11-21 से हार गई। स्कोर 2-2 था। अंत में भारत के किदांबी श्रीकांत ने 12-21, 21-16 और 21-14 से मैच जीतकर भारत को 3-2 से जीत दिला दी। अब फाइनल में भारत का सामना चीन से होगा जिसने सेमीफाइनल में जापान को 3-1 से मात दी।
जोस बटलर की अगुवाई में इंग्लैंड टीम अपने खिताब का बचाव करने उतरेगी। इंग्लैंड की टीम एक बार टाइटल जीतने के प्रबल दावेदार है, लेकिन टीम के लिए भारत की परिस्थितियों से सामंजस्य बैठाना चुनौतीपूर्ण होगा।