आईसीसी महिला विश्व कप 2025 में हर मैच एक नई कहानी लिख रहा है, और अब निगाहें न्यूजीलैंड और बांग्लादेश के बीच होने वाले उस मुकाबले पर टिकी हैं, जहाँ एक टीम अपनी पहली जीत की तलाश में है तो दूसरी अपने बढ़ते आत्मविश्वास को भुनाना चाहती है। इंदौर की धूल फांकने के बाद, जहाँ न्यूजीलैंड को लगातार दो हार का सामना करना पड़ा, अब `ब्लैक कैप्स` टीम गुवाहाटी की यात्रा पर है। सोफी डिवाइन की कप्तानी वाली इस टीम को उम्मीद है कि जगह बदलने से शायद उनके भाग्य में भी बदलाव आएगा, क्योंकि क्रिकेट में अक्सर ऐसा ही होता है – नया मैदान, नई परिस्थितियाँ और नई उम्मीदें!
दूसरी ओर, बांग्लादेश की महिला टीम आत्मविश्वास से लबरेज है। गुवाहाटी उनका `घर` है और वे यहाँ की परिस्थितियों से भली-भांति परिचित हैं। पिछले मैच में उन्होंने इंग्लैंड जैसी मजबूत टीम को भी कड़ी टक्कर दी थी, जिसमें उनकी शानदार गेंदबाजी और फील्डिंग ने अहम भूमिका निभाई। कप्तान निगार सुल्ताना अपनी टीम के जुझारूपन और बढ़ते आत्मविश्वास पर गर्व महसूस करती हैं। बांग्लादेश यह साबित करने को उत्सुक है कि पाकिस्तान पर उनकी जीत और इंग्लैंड के खिलाफ उनका जोरदार प्रदर्शन कोई तुक्का नहीं था, बल्कि यह एक उभरती हुई टीम की वास्तविक क्षमता का परिचायक है।
गुवाहाटी की पिच और स्पिनरों का जादू
इस मुकाबले का गवाह बनेगा गुवाहाटी का बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम, और यहाँ की पिचें कुछ अलग ही कहानी कहती हैं। इंदौर की सपाट पिचों के विपरीत, गुवाहाटी की परिस्थितियाँ स्पिन गेंदबाजों के लिए मददगार साबित हो रही हैं। मैदान पर हल्की बारिश हुई है, लेकिन पिचें सूखी हैं और इनमें टर्न व उछाल देखने को मिल रहा है। न्यूजीलैंड की स्टार खिलाड़ी अमेलिया केर ने मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि उन्हें नेट्स में काफी टर्न और उछाल मिला। यह स्पष्ट संकेत है कि यह मुकाबला स्पिनरों के इर्द-गिर्द घूमने वाला है, जो बांग्लादेश के लिए एक अच्छी खबर है, क्योंकि उनकी टीम में फातिमा खातून जैसी बेहतरीन लेग-स्पिनर हैं, जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ सिर्फ 16 रन देकर 3 विकेट झटके थे।
न्यूजीलैंड के लिए करो या मरो की स्थिति
न्यूजीलैंड के लिए यह मैच केवल एक साधारण लीग मैच नहीं है, बल्कि उनके विश्व कप अभियान को पुनर्जीवित करने का आखिरी मौका है। दो हार के बाद, वे टूर्नामेंट में अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए हर हाल में जीत दर्ज करना चाहेंगे। अगर उन्हें आगे बढ़ना है, तो उन्हें अब “पूरा खेल” खेलना होगा, जैसा कि कप्तान सोफी डिवाइन ने स्वीकार किया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वे बांग्लादेश के खिलाफ अपने सात मैचों के अजेय रिकॉर्ड को बरकरार रख पाते हैं, या इस बार बांग्लादेश इतिहास रचता है। उनकी टीम में बेंच पर कोई स्पिनर मौजूद नहीं है, इसलिए वे पिछले मैच वाली टीम के साथ ही उतर सकते हैं, जिसमें सूजी बेट्स, अमेलिया केर और लिया ताहूहु जैसे अनुभवी खिलाड़ी शामिल हैं।
बांग्लादेश: इतिहास रचने का मौका
बांग्लादेश के लिए यह मुकाबला अपनी क्षमता साबित करने का मंच है। वे अब सिर्फ `अंडरडॉग` नहीं रहना चाहते। पाकिस्तान पर जीत और इंग्लैंड के खिलाफ जुझारू प्रदर्शन ने उन्हें एक नई पहचान दी है। गुवाहाटी में अपनी घरेलू परिस्थितियों का लाभ उठाते हुए, वे एक ऐसी टीम को हराना चाहेंगे, जिससे वे पहले कभी नहीं जीते हैं। मारूफा अख्तर नई गेंद से लगातार प्रभावित कर रही हैं, और उनके स्पिनर मध्य ओवरों में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। एक मांसपेशी में खिंचाव के बावजूद, मारूफा के इस मुकाबले में खेलने की उम्मीद है, और बांग्लादेश की टीम में भी कोई बदलाव होने की संभावना कम ही है।
मैच के कुछ अहम आंकड़े और खिलाड़ी
- सूजी बेट्स (न्यूजीलैंड) वनडे क्रिकेट में 6000 रन पूरे करने से मात्र 104 रन दूर हैं। अगर वह ऐसा करती हैं, तो वह मिताली राज (7805) के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाली केवल दूसरी महिला क्रिकेटर बन जाएंगी।
- लिया ताहूहु (न्यूजीलैंड) अपना 100वां वनडे मैच खेलने के लिए तैयार हैं, जो उनके लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर होगा।
- बांग्लादेश ने वनडे विश्व कप में अब तक नौ में से सिर्फ दो मैच जीते हैं, और वे दोनों जीत पाकिस्तान के खिलाफ आई हैं। क्या वे न्यूजीलैंड के खिलाफ अपनी जीत का खाता खोल पाएंगे?
अमेलिया केर ने हार के बावजूद टीम के सकारात्मक माहौल की बात कही, “टूर्नामेंट में, आप चीजों पर अटक नहीं सकते। आपको आगे बढ़ना होगा।” वहीं, फातिमा खातून का आत्मविश्वास झलकता है, “अगर हम इस प्रवाह को बनाए रख सके, तो कोई भी टीम बांग्लादेश को हल्के में नहीं लेगी।”
गुवाहाटी का यह मुकाबला केवल दो टीमों के बीच की भिड़ंत नहीं, बल्कि उम्मीदों, आत्मविश्वास और विश्व कप में बने रहने की जिद का प्रदर्शन होगा। क्या न्यूजीलैंड अपने अनुभव का लोहा मनवाएगा और जीत का स्वाद चखेगा, या बांग्लादेश अपने घरेलू मैदान पर एक यादगार जीत दर्ज कर इतिहास रचेगा? शुक्रवार, 10 अक्टूबर को दोपहर 03:00 बजे (स्थानीय समयानुसार) बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम, गुवाहाटी में इसका जवाब मिलेगा। क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह एक रोमांचक जंग होगी!