खेल जगत की निगाहें इन दिनों उत्तरी आयरलैंड के रॉयल पोर्ट्रश गोल्फ क्लब पर टिकी हैं, जहाँ गोल्फ की सबसे प्रतिष्ठित प्रतियोगिताओं में से एक, 2025 ओपन चैम्पियनशिप अपने पूरे शबाब पर है। यह सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं, बल्कि धैर्य, कौशल और मानसिक दृढ़ता की अग्निपरीक्षा है। दुनिया के शीर्ष गोल्फर, अपनी पूरी तैयारी के साथ, इस इतिहास रचने वाले मैदान पर उतरने को तैयार हैं।
स्कॉटी शेफलर: क्या नंबर वन का ताज लिंक्स गोल्फ पर भी चमकेगा?
दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी, स्कॉटी शेफलर, अपनी अद्भुत स्थिरता के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने इस सीज़न में शायद ही कभी टॉप 10 से बाहर का रास्ता देखा हो, लेकिन द ओपन… आह, द ओपन! यह एकमात्र मेजर चैम्पियनशिप है जहाँ शेफलर शीर्ष तीन में जगह नहीं बना पाए हैं। क्या गोल्फ के इस `अडिग` योद्धा के लिए लिंक्स गोल्फ का अप्रत्याशित स्वभाव एक चुनौती बनेगा? जहाँ उनकी शानदार आयरन प्ले उन्हें मुश्किलों से बचाती है, वहीं लिंक्स कोर्स पर कभी-कभी किस्मत भी निर्णायक हो जाती है। उनकी पुटिंग, जो कभी उनकी कमज़ोरी मानी जाती थी, अब काफी बेहतर हो गई है (इस सीज़न में स्ट्रोक्स गेनड पुटिंग में 22वें स्थान पर), लेकिन रॉयल पोर्ट्रश के तेज़ और हवा से प्रभावित ग्रीन पर यह कितनी कारगर होगी, यह देखना दिलचस्प होगा। शेफलर की यात्रा हमें सिखाती है कि पूर्णता की तलाश में भी कभी-कभी अप्रत्याशित बाधाएं आ सकती हैं, और गोल्फ का खेल ही तो इन्हीं अनिश्चितताओं का दूसरा नाम है। उन्होंने खुद कहा है कि पोर्ट्रश के पॉट बंकर कुछ हद तक `अधिक निष्पक्ष` हैं, लेकिन लिंक्स गोल्फ में हवा की भूमिका उनके पुट पर भी असर डाल सकती है।
रोरी मैकलॉय: घरेलू मैदान पर पुनरुत्थान की गाथा
उत्तरी आयरलैंड के लाड़ले, रोरी मैकलॉय के लिए यह प्रतियोगिता महज़ एक टूर्नामेंट से कहीं बढ़कर है। 2019 में जब यह चैम्पियनशिप आखिरी बार रॉयल पोर्ट्रश में हुई थी, तो दर्शकों की उम्मीदों का बोझ मैकलॉय पर इतना भारी पड़ा कि उन्होंने पहले ही राउंड में चौंकाने वाला प्रदर्शन किया। एक चौगुनी बोगी और फिर दो और बड़ी गलतियाँ… यह उनके लिए एक दुःस्वप्न था। लेकिन कहते हैं न, पुरानी गलतियाँ अक्सर नई राह दिखाती हैं। इस बार मैकलॉय एक नए अवतार में हैं – वे प्रशंसकों के प्रेम को गले लगा रहे हैं, खुद को अलग-थलग करने के बजाय उनसे जुड़ रहे हैं। `मैं अभी भी थोड़ा हैरान और पीछे हट गया था, जैसे, `हे भगवान, ये लोग वास्तव में चाहते हैं कि मैं जीतूँ,` मैकलॉय ने 2019 के अनुभव पर कहा। अब वह इसे एक चुनौती के रूप में ले रहे हैं। उनका खेल भी मास्टरर्स के बाद से और निखर कर आया है, स्कॉटिश ओपन में दूसरे स्थान पर रहकर उन्होंने अपनी फॉर्म को साबित किया है। क्या 16 साल की उम्र में इस कोर्स पर 61 का रिकॉर्ड बनाने वाले मैकलॉय, इस बार अपने घर पर क्लैरेट जग उठाने का सपना पूरा कर पाएंगे? उनकी कहानी हमें बताती है कि सबसे बड़ी जीत अक्सर खुद को और अपनी भावनाओं को समझने से शुरू होती है।
ज़ैंडर शॉफेले: क्या डिफेंडिंग चैंपियन का सीज़न बदलेगा?
पिछले साल के चैम्पियन गोल्फर, ज़ैंडर शॉफेले, एक शांत योद्धा की तरह हैं। उनका 2025 का सीज़न भले ही पसली की चोट के कारण थोड़ा बाधित रहा हो (उन्होंने 8 हफ्ते गंवाए), और इस साल उन्होंने कोई जीत हासिल न की हो, लेकिन लिंक्स गोल्फ के प्रति उनका दृष्टिकोण उन्हें एक विशेष दावेदार बनाता है। शॉफेले जानते हैं कि लिंक्स कोर्स अप्रत्याशित हो सकते हैं, हवा और मौसम कभी भी खेल बदल सकते हैं, और यही वह जगह है जहाँ उनकी मानसिक दृढ़ता काम आती है। `आपको एक अच्छी मानसिकता रखनी होगी,` शॉफेले कहते हैं, `आपको मशीन पर अपने नंबर मारने के बजाय बहुत कुछ कल्पना करनी पड़ती है।` वह इस बात को स्वीकार करते हैं कि लिंक्स गोल्फ हमेशा `निष्पक्ष` नहीं होता, लेकिन पोर्ट्रश के पॉट बंकर उन्हें थोड़े बेहतर लगते हैं। उनका खेल भी धीरे-धीरे गति पकड़ रहा है, यू.एस. ओपन में T-12 और पिछले हफ्ते स्कॉटिश ओपन में T-8 ने संकेत दिए हैं कि वह सही दिशा में बढ़ रहे हैं। क्या उनकी यह अटूट मानसिकता उन्हें एक और चैम्पियनशिप दिला पाएगी?
रॉयल पोर्ट्रश: गोल्फ का वह मैदान जो खुद एक खिलाड़ी है
रॉयल पोर्ट्रश गोल्फ कोर्स स्वयं में एक खिलाड़ी है। उत्तरी आयरलैंड के उत्तरी छोर पर तत्वों के प्रति पूरी तरह से खुला, यह कोर्स हवा और मौसम के हिसाब से अपना मिजाज़ बदलता रहता है। 2019 में हमने देखा था कि कैसे पहले तीन दिनों में शांत मौसम ने खिलाड़ियों को कम स्कोर करने की अनुमति दी, लेकिन अंतिम दिन की तूफानी बारिश और हवा ने सब कुछ बदल दिया, और विजेताओं को अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए संघर्ष करना पड़ा। स्कॉटी शेफलर ने ठीक ही कहा, `मौसम का गोल्फ कोर्स पर काफी नाटकीय प्रभाव पड़ता है।` यह कोर्स सिर्फ आपकी हिटिंग क्षमता का नहीं, बल्कि आपकी रणनीतिक सोच का भी इम्तिहान लेता है। शॉफेले ने बताया कि हवा पुट को भी प्रभावित कर सकती है, खासकर खुले ग्रीन पर। यह लिंक्स कोर्स की एक अनूठी विशेषता है कि इसमें सामान्य लिंक्स कोर्स की तुलना में ऊंचाई में अधिक बदलाव हैं, जो खिलाड़ियों को `ग्राउंड गेम` (जमीन पर शॉट) और `एयर गेम` (हवा में शॉट) के बीच संतुलन बनाने पर मजबूर करता है। यहाँ विजेता वही होगा जो न केवल गेंद को अच्छे से मारेगा, बल्कि सही समय पर सही निर्णय भी लेगा।
लॉन्ग शॉट्स: क्या कोई अप्रत्याशित दावेदार इतिहास रचेगा?
लेकिन गोल्फ का इतिहास हमें बताता है कि मेजर चैम्पियनशिप में हमेशा बड़े नाम ही नहीं जीतते। मैट फिट्ज़पैट्रिक, जिनका खेल हाल ही में बेहतरीन रहा है (पिछले हफ्ते स्कॉटिश ओपन में T-4), और जस्टिन रोज़, जिन्होंने मास्टरर्स में मैकलॉय को कड़ी टक्कर दी थी और स्कॉटिश ओपन में भी प्रभावशाली प्रदर्शन किया, भी इस दौड़ में शामिल हैं। रोज़ की कहानी खास होगी, क्योंकि एक अंग्रेज खिलाड़ी ने 33 साल से ओपन चैम्पियनशिप नहीं जीती है। अगर मौसम अपने उग्र रूप में आया, तो ये अनुभवी खिलाड़ी भी आश्चर्यचकित कर सकते हैं, क्योंकि लिंक्स गोल्फ में धैर्य और प्रतिकूल परिस्थितियों में बेहतर खेलने की क्षमता ही मायने रखती है।
जैसे-जैसे द ओपन चैम्पियनशिप अपने निर्णायक चरणों की ओर बढ़ रही है, रॉयल पोर्ट्रश का गोल्फ कोर्स एक भव्य मंच बन गया है। यह देखने के लिए कि कौन धैर्य, कौशल और मौसम की चुनौतियों पर विजय प्राप्त कर गोल्फ के इस मुकुट को धारण करेगा, दुनिया भर के प्रशंसक साँस रोके इंतज़ार कर रहे हैं। क्या यह शेफलर की निरंतरता होगी, मैकलॉय का घरेलू जादू, शॉफेले की शांत दृढ़ता, या किसी अप्रत्याशित खिलाड़ी का उदय? केवल समय ही बताएगा।