मिलान का आइकॉनिक सैन सिरो स्टेडियम, जिसे “ला स्काला डेल कैल्सियो” (फ़ुटबॉल का ओपेरा हाउस) के नाम से जाना जाता है, एक बड़े बदलाव के मुहाने पर खड़ा है। इसकी दीवारें, जिन्होंने दशकों से गौरवशाली इतिहास और अनगिनत जीत-हार देखी हैं, अब भविष्य की मांगों के सामने झुकने को तैयार हैं। लेकिन यह परिवर्तन इतना सीधा नहीं, बल्कि जटिलता, भावना और रणनीतिक दांवपेंच से भरा है।
सैन सिरो का भविष्य: दांव पर क्या है?
मिलान शहर परिषद द्वारा सैन सिरो की बिक्री को हरी झंडी मिलने के बाद से, इतालवी फ़ुटबॉल जगत में एक महत्वपूर्ण हलचल मच गई है। सवाल यह नहीं है कि बदलाव होगा या नहीं, बल्कि यह है कि यह कैसे और कब होगा। इंटर और मिलान क्लब, जो इस ऐतिहासिक मैदान को साझा करते रहे हैं, अब एक नए, आधुनिक घर की तलाश में हैं। लेकिन क्या यह संभव है कि इतिहास की इतनी बड़ी विरासत को यूं ही मिटा दिया जाए? और अगर ऐसा होता है, तो क्या इसकी जगह कुछ और भी बेहतर आ पाएगा?
अंतिम तिथि: 10 नवंबर, एक प्रशासनिक विडंबना
सैन सिरो की बिक्री को लेकर एक बेहद महत्वपूर्ण तारीख सामने आई है: 10 नवंबर। यह कोई फुटबॉल मैच की तारीख नहीं, बल्कि एक प्रशासनिक समय-सीमा है। इस तारीख तक इंटर और मिलान को स्टेडियम की बिक्री पूरी करनी होगी, अन्यथा मिलान महानगर की सुपरिंटेंडेंसी (Sovrintendenza) द्वारा दूसरे स्तर पर एक बाध्यकारी प्रतिबंध (vincolo) लग जाएगा। इसका सीधा मतलब यह होगा कि स्टेडियम को पूरी तरह से गिराया नहीं जा सकेगा। यह विडंबना ही है कि फ़ुटबॉल के एक ऐसे मंदिर का भाग्य एक ऐसे नौकरशाही दस्तावेज़ पर टिका है, जिसके बारे में शायद ही कोई आम प्रशंसक जानता हो। यह ठीक वैसा ही है जैसे आप किसी महान कलाकार के जीवन का लेखा-जोखा उसकी जन्म कुंडली से नहीं, बल्कि उसके बैंक खाते से जानने की कोशिश करें।
क्या आप जानते हैं? यदि 10 नवंबर तक सैन सिरो सार्वजनिक संपत्ति बना रहता है, तो उस पर ऐसा प्रतिबंध लग जाएगा कि उसे पूरी तरह से ध्वस्त नहीं किया जा सकेगा। यह एक ऐतिहासिक इमारत को बचाने का प्रयास है, लेकिन फुटबॉल क्लबों के लिए एक बड़ी बाधा।
नया स्टेडियम: आधुनिकता की ओर एक कदम
जबकि वर्तमान सैन सिरो अपने अंतिम कुछ वर्ष गिन रहा है, समानांतर रूप से एक नए युग की नींव रखी जा रही है। इंटर और मिलान ने विश्व-प्रसिद्ध आर्किटेक्चरल फर्मों, `मानिका` (Manica) और `फोस्टर+पार्टनर्स` (Foster+Partners) को नए स्टेडियम के डिज़ाइन के लिए चुना है। यह नया आधुनिक स्टेडियम 71,500 सीटों वाला होगा, जिसे मौजूदा सैन सिरो के पार्किंग क्षेत्र में बनाया जाएगा।
निर्माण की समय-सीमा: भविष्य की एक झलक
- 2026: नए स्टेडियम के डिज़ाइन पर काम शुरू होगा। यह वह साल होगा जब कागज़ों पर भविष्य के “फुटबॉल के ओपेरा हाउस” की रूपरेखा तैयार होगी।
- 2027 (पूर्वार्ध): यदि सब कुछ योजना के अनुसार चला, तो नए स्टेडियम का निर्माण शुरू हो जाएगा। कुछ वर्षों के लिए, मिलान में दो स्टेडियम अगल-बगल खड़े होंगे – एक अतीत का गवाह, दूसरा भविष्य का प्रतीक। यह दृश्य अपने आप में अनोखा होगा: एक विशाल निर्माण स्थल के पास, टीमें अपने नियमित मैचों के लिए पुराने मैदान में उतरेंगी।
- 2031: अनुमान है कि नया स्टेडियम चार साल के निर्माण कार्य के बाद 2031 में उद्घाटन के लिए तैयार हो जाएगा। तब तक इंटर और मिलान पुराने सैन सिरो में ही खेलते रहेंगे।
- 2031 या 2032 (शुरुआत): नए स्टेडियम के पूरा होने के लगभग 12 महीनों के भीतर, पुराने सैन सिरो को ध्वस्त करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। विध्वंस छत से शुरू होकर नीचे की ओर होगा, लेकिन एक छोटा सा हिस्सा – दक्षिण-पूर्वी कोना, ऑरेंज स्टैंड का हिस्सा और कर्वा सूद (Curva Sud) का कुछ हिस्सा – इतिहास के स्मारक के रूप में बचा रहेगा।
कानूनी अड़चनें और यूरो 2032 का सवाल
यह सब इतना आसान नहीं होने वाला। इस पूरी प्रक्रिया में कई कानूनी अपीलें (ricorsi) दायर होने की उम्मीद है, जिससे स्टेडियम का मामला अदालतों तक भी पहुंच सकता है। इटली में “रिकॉर्सी” की संस्कृति ऐसी है कि एक बार तो लगेगा कि यह परियोजना कभी पूरी नहीं होगी, लेकिन अंततः तकनीकी विकास की जीत होगी।
इसके अलावा, यूरो 2032 की मेज़बानी का मुद्दा भी है। इटली, तुर्की के साथ मिलकर इस मेगा इवेंट की मेज़बानी करेगा, लेकिन उसके पास यूईएफए (UEFA) मानकों के अनुरूप केवल एक ही स्टेडियम है – ट्यूरिन का जुवेंटस स्टेडियम। वर्तमान सैन सिरो इन आवश्यकताओं को पूरा नहीं करता, जबकि नया स्टेडियम निश्चित रूप से करेगा। यूईएफए के प्रमुख सेफ़ेरिन की निगाहें निश्चित रूप से मिलान की इस प्रगति पर होंगी। यह एक ऐसा अवसर है जब इटली को अपने फुटबॉल इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बनाना होगा, या फिर उसे दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों के मैचों को `किसी और` के आधुनिक स्टेडियम में भेजने का जोखिम उठाना होगा।
निष्कर्ष: एक भावनात्मक और तकनीकी बदलाव
सैन सिरो का जाना निश्चित रूप से मिलान के फुटबॉल प्रशंसकों के लिए एक भावनात्मक क्षण होगा। यह सिर्फ एक इमारत का विध्वंस नहीं, बल्कि दशकों की यादों का अंत होगा। लेकिन खेल की दुनिया बदल रही है, और आधुनिकता की दौड़ में बने रहने के लिए, सुविधाओं का आधुनिकीकरण अपरिहार्य है। क्या नया स्टेडियम पुराने सैन सिरो की आत्मा को पकड़ पाएगा? यह तो समय ही बताएगा। लेकिन एक बात निश्चित है: मिलान का फुटबॉल भविष्य उज्ज्वल और अधिक कुशल होने जा रहा है, भले ही इसके लिए अतीत की कुछ गौरवशाली निशानियों को विदा करना पड़े। इस पूरी प्रक्रिया में, हम देख सकते हैं कि कैसे इतिहास और आधुनिकता, भावना और व्यावहारिकता के बीच एक सूक्ष्म संतुलन बनाने का प्रयास किया जा रहा है – एक ऐसी कहानी जो सिर्फ मिलान ही नहीं, बल्कि दुनिया भर के खेलप्रेमियों के लिए प्रासंगिक है।