इतालवी फुटबॉल दिग्गज एसी मिलान एक बार फिर सुर्खियों में है, लेकिन इस बार किसी शानदार जीत या रिकॉर्ड-तोड़ सौदे के लिए नहीं, बल्कि अपने संभावित नए स्ट्राइकर विक्टर बोनिफेस को लेकर प्रशंसकों के बीच पनपी गहरी चिंता के कारण। बेयर लेवरकुसेन (Bayer Leverkusen) के इस नाइजीरियाई फॉरवर्ड का मिलान आना लगभग तय माना जा रहा है, लेकिन सोशल मीडिया पर `रोसोनेरी` (मिलान का उपनाम) के समर्थकों का उत्साह कहीं नज़र नहीं आता। इसके बजाय, उनके मन में ढेरों सवाल और आशंकाएं हैं।
एक जटिल स्थानांतरण गाथा
बोनिफेस के एजेंट मिलान में अंतिम विवरणों पर बातचीत के लिए पहुंच चुके हैं, और समझौता बस एक कदम दूर है। इस सौदे को “ऋण पर लेने का अधिकार” (loan with option to buy) के रूप में देखा जा रहा है, जो शुरुआत में लेवरकुसेन द्वारा मांगी गई 50 मिलियन यूरो की कीमत से काफी अलग है। यह मिलान के लिए एक परिकलित जोखिम (calculated risk) हो सकता है, लेकिन प्रशंसकों के लिए यह एक ऐसी स्थिति है जहाँ `आशा` और `डर` एक साथ चलते हैं – और सच कहूँ तो, डर थोड़ा आगे है।
चोटों का इतिहास: एक भयानक भूत
प्रशंसकों की चिंता का मुख्य कारण 24 वर्षीय नाइजीरियाई खिलाड़ी का गंभीर चोटों का इतिहास है। सोशल मीडिया पर एक समर्थक ने सीधे तौर पर लिखा है, “बोनिफेस एक पूर्व फुटबॉलर है और आप देखेंगे।” यह सिर्फ एक अकेला बयान नहीं है; कई अन्य भी उनकी फिटनेस को लेकर गहरे संदेह में हैं। एक अन्य प्रशंसक टिप्पणी करता है, “मुझे बोनिफेस बहुत पसंद है, लेकिन उसके स्वास्थ्य को लेकर अनिश्चितता बहुत बड़ी है।”
विशेष रूप से, 2024-25 सीज़न में, बोनिफेस 75 दिनों तक चोट के कारण मैदान से बाहर रहे थे। इस अवधि में भी उन्होंने 19 मैच खेले और 8 गोल किए, जो उनकी क्षमता को दर्शाता है। लेकिन समर्थकों का सवाल है: क्या वह मिलान जैसी शीर्ष-स्तरीय टीम में लगातार खेल पाएंगे? सबसे परेशान करने वाला पहलू दोहरे क्रूसिएट लिगामेंट की चोटों (double cruciate ligament injuries) का उनका इतिहास है। एक प्रशंसक ने तो यहां तक कह दिया है, “चोट के इतिहास में दोहरे क्रूसिएट लिगामेंट वाला कोई भी खिलाड़ी उच्चतम स्तर पर वापस नहीं आ पाता/पहुंच पाता।” यह बात काफी सोचने पर मजबूर करती है कि क्या मिलान एक ऐसे खिलाड़ी पर दांव लगा रहा है जो पहले से ही अपने करियर के सबसे कठिन दौर से गुजर चुका है।
स्वभाव की समस्या: ड्रेसिंग रूम में क्या होगा?
चोटों के अलावा, बोनिफेस के कठिन स्वभाव को लेकर भी चिंताएं हैं। सोशल मीडिया पर प्रसारित एक पोस्ट में कहा गया है, “मुझे उम्मीद है कि बोनिफेस के सभी समर्थक इस बात से अवगत हैं कि टीम के भीतर उन्हें बड़ी समस्याएं थीं। कहा जाता है कि उनका स्वभाव बहुत कठिन है और वह कई बार टीम के अन्य सदस्यों से भिड़ चुके हैं।” फुटबॉल में, केवल शारीरिक क्षमता ही मायने नहीं रखती; ड्रेसिंग रूम का सामंजस्य (harmony) भी उतना ही महत्वपूर्ण है। एक ऐसा खिलाड़ी जिसका कथित तौर पर अपने साथियों के साथ टकराव का इतिहास रहा हो, वह टीम के माहौल को कैसे प्रभावित करेगा, यह भी एक बड़ा प्रश्नचिह्न है।
प्रशंसकों का असंतोष: “एक और ओरीगी?”
मिलान के प्रशंसक अतीत में भी ऐसे स्थानांतरण देख चुके हैं जो उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे। डिवॉक ओरीगी (Divock Origi) का उदाहरण ताजा है, जिन्हें अक्सर बेंच पर बैठे या चोटिल ही देखा गया। अब बोनिफेस के साथ, कई लोग डरते हैं कि यह “ओरीगी 2.0” हो सकता है। कुछ लोगों का मानना है कि क्लब केवल “नाम कमाने” के लिए ऐसे बड़े नामों की घोषणा करता है, जबकि वास्तविकता कुछ और होती है। यह निराशा मिलान के प्रबंधन के प्रति अविश्वास को दर्शाती है।
क्या मिलान का दांव सही होगा?
क्लब प्रबंधन शायद इसे एक स्मार्ट डील मान रहा है, क्योंकि उन्हें एक ऐसे खिलाड़ी को ऋण पर मिल रहा है जिसकी कीमत पहले 50 मिलियन यूरो थी। लेकिन फुटबॉल में, सबसे बड़ा दांव हमेशा मैदान पर प्रदर्शन पर होता है। क्या विक्टर बोनिफेस अपनी चोटों और स्वभाव संबंधी चिंताओं को पार कर पाएंगे और मिलान के लिए एक सफल स्ट्राइकर साबित होंगे? या फिर वह मिलान के उन खिलाड़ियों की सूची में शामिल हो जाएंगे जिन्हें प्रशंसकों ने “जोखिम भरा जुआ” कहकर खारिज कर दिया था?
समय ही बताएगा कि मिलान का यह कदम एक मास्टरस्ट्रोक था या एक और महंगी गलती। फिलहाल, मिलानो में फुटबॉल प्रेमियों के बीच उत्साह की बजाय चिंता का माहौल है।