ऑस्ट्रेलिया और एशिया के अपने प्री-सीजन टूर के समापन पर, इटली के फुटबॉल दिग्गज एसी मिलान ने पर्थ ग्लोरी के खिलाफ एक ऐसी जीत दर्ज की, जिसे `मैच` कहना भी शायद एक अतिशयोक्ति होगी। 9-0 के विशाल स्कोरलाइन ने मैदान पर दोनों टीमों के बीच के अंतर को स्पष्ट कर दिया। यह सिर्फ एक जीत नहीं थी, बल्कि आने वाले सीज़न के लिए मिलान के इरादों का एक स्पष्ट बयान था, भले ही विपक्षी टीम `मैत्रीपूर्ण` स्तर की थी।
गोलों की बौछार: पहले हाफ में ही मिलान ने दिखाया दबदबा
मैच की शुरुआत से ही, एसी मिलान ने अपनी श्रेष्ठता साबित कर दी। फिलिपो टेरासिआनो ने ओकाफोर के साथ एक शानदार तालमेल के बाद खेल के तीसरे मिनट में ही गोल कर दिया। इसके बाद तो गोलों की झड़ी लग गई। एलेक्स जिमेनेज़ के शानदार ड्रिब्लिंग और असिस्ट पर ओकाफोर ने दूसरा गोल दागा, और फिर जल्द ही अपना दूसरा गोल भी दागकर विपक्षी को सकते में डाल दिया। 17 वर्षीय युवा प्रतिभा कोमोट्टो ने पेनल्टी पर गोल किया, जबकि चुकवुएज़े ने कई प्रयासों के बाद आखिर पांचवा गोल दागकर पहले हाफ में ही मिलान को 5-0 की बढ़त दिला दी। पर्थ ग्लोरी के खिलाड़ियों को शायद फुटबॉल खेलने से ज़्यादा अपनी गोलपोस्ट से गेंद बाहर निकालने में ही ज़्यादा समय लग रहा था, एक ऐसा दृश्य जो किसी भी गोलकीपर के लिए दुःस्वप्न से कम नहीं।
दूसरे हाफ में भी दबदबा: लियाओ की रफ्तार और अन्य खिलाड़ियों का जलवा
दूसरे हाफ में, कोच एलेग्री ने पूरी टीम में बदलाव किया, लेकिन परिणाम में कोई अंतर नहीं आया। राफेल लियाओ ने तो मैच शुरू होने के सिर्फ 15 सेकंड के भीतर ही छठवां गोल दाग दिया, यह दर्शाता है कि मिलान के पास बेंच पर भी कितनी प्रतिभा और रफ्तार है। इसके बाद रिकसी ने लिबरली और सालेमाकेर्स के असिस्ट पर एक शानदार गोल किया, जबकि मुसाह ने अपनी बेहतरीन व्यक्तिगत स्किल का प्रदर्शन करते हुए आठवां गोल दागा। लियाओ ने अपना दूसरा गोल कर स्कोर 9-0 कर दिया, जिससे मिलान की ऑस्ट्रेलिया में विजय यात्रा पर शानदार मुहर लग गई। यह कहना गलत नहीं होगा कि यह पर्थ ग्लोरी के लिए एक `गोल-वर्षा` वाला अनुभव था, जो वे शायद ही कभी भूल पाएंगे, या भूलना चाहेंगे!
सिर्फ स्कोर से परे: मैत्रीपूर्ण मैचों का वास्तविक महत्व
हालांकि यह एक दोस्ताना मैच था और परिणाम को बहुत गंभीरता से नहीं लेना चाहिए (और कोच एलेग्री ने भी यही कहा), मिलान के लिए कुछ महत्वपूर्ण संकेत मिले हैं। टीम ने रक्षात्मक रूप से कोई गोल नहीं खाया, जो एक मजबूत रक्षापंक्ति की नींव रखता है। आक्रमण में, उन्होंने कई अवसर बनाए और विभिन्न खिलाड़ियों ने गोल किए, जिससे उनकी आक्रमण क्षमता की गहराई का पता चलता है। यह प्रदर्शन मिलान के खिलाड़ियों के आत्मविश्वास के लिए महत्वपूर्ण है, खासकर नए खिलाड़ियों और चोट से वापसी करने वालों के लिए। एलेग्री ने विभिन्न खिलाड़ियों को परखा और अपनी रणनीतियों को आज़माया, जो आगामी कड़ी चुनौतियों के लिए महत्वपूर्ण होगा। ऐसे मैच टीम के तालमेल को बेहतर बनाने और युवा प्रतिभाओं को बड़े मंच पर अनुभव देने का अवसर प्रदान करते हैं।
आगे की राह: सीरी ए और कोपा इटालिया की चुनौतियाँ
अब मिलान टीम इटली वापस लौटेगी और बुधवार से मिलानो में अभ्यास फिर से शुरू होगा। उनका सामना 9 जुलाई को डबलिन में लीड्स और 10 जुलाई को स्टैमफोर्ड ब्रिज में चेल्सी जैसी मजबूत टीमों से होगा। ये मैच इटालियन कप (कोपा इटालिया) में 17 जुलाई को उनके सीज़न की पहली आधिकारिक उपस्थिति से पहले उनके अंतिम बड़े टेस्ट होंगे। पर्थ ग्लोरी पर यह विशाल जीत सिर्फ एक कदम है; असली परीक्षा तो सीरी ए और अन्य प्रतियोगिताओं में होगी। लेकिन फिलहाल, `शैतान` (मिलान का एक उपनाम) आत्मविश्वास से लबरेज हैं और आगामी सीज़न के लिए पूरी तरह तैयार दिख रहे हैं।