Dota 2 की दुनिया लगातार बदलती रहती है, और खिलाड़ियों की राय अक्सर गेम के मेटा को समझने में मदद करती है। बैलेंस अपडेट्स आते हैं, नए आइटम बनते हैं, और हीरो की लोकप्रियता ज्वार-भाटे की तरह ऊपर-नीचे होती रहती है। हाल ही में, जाने-माने रूसी प्रोफेशनल खिलाड़ी एंटोन `dyrachyo` शक्रेदोव ने एक ऐसे हीरो के बारे में खुलकर बात की है जिसकी स्थिति पर शायद बहुत कम लोग ध्यान दे रहे हैं: फैंटम लांसर (Phantom Lancer)।
дырачьё (या द्यराच्यो), जो अपनी सीधी बात के लिए जाने जाते हैं, ने अपने लाइवस्ट्रीम के दौरान साफ तौर पर कहा कि उनकी पूरी ईस्पोर्ट्स करियर में फैंटम लांसर हमेशा एक `मरा हुआ हीरो` (dead hero) रहा है। यानी एक ऐसा हीरो जो मौजूदा प्रतिस्पर्धी माहौल में शायद ही काम का हो।
उन्होंने कहा, “मैं अपनी पूरी ईस्पोर्ट्स करियर में कहता रहा हूं कि फैंटम लांसर एक मरा हुआ हीरो है। मैं कभी भी इस पर अभ्यास नहीं करूंगा, क्योंकि अगर यह कभी उभरा भी, तो साल में एक बार या तीन साल में एक बार, या शायद कभी नहीं। इसलिए इस हीरो को चुनना सरासर बेवकूफी है।” एक टॉप खिलाड़ी से किसी पॉपुलर हीरो के बारे में ऐसी राय सुनना थोड़ा चौंकाने वाला हो सकता है, खासकर जब उस हीरो के पास इल्यूजन बनाने की अनोखी क्षमता हो जो विरोधियों को भ्रमित कर सकती है। लेकिन क्या वाकई उसकी हालत इतनी पतली है?
उनकी यह बात रियाद मास्टर्स 2025 टूर्नामेंट में फैंटम लांसर के हालिया प्रदर्शन से कुछ हद तक सच साबित होती दिख रही है। इस बड़े टूर्नामेंट में यह हीरो छह मैचों में चुना गया, लेकिन पांच में उसे हार का सामना करना पड़ा। केवल एक जीत रूसी खिलाड़ी येगोर `Nightfall` ग्रिगोरेंको को टीम यांडेक्स के खिलाफ मिली। यह आंकड़ा निश्चित रूप से निराशाजनक है और dyrachyo के दावे को बल देता है कि हीरो वर्तमान मेटा में प्रभावी नहीं है।
DOTA 2 में किसी हीरो को `डेड` मानने का मतलब अक्सर यह होता है कि गेम के मौजूदा बैलेंस अपडेट्स (पैच), पॉपुलर आइटम बिल्ड, या विरोधी हीरो की रणनीतियों के सामने वह टिक नहीं पाता। शायद फैंटम लांसर की कमजोरियां इस समय इतनी ज्यादा हैं कि प्रोफेशनल स्तर पर उसका इस्तेमाल करना जोखिम भरा है, जैसा कि dyrachyo और रियाद मास्टर्स के आंकड़े सुझाते हैं। हो सकता है कि इल्यूजन क्लियर करने वाले आइटम या स्पेल बहुत पावरफुल हों, या हीरो को अपनी ताकत दिखाने के लिए जितनी फार्मिंग (गेम में संसाधन जुटाना) की जरूरत है, वह मौजूदा गेम की गति के हिसाब से बहुत ज्यादा हो।
हालांकि गेम का मेटा (meta) लगातार बदलता रहता है और कोई भी हीरो अगले पैच में रातोंरात ताकतवर बन सकता है, फिलहाल dyrachyo जैसे शीर्ष खिलाड़ी की राय और टूर्नामेंट के नतीजे फैंटम लांसर के प्रशंसकों के लिए निराशाजनक हैं। ऐसा लगता है कि इस इल्यूजन-आधारित कैरी हीरो को अपनी चमक वापस पाने के लिए अभी इंतजार करना होगा, जब तक कि डेवलपर्स उसे कोई ऐसा बूस्ट न दें जो उसे मौजूदा `डेड` स्थिति से बाहर निकाल सके। तब तक, dyrachyo शायद इसे न चुनने पर कायम रहेंगे, और उनके विरोधी भी शायद खुश होंगे!