अपनी गेमिंग एक्सेसरीज को खुद से कस्टमाइज़ करना एक लुभावना विचार हो सकता है। यह आपको अपनी रचनात्मकता दिखाने और अपने पसंदीदा गैजेट को एक व्यक्तिगत स्पर्श देने का मौका देता है। लेकिन कभी-कभी, यह जुनून एक महंगी और हास्यास्पद आपदा में बदल सकता है। कुछ ऐसा ही हुआ एक गेमिंग उत्साही के साथ, जिसकी `DIY` यात्रा एक यादगार सबक बन गई – कि कभी-कभी, चीज़ों को पेशेवरों पर छोड़ देना ही बेहतर होता है।
एक पीली याद की तलाश
कहानी शुरू होती है गार्डनर नाम के एक टिकटॉक उपयोगकर्ता से, जो निनटेंडो गेम “डोंकी कोंग बनंजा” (Donkey Kong Bananza) के अपने नए निनटेंडो स्विच 2 कार्ट्रिज के लाल रंग से खुश नहीं थे। उनकी बचपन की यादों में “डोंकी कोंग 64” का वो खास केला-पीला कार्ट्रिज बसा हुआ था। उसी पुरानी, सुनहरी याद को ताज़ा करने के लिए, गार्डनर ने फैसला किया कि वह अपने नए कार्ट्रिज को भी उसी प्रतिष्ठित पीले रंग में रंगेंगे। “यह तो बच्चों का खेल है,” उन्होंने सोचा होगा, “बस थोड़ा पेंट ही तो करना है!”
जब DIY बन गया D-I-वाई-आई (Dangerously Irreversible, Ya Idiot!)
तो, उन्होंने क्या किया? उन्होंने एक स्प्रे पेंट कैन उठाई और सीधे काम पर लग गए। सबसे पहले, कार्ट्रिज को सावधानी से खोलना था। “सावधानी” शब्द यहां थोड़ा विरोधाभासी लग सकता है, क्योंकि गार्डनर ने इसे खोलने के लिए जिस तरह के औज़ारों और तरीकों का इस्तेमाल किया, उसे देखकर किसी भी संवेदनशील गेमर का दिल दहल जाएगा। कई असफल प्रयासों के बाद, आखिरकार उन्होंने कार्ट्रिज के दोनों हिस्सों को अलग कर दिया और अंदर की गेम फाइल वाली चिप को बाहर निकाला। फिर, उन्होंने गर्व से पीले स्प्रे पेंट को कार्ट्रिज के खाली खोल पर छिड़क दिया।
पेंटिंग पूरी हुई, और गार्डनर ने आत्मविश्वास से कार्ट्रिज को वापस जोड़ा। पहला झटका तब लगा जब उन्होंने उसे निनटेंडो स्विच 2 कंसोल में डालने की कोशिश की। पेंट की अतिरिक्त परत ने कार्ट्रिज को थोड़ा मोटा कर दिया था, और वह स्लॉट में आधा ही जा पाया – और वहीं फंस गया!
सोशल मीडिया पर कई लोगों ने तुरंत टिप्पणी की, “लगता है कि पेंट पिघल जाएगा और सिस्टम में चिपक जाएगा जब यह गर्म होगा। यह एक बुरा विचार लगता है।” काश गार्डनर ने इस सलाह पर ध्यान दिया होता, क्योंकि अगले 24 घंटों में स्थिति और भी बदतर होने वाली थी।
जुनून की हद और उसके परिणाम
अगले दिन, गार्डनर एक और वीडियो के साथ वापस आए। यह दर्शाता था कि निनटेंडो स्विच 2 ने कितनी भी “ना” कही हो, गार्डनर ने अपने पीले सपनों को साकार करने के लिए कार्ट्रिज को जबरदस्ती अंदर ठूंस दिया था। अब स्थिति यह थी कि कार्ट्रिज पूरी तरह से सिस्टम में अटका हुआ था, और उसे बाहर निकालना नामुमकिन था। गार्डनर ने हिम्मत नहीं हारी, उन्होंने प्लायर (pliers) उठाई और कार्ट्रिज को बाहर खींचने की कोशिश की। इसका नतीजा? पीला पेंट उखड़ गया, कार्ट्रिज टूट गया, और सिस्टम अभी भी कार्ट्रिज को निगल कर बैठा था।
अविश्वसनीय रूप से, गार्डनर ने फिर टिकटॉक पर एक और गुहार लगाई, “निनटेंडो को टैग किए बिना, कोई मुझे बताए कि मुझे इसे अपने सिस्टम से निकालने के लिए क्या करना चाहिए। मैं अभी शांत हूं क्योंकि मैं कुछ समय के लिए गेम खेलने जा रहा हूं, लेकिन मुझे आपके सुझाव पसंद आएंगे।” यह टिप्पणी स्वयं में एक विडंबना थी – वे अब गेम कैसे खेल पाएंगे, जब कार्ट्रिज बाहर ही नहीं निकल रहा?
वायरल मज़ाक और कड़वा सबक
स्वाभाविक रूप से, गार्डनर की यह `पीली` यात्रा इंटरनेट पर आग की तरह फैल गई। टिप्पणियों की बाढ़ आ गई, जिनमें सलाह और मज़ाक दोनों शामिल थे। कुछ ने रचनात्मक सुझाव दिए, जैसे कि “तुम्हें बस 3D प्रिंटेड पीला केस बनवाना चाहिए था और गेम का कवर दोबारा प्रिंट करवाना चाहिए था।” लेकिन अधिकांश टिप्पणियां गार्डनर के दुर्भाग्य पर हंस रही थीं।
- एक टिप्पणी ने सीधे दिल पर वार किया: “यह इतना गंभीर नहीं है,” और उसके साथ एक रोने वाला इमोजी।
- एक और मज़ाक था: “इस बंदे ने `डोंकी कोंग` इनबिल्ट निनटेंडो स्विच 2 खरीदा है!!!”
- लेकिन सबसे विनाशकारी टिप्पणी शायद यह थी: “क्या यह कहने का बुरा समय है कि यह पीले रंग का सही शेड भी नहीं है?” उफ़!
सारांश: इस पूरी गाथा से एक बड़ा सबक यह है कि अगली बार जब आप अपने किसी महंगे गेमिंग सिस्टम के साथ कोई DIY प्रोजेक्ट शुरू करने की सोचें, तो कृपया एक बार इंटरनेट पर शोध अवश्य कर लें। किसी भी कार्य को करने से पहले अच्छी तरह से जानकारी जुटाना और विशेषज्ञों से सलाह लेना हमेशा बुद्धिमानी होती है, खासकर जब बात महंगे इलेक्ट्रॉनिक्स की हो।
लगता है कि गार्डनर अब कुछ समय के लिए `डोंकी कोंग बनंजा` के अलावा कुछ और नहीं खेल पाएंगे। और अगर वे ऐसा कर भी पाए, तो शायद पीले रंग से उन्हें नफ़रत हो जाएगी! यह कहानी हमें याद दिलाती है कि कभी-कभी, अपने जुनून को पेशेवर हाथों में छोड़ देना या कम से कम उस पर अच्छी तरह से शोध कर लेना, लंबी अवधि में पैसे और परेशानी दोनों बचाता है।