गेमिंग की दुनिया में आतंक और खून-खराबे का एक नया अध्याय खुलने वाला है। टेक लैंड स्टूडियो का बहुप्रतीक्षित हॉरर सर्वाइवल गेम, डाइंग लाइट: द बीस्ट (Dying Light: The Beast), हाल ही में अपने नए ट्रेलर के साथ मैदान में उतरा है, जिसने गेमर्स के बीच खलबली मचा दी है। यह ट्रेलर सिर्फ एक झलक नहीं, बल्कि इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि यह गेम क्रूरता और विद्रूपता की सभी सीमाओं को तोड़ने वाला है।
विलंब के बावजूद उत्साह बरकरार
भले ही गेम की रिलीज डेट को अगस्त से 19 सितंबर तक बढ़ा दिया गया हो, लेकिन इस नए ट्रेलर ने फैंस के “डिजिटल ज़ॉम्बी” को बेरहमी से कुचलने की खून की प्यास को अस्थायी रूप से शांत कर दिया है। इसे देखकर ऐसा लगता है जैसे मॉर्गेज़ कॉम्बैट (Mortal Kombat) का कोई सीक्वल आ गया हो, जहां हड्डियों से मांस का अलग होना और जलते-सड़ते चेहरे अब सिर्फ कल्पना नहीं, बल्कि भयानक यथार्थ होंगे। जो लोग कमज़ोर दिल वाले हैं, उन्हें शायद इसे देखकर अपनी दोपहर की कॉफी के बारे में फिर से सोचना पड़े।
क्रूरता का मनोवैज्ञानिक पहलू: काइल क्रेन का प्रतिशोध
टेक लैंड का कहना है कि डाइंग लाइट: द बीस्ट में दिखाई गई यह `आदिम क्रूरता` सिर्फ दिखावा नहीं है। इसका गहरा संबंध गेम के नायक, काइल क्रेन की बदला लेने की प्यास से है। एक दशक की कैद और अमानवीय प्रयोगों की भट्टी से निकलकर आए क्रेन के मन में भरी हुई हताशा अब उसकी `क्रोध-प्रेरित शक्तियों` के माध्यम से सामने आ रही है। इस गेम में खून-खराबा उसके लिए सिर्फ हिंसा नहीं, बल्कि अपनी पीड़ा से मुक्ति पाने का एक catharsis है।
डाइंग लाइट फ्रैंचाइज़ी के निदेशक, टायमन स्मेक्टाला के अनुसार, “हमने बॉडी हॉरर को नाटकीय रूप से बढ़ाया है ताकि आपको शुद्ध अस्तित्व के लिए लड़ने और काइल की बदला लेने की भूख का अहसास हो। सिर्फ एक हेल्थ बार को नीचे जाते देखना एक बात है; लेकिन हड्डियों से मांस को अलग होते देखना या जलकर नष्ट हुए चेहरों को अपनी आंखों के सामने केवल इंच दूर देखना बिल्कुल अलग है – ऐसे ही दुःस्वप्न बनते हैं!” यह बात सुनकर ऐसा लगता है कि टीम ने दर्शकों को सचमुच रात में डरावने सपने दिलाने का ठेका ले रखा है।
कलाकारों का `खौफनाक` शोध
गेम में शारीरिक क्षति के अनुभव को और भी बढ़ाने के लिए, टेक लैंड ने बताया कि उनकी आर्ट टीम ने घावों और चोटों के सभी दृश्यों को बेहतर बनाने के लिए व्यापक शोध किया है। सड़कों पर दिखने वाले संक्रमित शवों से लेकर रक्त के यथार्थवादी छींटे (splatters) बनाने तक, स्टूडियो ने गैलन भर नकली खून का इस्तेमाल किया और एक अभिनेता के साथ वास्तविक जीवन में इसका प्रदर्शन किया। यानी, सिर्फ स्क्रीन पर नहीं, स्टूडियो के अंदर भी `खून-खराबा` हुआ है, बेशक वह नकली ही क्यों न हो!
इस पूरी प्रक्रिया पर लीड कैरेक्टर आर्टिस्ट डोमिनिक वासिएन्को की टिप्पणी काफी रोचक और थोड़ी डरावनी भी है: “मुझे बस उम्मीद है कि कोई कभी मेरी ब्राउज़र हिस्ट्री नहीं देखेगा।” यह टिप्पणी दिखाती है कि उन्होंने यथार्थवादी ग्राफिक्स के लिए किस हद तक गहराई में जाकर शोध किया है, और एक कलाकार के रूप में उनकी लगन वाकई काबिले तारीफ है। हालांकि, हमें इस बात की उम्मीद करनी चाहिए कि उनके शोध का दायरा सिर्फ नकली खून तक ही सीमित रहा होगा, असली नहीं!
रिलीज की जानकारी
अगर आप इस खौफनाक दुनिया में कूदने के लिए तैयार हैं, तो अपनी कमर कस लीजिए। डाइंग लाइट: द बीस्ट 19 सितंबर को पीसी (PC), प्लेस्टेशन 5 (PS5), और एक्सबॉक्स सीरीज एक्स|एस (Xbox Series X|S) पर रिलीज होगा।
यह गेम उन सभी गेमर्स के लिए एक रोमांचक अनुभव होने वाला है जो तीव्र एक्शन, गहरे प्लॉट और ऐसे हॉरर पसंद करते हैं जो उन्हें रातों की नींद हराम कर दे। तो क्या आप इस `बीस्ट` का सामना करने के लिए तैयार हैं? गेमर्स के लिए यह एक ऐसी दावत होगी, जिसे वे मिस नहीं करना चाहेंगे!