BPL पर सस्पेंस: क्या चैंपियंस के बिना ही शुरू हो जाएगी ‘बांग्लादेश प्रीमियर लीग’?

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क्रिकेट जगत में इन दिनों एक अजीब सी खामोशी छाई हुई है, लेकिन बांग्लादेश प्रीमियर लीग (BPL) के गलियारों में हलचल तेज़ है। डिफेंडिंग चैंपियन फॉर्च्यून बरीशाल ने BPL गवर्निंग काउंसिल से टूर्नामेंट को पुनर्निर्धारित करने का अनुरोध किया है। वजह? उनका कहना है कि इतने कम समय में एक मजबूत टीम तैयार करना `लगभग असंभव` है।

चैंपियंस की गुहार: आखिर क्यों चाहिए और समय?

यह कोई मामूली टीम नहीं, बल्कि बांग्लादेश प्रीमियर लीग के मौजूदा चैंपियन फॉर्च्यून बरीशाल है, जिसने लीग गवर्निंग काउंसिल से टूर्नामेंट को पुनर्निर्धारित करने का औपचारिक अनुरोध किया है। उनकी मुख्य चिंता एक ही है: कम समय में टूर्नामेंट की तैयारी करना। एक तरफ, क्रिकेट बोर्ड नए संस्करण की घोषणा कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ, एक अनुभवी टीम को लगता है कि उन्हें उचित तैयारी के लिए पर्याप्त अवसर नहीं मिल रहा है। यह स्थिति किसी भी लीग की गुणवत्ता और प्रतिष्ठा के लिए चिंताजनक हो सकती है।

BPL का नया स्वरूप और चुनौती

हाल ही में, लीग की गवर्निंग काउंसिल ने घोषणा की थी कि BPL का आगामी संस्करण सिर्फ पांच टीमों के साथ दिसंबर के मध्य में शुरू होगा। इसके साथ ही, अगले पांच संस्करणों (12वें से 16वें) के लिए फ्रेंचाइजी स्वामित्व अधिकारों के लिए `एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट` (EOI) भी आमंत्रित किए गए। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) ने रविवार को एक बयान में कहा, “BCB ने प्रतिष्ठित व्यापारिक घरानों, कंपनियों और संस्थाओं से BPLT20 में फ्रेंचाइजी स्वामित्व अधिकार प्राप्त करने के लिए औपचारिक रूप से EOI प्रक्रिया शुरू कर दी है।” यह अधिकार 12वें से 16वें सीज़न तक, लगातार पांच संस्करणों के लिए दिए जाएंगे। बोर्ड ने निम्नलिखित दस संभावित फ्रेंचाइजी क्षेत्रों की भी रूपरेखा दी है:

  • बरीशाल
  • चटोग्राम
  • कुमिल्ला
  • ढाका
  • खुलना
  • मैमेनसिंह
  • नोआखली
  • राजशाही
  • रंगपुर
  • सिलहट

पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए, BPL गवर्निंग काउंसिल 12वें संस्करण (2026) के लिए कम से कम पांच योग्य EOI आवेदनों पर विचार करेगी। यह सब सुनने में अच्छा लगता है, लेकिन क्या जमीनी हकीकत इन महत्वाकांक्षी योजनाओं के साथ तालमेल बिठा पा रही है?

फॉर्च्यून बरीशाल के मालिक की `मुश्किल` दलील

हालांकि, इस घोषणा के बाद से ही अटकलों का बाजार गर्म है कि फॉर्च्यून बरीशाल इस टूर्नामेंट का हिस्सा नहीं होगा। लेकिन टीम के मालिक मिजानुर रहमान इन अटकलों से इत्तेफाक नहीं रखते।

मिजानुर रहमान ने स्पष्ट किया, “मैंने कभी नहीं कहा कि मैं BPL नहीं खेलूंगा। मैंने बस इतना कहा है कि इतने कम समय में हमारी जैसी टीम के लिए खेलना मुश्किल होगा, और इसलिए हमने उनसे समय बढ़ाने का अनुरोध किया। हर कोई मुझे फोन कर रहा है और मैंने उनसे (BCB) कहा है कि यह बहुत कम समय है और हमारी जैसी टीम के लिए (टूर्नामेंट की तैयारी करना) असंभव होता जा रहा है।”

मिजानुर की दलीलें बिल्कुल वाजिब लगती हैं। खिलाड़ियों को अनुबंधित करना, धन की व्यवस्था करना, उपकरण खरीदना – ये सब रातोंरात होने वाले काम नहीं हैं, खासकर एक पेशेवर लीग के स्तर पर। उन्होंने विस्तार से बताया, “हमारे पास खिलाड़ी हों भी तो हमें फंड और उन उपकरणों को व्यवस्थित करना होगा जिनकी हमें खिलाड़ियों को खरीदने के लिए आवश्यकता है, हमें उन्हें लाना होगा और इस एक या डेढ़ महीने में, भले ही हम 24 घंटे काम करें, हम ऐसा नहीं कर सकते।” मिजानुर ने अप्रैल और मई के स्लॉट का सुझाव दिया है, जहाँ टीमों को व्यवस्थित करने के लिए पर्याप्त समय मिल सके। उनका यह भी मानना है कि “मुझे नहीं लगता कि कोई अच्छी टीम इतने कम समय में खेलने को तैयार होगी।” यह एक गंभीर टिप्पणी है, जो लीग के भविष्य पर सवाल उठाती है।

“हमारे बिना BPL ठीक नहीं!” – एक चैंपियन का आत्मविश्वास या चेतावनी?

मिजानुर का यह बयान, “मुझे नहीं लगता कि हमारे बिना BPL करना सही होगा,” एक चैंपियन टीम के आत्मविश्वास और लीग में उनकी अहमियत को दर्शाता है। यह एक गंभीर चेतावनी भी है कि अगर प्रमुख टीमें सही तैयारी के साथ मैदान में नहीं उतरतीं, तो लीग का आकर्षण और मानक दोनों प्रभावित हो सकते हैं। क्या गवर्निंग काउंसिल इस चुनौती को गंभीरता से लेगी, या समय-सीमा को प्राथमिकता देकर लीग की गुणवत्ता से समझौता करेगी? यह देखना दिलचस्प होगा।

कप्तान तमीम इकबाल का भविष्य: अटकलें बनाम सच्चाई

इस बीच, टीम के कप्तान तमीम इकबाल के भविष्य को लेकर भी कुछ अटकलें थीं, क्योंकि उन्होंने नव-निर्वाचित BCB अध्यक्ष अमीनुल इस्लाम के नेतृत्व में सभी प्रकार के क्रिकेट का बहिष्कार करने की घोषणा की थी। हालांकि, मिजानुर ने स्पष्ट किया कि तमीम का बहिष्कार `सामान्य खेल` से संबंधित था, न कि BPL से। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया, “मुझे नहीं लगता कि ऐसा कुछ भी है (कि तमीम BPL नहीं खेलेंगे) और मुझे लगता है कि उन्होंने इसके बारे में (क्रिकेट का बहिष्कार) सामान्य खेल के संबंध में कहा था।” उन्होंने आगे कहा, “अगर बरीशाल खेलता है तो वह खेलेंगे।” यह राहत की बात है कि कप्तान को लेकर अनिश्चितता समाप्त होती दिख रही है, बशर्ते फॉर्च्यून बरीशाल लीग का हिस्सा बने।

BPL का भविष्य: एक मुश्किल फैसला

फॉर्च्यून बरीशाल का यह अनुरोध सिर्फ एक टीम की मांग नहीं है, बल्कि यह BPL के आयोजकों के लिए एक चुनौती है। क्या वे चैंपियन टीम की चिंताओं को सुनेंगे और लीग की गुणवत्ता के लिए समय-सीमा में बदलाव करेंगे, या वे निर्धारित समय पर आगे बढ़कर एक संभावित रूप से कमजोर टूर्नामेंट का जोखिम उठाएंगे? आगामी दिनों में BCB का निर्णय BPL के भविष्य की दिशा तय करेगा, और यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या `असंभव` को संभव बनाने के लिए कोई `अतिरिक्त समय` मिलेगा, या फिर चैंपियंस को बिना पर्याप्त तैयारी के ही मैदान में उतरने पर मजबूर किया जाएगा। यह फैसला न सिर्फ फॉर्च्यून बरीशाल, बल्कि पूरे बांग्लादेश प्रीमियर लीग के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित होगा।