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Box Office: ऋतिक- सैफ की विक्रम वेधा को मात दे पाई ‘पोन्नियिन सेलवन’? जानें बॉक्स ऑफिस कलेक्शन

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Vikram Vedha Vs Ponniyin Selvan 1 Box Office Collection Day One: 30 सितंबर को एक ओर जहां ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) और सैफ अली खान (Saif Ali Khan) स्टारर फिल्म विक्रम वेधा (Vikram Vedha) रिलीज हुई तो दूसरी ओर मणिरत्नम की मल्टी स्टारर फिल्म ‘पोन्नियिन सेलवन 1’ (Ponniyin Selvan 1) ने भी सिनेमाघरों में दस्तक दी। दोनों ही फिल्मों का दर्शकों को इंतजार था, ऐसे में कौनसी फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर बाजी मारी है, इस रिपोर्ट में हम आपको बताते हैं।

क्या है ‘पोन्नियिन सेलवन 1’ का कलेक्शन

ट्रेड एनालिस्ट मनोबला के ट्वीट के मुताबिक पीएस 1 ने तमिलनाडू में इस साल की तीसरी सबसे बड़ी ओपनिंग की है। ‘पोन्नियिन सेलवन 1’ पहले दिन करीब 25.86 करोड़ रुपये की कमाई पहले दिन कर सकती है। वहीं पिंकविला की एक रिपोर्ट के मुताबिक फिल्म के हिंदी वर्जन ने पहले दिन करीब 1.6 से 2 करोड़ के बीच कमाई की है। इसके अलावा याद दिला दें कि हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक फिल्म ने 17 करोड़ रुपये की एडवांस बुकिंग की थी और  पहले दिन का ओवरसीज कलेक्शन 10 करोड़ रुपये हो सकता है। यानी कुल मिलाकर फिल्म डोमेस्टिक मार्केट में सभी भाषाओं को मिलाकर 30-35 करोड़ रुपये और ओवरसीज में 20 करोड़ रुपये तक की कमाई कर सकती है। बता दें कि ये फिलहाल में अर्ली ट्रेंड्स हैं और कंफर्म कलेक्शन अभी तक सामने नहीं आया है।

क्या है विक्रम वेधा का कलेक्शन

‘पोन्नियिन सेलवन 1’ का क्लैश बॉक्स ऑफिस पर ऋतिक रोशन और सैफ अली खान की फिल्म विक्रम वेधा से था। एक ओर जहां ‘पोन्नियिन सेलवन 1’ का कलेक्शन अच्छा दिख रहा है तो वहीं विक्रम वेधा का कलेक्शन उम्मीद से कम दिख रहा है। Boxofficeindia.com की एक रिपोर्ट के मुताबिक फिल्म पहले दिन करीब 12-14 करोड़ रुपये की कमाई कर सकती है। कहा जा रहा है कि फिल्म ने महाराष्ट्र और गुजरात जैसी जगहों पर अच्छा परफॉर्म नहीं किया है।

 



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औरंगजेब पर वॉट्सऐप स्टेटस से कोल्हापुर में बिगड़े हालात, पथराव और हिंसा के बाद लाठीचार्ज

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महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले में मुगल शासक औरंगजेब को लेकर बवाल मच गया है। कुछ लड़कों ने औरंगजेब के समर्थन में वॉट्सऐप स्टेट्स लगाए थे और उस पर आपत्तिजनक बातें भी लिखी थीं। इससे तनाव फैल गया है।



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मणिपुर हिंसा : बेटे को अस्‍पताल ले जा रही थी मां, भीड़ ने एम्बुलेंस में लगाई आग, मां-बेटे सहित 3 की मौत

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भीड़ ने एक एम्बुलेंस को रास्ते में रोक उसमें आग लगा दी (प्रतीकात्‍मक फोटो)

इंफाल :

मणिपुर में अभी हालात सामान्‍य नहीं हुए हैं. पश्चिम इंफाल जिले में भीड़ ने एक एम्बुलेंस को रास्ते में रोक उसमें आग लगा दी, जिससे उसमें सवार आठ वर्षीय बच्चे, उसकी मां और एक अन्य रिश्तेदार की मौत हो गई. अधिकारी ने बताया कि यह घटना रविवार शाम को इरोइसेम्बा में हुई. उन्होंने कहा कि गोलीबारी की एक घटना के दौरान बच्चे के सिर में गोली लग गई थी और उसकी मां तथा एक रिश्तेदार उसे इंफाल स्थित अस्पताल ले जा रहे थे. अधिकारियों के मुताबिक, भीड़ के हमले में मारे गए तीनों लोगों की पहचान तोंसिंग हैंगिंग (8), उसकी मां मीना हैंगिंग (45) और रिश्तेदार लिदिया लोरेम्बम (37) के तौर पर हुई है.

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असम राइफल्स के एक वरिष्ठ अधिकारी ने घटना की पुष्टि की और बताया कि घटनास्थल और उसके आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है. सूत्रों ने बताया कि एक आदिवासी का बेटा तोंसिंग और मेइती जाति की उसकी मां कंग्चुप में असम राइफल्स के राहत शिविर में रह रहे थे. चार जून को शाम के समय इलाके में गोलीबारी शुरू हो गई और शिविर में होने के बावजूद बच्चे को गोली लग गई.

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सूत्रों ने कहा, “असम राइफल्स के वरिष्ठ अधिकारी ने तुरंत इंफाल में पुलिस से बात की और एम्बुलेंस की व्यवस्था की. मां बहुसंख्यक समुदाय से थी, इसलिए बच्चे को सड़क मार्ग से इंफाल के ‘रीजनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज’ ले जाने का फैसला किया गया.” कुछ किलोमीटर तक असम राइफल्स की सुरक्षा में एम्बुलेंस को ले गया गया और उसके बाद स्थानीय पुलिस ने मोर्चा संभाला.

एक सूत्र ने कहा, “शाम करीब साढ़े छह बजे इरोइसेम्बा में कुछ लोगों ने एम्बुलेंस को रोका और उसमें आग लगा दी. वाहन में सवार तीनों लोगों की मौत हो गई. हमें अभी तक नहीं पता कि शव कहां हैं.” काकचिंग क्षेत्र में कुकी समुदाय के कई गांव हैं और यह कांगपोकपी जिले की पश्चिमी इंफाल से लगी सीमा पर मेइती समुदाय के गांव फायेंग के पास है. इस क्षेत्र में 27 मई से गोलीबारी की कई घटनाएं हो चुकी हैं.

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बता दें कि मणिपुर में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में तीन मई को पर्वतीय जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद हिंसक झड़पें शुरू हो गई थीं. मणिपुर में 53 प्रतिशत आबादी मेइती समुदाय की है और यह मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहती है. आदिवासियों-नगा और कुकी समुदाय की आबादी 40 प्रतिशत है और यह मुख्यत: पर्वतीय जिलों में बसती है.

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अक्टूबर की तारीखें करेंगी बृजभूषण सिंह की किस्मत का फैसला! दिल्ली पुलिस ने की दांवों की जांच

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सूत्रों का कहना है कि दिल्ली पुलिस की जांच 2022 के अक्टूबर महीने की कुछ तारीखों को लेकर अटक गई है। दरअसल एक पहलवान का कहना था कि वह अक्टूबर महीने में बृजभूषण शरण सिंह के घर गई थीं।



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