भारत ने रविवार (11 मई) को कोलंबो में मेजबान श्रीलंका को फाइनल में 97 रनों से हराकर त्रिकोणीय सीरीज अपने नाम कर ली। इस जीत की नींव बल्लेबाजों ने रखी, जिसमें स्मृति मंधाना के 116 रन शामिल थे, जिसकी बदौलत भारत ने 7 विकेट पर 342 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। इसके बाद स्नेह राणा ने प्रतियोगिता की शुरुआत की तरह ही समापन किया, उन्होंने 38 रन देकर 4 विकेट लिए और श्रीलंकाई टीम को 245 रनों पर समेट दिया।
एक बार फिर, भारतीय सलामी बल्लेबाजों ने प्रतिका रावल और शतकवीर मंधाना के बीच 70 रनों की साझेदारी के साथ एक मजबूत शुरुआत दी। इनोका राणावीरा ने 15वें ओवर में यह साझेदारी तोड़ी, लेकिन इसके बाद मंधाना ने अपना असली रंग दिखाया। बाएं हाथ की यह बल्लेबाज, जिन्हें 11वें ओवर में राणावीरा की गेंद पर जीवनदान मिला था, ने अपनी पारी में 15 चौके और दो छक्के लगाए। उन्होंने मध्य ओवरों में धीमे गेंदबाजों पर जमकर प्रहार किया।
उन्होंने देवमी विहंगा के खिलाफ भी अपनी शानदार स्ट्रोकप्ले जारी रखी और नियमित अंतराल पर स्ट्राइक रोटेट करती रहीं। अथापथ्थु के खिलाफ लगातार तीन चौकों से उन्होंने अपना 11वां वनडे शतक पूरा किया। इस दौरान हरलीन देओल ने दूसरे विकेट के लिए 120 रनों की साझेदारी में उनका अच्छा साथ दिया। मंधाना अंततः बैकवर्ड पॉइंट पर आसान कैच देकर आउट हो गईं। भारतीय मध्य क्रम में हरलीन, हरमनप्रीत कौर और जेमिमा रोड्रिग्स सभी ने 40 से अधिक रन बनाए, जिसमें प्रत्येक ने चार चौके लगाए, जिससे भारतीय पारी में रन गति तेज बनी रही। अमनजोत कौर और दीप्ति शर्मा ने अंत में तेज कैमियो खेलकर भारत को एक बहुत बड़े स्कोर तक पहुंचाया।
श्रीलंकाई बल्लेबाजी की शुरुआत में फॉर्म में चल रही सलामी बल्लेबाज हसिनी परेरा अमनजोत के हाथों शून्य पर आउट हो गईं, लेकिन विश्मी गुणरत्ने और अथापथ्थु ने पहले पावरप्ले को संभाला और पारी की नींव रखने की कोशिश की। गुणरत्ने 36 रन बनाकर अमनजोत का दूसरा शिकार बनीं, लेकिन अथापथ्थु और निलाक्षी डी सिल्वा ने फिर से संघर्ष दिखाया। हालांकि, मेजबान टीम के शीर्ष क्रम की स्ट्राइक रेट 100 से कम रही, जिससे आवश्यक रन रेट लगातार बढ़ता गया।
अंतिम 20 ओवरों में 190 रनों की आवश्यकता थी। राणा ने दो सेट बल्लेबाजों को आउट करके मेजबान टीम को और झटका दिया। हर्षिता समरविक्रमा और अनुष्का संजीवनी ने 20 के आसपास रन बनाए, लेकिन रन रेट बढ़ता रहा। दो रन आउट हुए, और फिर राणा ने पहली ही गेंद पर मल्की मदारा को बोल्ड करके जीत पक्की कर दी।
संक्षिप्त स्कोर:
भारत 342/7 (50 ओवर) (स्मृति मंधाना 116, हरलीन देओल 47; सुगंधिका कुमारी 2-59) ने श्रीलंका 245 (48.2 ओवर) (चमारी अथापथ्थु 51, निलाक्षी डी सिल्वा 48; स्नेह राणा 4-32) को 97 रनों से हराया।