बेंगलुरु में बुधवार (4 जून) को एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के आसपास आरसीबी की जीत का जश्न मनाने के लिए उमड़ी भीड़ और मची भगदड़ जैसी स्थिति के कारण कई लोगों की मौत हो गई। कर्नाटक के मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित किए जाने के बाद बड़ी संख्या में लोग रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को देखने पहुंचे थे, जिसके बाद वे प्रशंसकों के सामने एक समारोह के लिए एम चिन्नास्वामी स्टेडियम गए।
सम्मान समारोह से एक घंटा पहले तक जश्न के लिए की गई व्यवस्थाओं को लेकर कोई स्पष्टता नहीं थी। जहां आरसीबी ने सोशल मीडिया पर एक परेड होने की बात कही थी, वहीं बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस ने एक बयान जारी कर इसका खंडन करते हुए कहा था कि कोई परेड नहीं होगी। समझा जाता है कि कार्यक्रम शुरू होने से लगभग एक घंटे पहले तक आयोजक स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर सुविधाओं की व्यवस्था करने का प्रयास कर रहे थे। लेकिन कम समय और अचानक बनी स्थिति के कारण, स्थिति जल्द ही नियंत्रण से बाहर हो गई।
समाचार एजेंसी एएनआई ने ऐसे वीडियो पोस्ट किए, जिनमें लोग स्टेडियम की दीवारों पर चढ़ते दिख रहे थे, जबकि पुलिस उनसे सहयोग की अपील कर रही थी। अन्य वीडियो में भीड़ को नियंत्रित करने के प्रयास में पुलिस द्वारा हल्के लाठीचार्ज का सहारा लेते हुए भी दिखाया गया।
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए भीड़भाड़ के लिए कर्नाटक की जनता से माफी मांगी, लेकिन कथित मौतों पर कोई टिप्पणी नहीं की। उन्होंने पुष्टि की कि बॉरिंग अस्पताल में छह लोगों की मौत हुई, जबकि वैदेही अस्पताल के एक डॉक्टर ने मीडियाकर्मियों को बताया कि उनके अस्पताल में चार लोगों को मृत लाया गया था।
विधान सौधा के पास भी अराजकता फैल गई। हजारों लोग दोपहर 3:45 बजे से ही सामने की सड़कों पर जमा हो गए और शाम 5 बजे के आसपास मुख्यमंत्री से मिलने के लिए टीम के वहां पहुंचने की उम्मीद में आसपास की दीवारों और छतों पर चढ़ गए।
ओपन-टॉप बस परेड वहां से शुरू होकर आयोजन स्थल की ओर बढ़ने वाली थी, लेकिन अचानक हुई बारिश ने उन योजनाओं पर पानी फेर दिया। जबकि लोग बारिश से बचने के लिए जगह तलाश रहे थे, आरसीबी अपनी बंद बसों में स्टेडियम के लिए रवाना हो गई जहां उसके बाद जश्न जारी रहा।