अज़ूरी का विश्व कप मिशन: क्या गैटुसो की ‘जीत-ही-जीत’ रणनीति प्लेऑफ़ के जाल से बचा पाएगी इटली को?

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विश्व फुटबॉल में इटली का नाम सुनते ही चार विश्व कप खिताबों की याद ताज़ा हो जाती है, एक ऐसा गौरवशाली इतिहास जो बहुत कम देशों को नसीब हुआ है। लेकिन हाल के वर्षों में, `अज़ूरी` नाम से मशहूर इतालवी राष्ट्रीय टीम एक अजीबोगरीब चक्रव्यूह में फंसी दिख रही है – विश्व कप क्वालीफिकेशन का चक्रव्यूह। लगातार दो बार दुनिया के सबसे बड़े फुटबॉल महाकुंभ से बाहर रहने के बाद, 2026 विश्व कप के लिए उनका सफर एक बार फिर कांटेदार राह पर है, और नए कोच गेनारो गैटुसो के पास एक ही मंत्र है: “हर मैच जीतो, कोई हिसाब-किताब नहीं।”

गेनारो गैटुसो, इतालवी राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के कोच

कोच गेनारो गैटुसो के नेतृत्व में इतालवी टीम को विश्व कप में सीधे प्रवेश पाने के लिए हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी।

गैटुसो का आगमन और तत्काल प्रभाव

`रिंगियो` गैटुसो, जो अपने उग्र स्वभाव, मैदान पर जुनून और रणनीतिक सूझबूझ के लिए जाने जाते हैं, ने राष्ट्रीय टीम की कमान संभाली है। उनका कार्यकाल शानदार तरीके से शुरू हुआ है, जिससे प्रशंसकों में नई उम्मीद जगी है। एस्टोनिया के खिलाफ बर्गामो में मिली 5-0 की जोरदार जीत ने न सिर्फ तीन महत्वपूर्ण अंक दिलाए, बल्कि गोल अंतर में भी उल्लेखनीय सुधार किया। यह एक ऐसा कारक है जो इस अभियान में बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। रेटेगुई और उनके साथियों ने दिखाया है कि उनमें अभी भी वो आग बाकी है, जो किसी भी चुनौती का सामना कर सकती है।

ग्रुप I की पहेली: सीधा प्रवेश या प्लेऑफ़ का दुःस्वप्न?

ग्रुप I की मौजूदा स्थिति थोड़ी पेचीदा है, और इटली के लिए रास्ता कतई आसान नहीं। नॉर्वे 12 अंकों के साथ शीर्ष पर है (हालांकि उन्होंने एक मैच ज्यादा खेला है), जबकि इज़राइल 9 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर है। इटली फिलहाल 6 अंकों के साथ तीसरे पायदान पर है। नियम सरल हैं: ग्रुप विजेता को सीधे विश्व कप में प्रवेश मिलता है, जबकि दूसरे स्थान पर रहने वाली टीम को प्लेऑफ़ की जोखिम भरी राह से गुजरना पड़ता है। इटली के लिए प्लेऑफ़ का नाम सुनते ही सिहरन दौड़ जाती है – लगातार तीसरी बार विश्व कप से बाहर होने का खतरा। यह एक ऐसा इतिहास है जिसे कोई भी अज़ूरी प्रशंसक, खासकर चार बार के चैंपियन, दोहराना नहीं चाहेगा। चार बार के विश्व चैंपियन के लिए, जो कभी फुटबॉल जगत पर राज करते थे, प्लेऑफ़ से बचने के लिए एस्टोनिया और इज़राइल जैसी टीमों के खिलाफ `हर मैच जीतो` का मंत्र जपना पड़ रहा है – यह अपने आप में एक कड़वा सच और एक विडंबना है।

गोल अंतर का महत्वपूर्ण किरदार

जब बात बराबरी के अंकों की आती है, तो फुटबॉल में गोल अंतर अक्सर निर्णायक भूमिका निभाता है। एस्टोनिया के खिलाफ मैच से पहले इटली का गोल अंतर -1 था (2 गोल किए, 3 खाए), जो चिंताजनक स्थिति थी। लेकिन 5-0 की शानदार जीत के बाद यह +4 हो गया। उधर, इज़राइल, जो पहले +1 पर था, उसने भी मोल्दोवा को 4-0 से हराकर अपना गोल अंतर बेहतर किया। अब सोमवार को इज़राइल के खिलाफ डेब्रेसेन, हंगरी में होने वाला सीधा मुकाबला सिर्फ अंकों के लिए ही नहीं, बल्कि गोल अंतर के लिए भी महत्वपूर्ण होगा। इज़राइल को हराना और उनसे बेहतर गोल अंतर हासिल करना अज़ूरी को ग्रुप में दूसरा स्थान दिला सकता है, जो प्लेऑफ़ की राह तो खोलेगा, पर सीधे क्वालीफिकेशन की उम्मीदों को ज़िंदा रखेगा।

आगे की राह: हर मैच एक फ़ाइनल

नॉर्वे फिलहाल तेजी से आगे बढ़ रहा है और उनका गोल अंतर +11 है, जो उन्हें एक मजबूत स्थिति में रखता है। इटली के लिए नॉर्वे के खिलाफ निर्णायक मैच 16 नवंबर को सैन सिरो में निर्धारित है, जो क्वालीफिकेशन राउंड का आखिरी मैच होगा। उस रात अज़ूरी का विश्व कप भाग्य तय हो सकता है। लेकिन गैटुसो का दर्शन स्पष्ट है: “एक समय में एक कदम।” अब उनका सारा ध्यान आगामी मैचों पर है। उन्हें अंक चाहिए, गोल चाहिए और साथ ही अपनी रक्षापंक्ति को अभेद्य बनाए रखना होगा, ताकि कोई भी विरोधी गोल न कर पाए।

इटली के आगामी महत्वपूर्ण मुकाबले:

  • इज़राइल बनाम इटली: 8 सितंबर 2025
  • एस्टोनिया बनाम इटली: 11 अक्टूबर 2025
  • इटली बनाम इज़राइल: 14 अक्टूबर 2025
  • मोल्दोवा बनाम इटली: 13 नवंबर 2025
  • इटली बनाम नॉर्वे: 16 नवंबर 2025

निष्कर्ष: एक रोमांचक चुनौती का इंतज़ार

यह सिर्फ फुटबॉल नहीं, यह राष्ट्रीय गौरव, इतिहास और भविष्य का सवाल है। चार बार के विश्व चैंपियन के लिए प्लेऑफ़ से गुजरना एक अग्निपरीक्षा है, जिसे गैटुसो की टीम हर हाल में पार करना चाहेगी। उनके सामने एक स्पष्ट, लेकिन कठिन लक्ष्य है: हर शेष मैच जीतना। गैटुसो के नेतृत्व में, इटली को अब हर मैच को फाइनल की तरह खेलना होगा, गोल करने होंगे और विरोधी टीम के सपनों को कुचलना होगा। क्या अज़ूरी इस दबाव को झेल पाएगी और सीधे विश्व कप का टिकट हासिल कर पाएगी? इसका जवाब आने वाले महीनों में मिलेगा, लेकिन एक बात तो तय है: यह सफर रोमांच, उम्मीद और कड़ी चुनौतियों से भरपूर होगा। फुटबॉल प्रेमियों के लिए यह किसी ब्लॉकबस्टर ड्रामा से कम नहीं होगा!