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संजीव मुखर्जी / नई दिल्ली October 14, 2022 |
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केंद्र सरकार जल्द ही 600 प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र खोलने जा रही है। यहां किसानों को न केवल खुदरा उर्वरक मिलेगा, बल्कि फसल सलाह, मिट्टी और बीज परीक्षण सुविधा, बीज और कीटनाशक के साथ खेती के उपकरण और मशीनें भी किसानों को उपलब्ध कराई जाएंगी।
केंद्रों की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर सकते हैं और यहां किसानों को एक छत के नीचे सभी सुविधाएं दी जाएंगी। यह सरकार के नए शुरू किए गए एक राष्ट्र एक उर्वरक कार्यक्रम के तहत उत्पादों की खुदरा बिक्री की जाएगी। सभी उर्वरक भारत ब्रांड के तहत बिकेंगे।
सूत्रों ने बताया कि प्रत्येक यूरिया विनिर्माण इकाई ऐसे 20 केंद्रों को प्रोत्साहित करेगी जबकि प्रत्येक पीऐंडके (फॉस्फोरस और पोटैशियम) निर्माता या आयातक अन्य 20 को बढ़ावा देंगे। शुरू में करीब 1,000 ऐसी आदर्श खुदरा इकाई बनाने की है और बाद में जरूरत और मांग के अनुरूप संख्या में इजाफा किया जाएगा।
सूत्रों ने कहा कि किसानों को प्रभावित करने वाली सरकारी योजनाओं के बारे में भी इन केंद्रों पर जानकारी दी जाएगी। जैविक उर्वरकों और सूक्ष्म पोषक तत्वों सहित उर्वरकों के संतुलित उपयोग के बारे में किसानों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए केंद्रों को बनाया जा रहा है।
सूत्रों ने बताया कि योजना के अनुसार, इन केंद्रों को बाजार के मुख्य स्थानों या गांव अथवा प्रखंड की कृषि मंडियों के पास लगाया जाएगा ताकि किसान बिना किसी मुश्किल के आसानी से केंद्रों तक पहुंच सकें। यहां 50-100 किसानों के लिए पर्याप्त जगह रहना चाहिए ताकि वे प्रदर्शित होने वाले उत्पादों को देख सकें।
ऐसे केंद्रों में सभी वाणिज्यिक गतिविधियां जैसे कि खुदरा उर्वरक, बीज और कीटनाशक ऑपरेटरों या खुदरा विक्रेताओं द्वारा की जाएंगी, जबकि विस्तार सेवाएं जैसे कि फसल सलाह या अच्छी कृषि पद्धतियां कृषि विज्ञान केंद्रों (केवीके) या कृषि विश्वविद्यालयों द्वारा प्रदान की जाएंगी। कार्यक्रम आयोजित करने के लिए केंद्र के संचालक के खुदरा विक्रेता को केवीके और कृषि विश्वविद्यालयों के साथ सक्रिय संपर्क में रहना होगा।
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