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Superfoods for strong bones
महिलाओं की सेहत, पुरुषों की सेहत से थोड़ी अलग होती है। दरअसल, महिलाओं का शरीर हर महीने हार्मोनल असंतुलन से गुजरता है। इस दौरान मानसिक सेहत के साथ पाचन तंत्र और खान-पान तक प्रभावित होती है। लेकिन, उम्र बढ़ने के साथ महिलाओं के शरीर में सबसे ज्यादा कमी कैल्शियम की होने लगती है। दरअसल, कैल्शियम पानी के साथ शरीर से बाहर निकल आता है। साथ ही बिना विटामिन सी के इसे लेना, इसके अवशोषण को मुश्किल बना देता है। ऐसे में महिलाओं में कमजोर हड्डियां और हड्डियों से जुड़ी बीमारियां बढ़ने लगती हैं। इस स्थिति को देखते हुए महिलाओं को 30 के बाद से ही अपनी डाइट में इन सुपरफूड्स (superfoods for strong bones) को शामिल करना चाहिए।
30 के बाद महिलाएं जरूर खाएं ये 3 सुपरफूड्स-Superfoods for strong bones for women in hindi
1. ड्राई फ्रूट्स लें
ड्राई फ्रूट्स का सेवन महिलाओं के शरीर के लिए सुपरफूड की तरह काम करता है। आपको ज्यादा कुछ नहीं करना है बस बादाम, पिस्ता, अखरोट और काजू जैसे ड्राई फ्रूट्स को भिगोकर हर दिन खाना है। नट्स में कैल्शियम तो कम होता है, लेकिन वे हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक दो अन्य पोषक तत्व भी प्रदान करते हैं: मैग्नीशियम और फास्फोरस। मैग्नीशियम आपकी हड्डियों में कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करते हैं। इस बीच, फास्फोरस हड्डियों के ज्वाइंट्स और इसके गठन का सही रखता है।
पालक, शलजम का साग, केल, गोभी और ब्रोकली जैसी सब्जियों को खाना आपकी हड्डियों को हेल्दी रखने में मददगार है। दरअसल, इन सब्जियों में विटामिन के और ए होता है। दरअसल, ये दोनों ही विटामिन हड्डियों को अंदर से मजबूत बनाते हैं और इसकी बनावट को सही करते हैं। इससे ऑस्टियोपोरोसिस और गठिया की समस्या नहीं होती।
मछली में ओमेगा-3 और कई प्रकार के हेल्दी फैट होते हैं। दरअसल, इसमें विटामिन डी होता है जो कि हड्डियों की समस्याओं को कम करने में मददगार है। ये पहले तो हड्डियों में नमी को बढ़ाता है और जोड़ों के दर्द को कम करता है। इसके अलावा इसका विटामिन डी हड्डियों की गठन को मजबूत बनाता है और ऑस्टियोपोरोसिस को होने से रोकता है।
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें
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आयुर्वेद में मुलेठी का खूब इस्तेमाल किया जाता है। मुलेठी पाउडर में कैल्शियम, फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट्स, प्रोटीन, एंटीबायोटिक्स जैसे कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं। मुलेठी के सेवन से सेहत संबंधी कई समस्याओं को दूर किया जा सकता है। चलिए आपको बताते हैं कि आखिर इसके सेवन से आपको कौन-कौन से फायदे मिलते हैं।
बालों को बनाए मजबूत
यदि आपके बाल बहुत अधिक झड़ते हैं, स्कैल्प पर डैंड्रफ है तो मुलेठी पाउडर का इस्तेमाल करना शुरू कर दें। मुलेठी बालों के लिए एक नेचुरल उपाय है, जो इसे जड़ों से मजबूत बनाता है। मुलेठी पाउडर स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है, जिससे बालों में शाइन भी आती है। साथ ही स्कैल्प की समस्या दूर करता है। मुलेठी पाउडर, दही, आलिवल ऑयल मिलाकर हेयर पैक तैयार करें और बालों में लगाएं।
सांसों की बदबू करे दूर
मुलेठी पाउडर में एंटीबैक्टीरियल और एंटीमाइक्रोबियल प्रॉपर्टीज होती हैं, जो मुंह में बैक्टीरिया के विकास को कम करते हैं, इससे सांसों से आने वाली बदबू की समस्या दूर हो सकती है। मुलेठी पाउडर से दांतों को ब्रश करने से कैविटी और प्लाक से बचाव होता है, जिससे आपके मसूड़े और दांत स्वस्थ रहते हैं।
इम्यूनिटी करे स्ट्रांग
मुलेठी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत बनाती है। इस तरह से आप कई तरह के इंफेक्शन से बचे रह सकते हैं। यदि आपको थकान, कमजोरी महसूस होती है, ऊर्जा की कमी है तो शरीर की स्टैमिना, ताकत को बढ़ाने के लिए भी मुलेठी पाउडर का सेवन कर सकते हैं। एक बर्तन में पानी, मुलेठी का जड़, अदरक का टुकड़ा, चायपत्ती डालकर उबालें। इसे छान कर इसमें शहद मिलाएं और मुलेठी की चाय पीकर इसके फायदे पाएं।
झुर्रियां बढ़ने से रोके
आजकल हाइपरपिगमेंटेशन की समस्या से लोग परेशान रहते हैं, इसका नेचुरल इलाज है मुलेठी पाउडर। इससे चेहरा स्मूद, सॉफ्ट होता है, झुर्रियों की समस्या भी नहीं होती है। मुलेठी के इस्तेमाल से प्रीमैच्योर एजिंग से भी बचा जा सकता है। 1 चम्मच शहद और 2 चम्मच मुलेठी पाउडर और एक छोटा चम्मच नींबू का रस, एक छोटा चम्मच गुलाब जल मिक्स करके चेहरे पर फेस पैक की तरह यूज कर सकते हैं, स्किन को काफी लाभ होगा।
मुलेठी पाउडर फ्लेवोनॉयड्स से भरपूर होता है, जो शरीर के अत्यधिक वजन को नियंत्रित करने में मदद करता है। मुलेठी मोटापे को कम करने में बेहद मददगार साबित हो सकता है। मुलेठी को ‘स्वीटवुड’ के रूप में भी जाना जाता है। यह एक औषधीय जड़ी बूटी है जो सुगंधित होती है। इसका इस्तेमाल चाय, ड्रिंक और पान में अक्सर किया जाता है।
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Lifestyle changes for rheumatoid arthritis
गठिया एक ऑटोइम्यून डिजीज है जिसमें अपना ही शरीर हड्डियों और जोड़ों पर हमला कर देता है और इससे कई सारी समस्याएं होने लगती हैं। ऐसी स्थिति में सबसे पहले तो शरीर की अलग-अलग जोड़ों में तेज दर्द उठता है। दूसरा ये हड्डियों को इतना कमजोर कर देती है जिससे कई समस्याएं होने लगती हैं। ऐसे में गठिया की समस्या जिन लोगों को है उन्हें अपनी लाइफस्टाल में कुछ बदलाव करना चाहिए। क्योंकि इम्यून सिस्टम से लेकर मेटाबोलिज्म तक इस समस्या को कम करने में कई चीजें तेजी से काम कर सकती हैं। कैसे, जानते हैं।
गठिया से छुटकारा पाने के लिए अपनाएं ये 4 टिप्स- Lifestyle changes for rheumatoid arthritis in hindi
1. सुबह गिलोय की चाय पिएं-Giloy tea for arthritis
सुबह गिलोय की चाय, गठिया की समस्या में तेजी से काम कर सकती है। दरअसल, ये दो तरीके से काम करती है। पहले तो ये जोड़ों के दर्द को कम करती है, दूसरा ये जोड़ों में नमी बढ़ाती है। इसके अलावा ये इम्यूनिटी बढ़ाने में भी मददगार है। तो, सुबह उठ कर दूध वाली चाय की जगह गिलोय की चाय पिएं।
2. सर्दी हो या गर्मी गुनगुने पानी से नहाएं-Bathing with hot water for arthritis
सर्दी हो या गर्मी, गुनगुने पानी से नहाएं। ये तरीका गठिया में काफी कारगर है क्योंकि गर्म पानी आपकी हड्डियों के बीच की अकड़न को कम करती है। इसके बाद ये ब्लड सर्कुलेशन को तेज करती है जिससे गठिया के दर्द से राहत मिलती है। इसके अलावा गर्म पानी से नहाना गठिया के दर्द को भी कम करने में मदद कर सकता है।
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rheumatoid arthritis
3. डाइट में शामिल करें इंफ्लेमेटरी फूड-Anti inflammatory foods for arthritis
गठिया के मरीजों को अपनी डाइट में इंफ्लेमेटरी फूड्स शामिल करना चाहिए। जैसे कि पहले तो आपको हल्दी और अजवाइन का सेवन करना चाहिए। साथ ही जोड़ों में नमी बढ़ाने के लिए देसी घी का सेवन करें। इसके अलावा आप लहसुन और अदरक का भी सेवन करें। बस कोशिश करें कि ऑयली फूड्स के सेवन से बचें।
गठिया के मरीजों को वॉक जरूर करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि वॉक करना जोड़ों के लिए सबसे आरामदायक एक्सरसाइज है जो कि इसकी सेहत को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। साथ ही जब आप वॉक करते हैं तो ये शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है जिससे आपके पैरों में दर्द कम होने लगता है।
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घर में सुबह उठकर सबसे पहले लोग चाय ही पीते हैं। शायद ही कोई घर हो जहां सुबह लोग चाय न पीते हों। ज़्यादातर लोग दूध वाली चाय पीना पसंद करते हैं वहीं कुछ लोग दूसरे फ्लेवर की चाय भी पी लेते हैं। लेकिन क्या आपने कभी चावल के चाय के बारे में सुना है। दरअसल, लाल चावल की चाय सेहत के लिए बेहद फायदेमंद मानी जाती है। आयरन, पोटेशियम, मैग्नीशियम फॉस्फोरस, कैल्शियम जैसे कई मिनरल से भरपूर इस चावल की चाय स्वाद के साथ साथ सेहत का भी बेहतरीन ख्याल रखती है। हैं। ऐसे में आज हम आपके लिए लाल चावल की चाय बनाने की रेसिपी लेकर आए हैं। लाल चावल की चाय रांची का एक मशहूर पेय पदार्थ है। इसके सेवन से आप कई बीमारियों को कंट्रोल कर सकते हैं।
चावल की चाय के लिए सामग्री
लाल चावल थोड़ा सा
2 या 3 कप पानी
अदरक
तेजपत्ता
गुड़
ऐसे बनाएं चावल की चाय
चावल की चाय बनाने के लिए आप सबसे पहले थोड़े से लाल चावल लें। अब आप इनको हल्का ब्राउन होने तक भून लें। अब इसमें करीब 2 या 3 कप पानी डालें। अच्छी तरह से उबलने दें। इसके बाद अब इसमें आप अदरक, तेजपत्ता और गुड़ डालकर मिलाएं। अब इस मिश्रण को 2 मिनट तक पकाएं और फिर गैस बंद कर दें। अब आपकी चावल की चाय बनकर तैयार हो चुकी है।फिर आप इसको एक प्याली में छानकर गर्मागर्म सेवन करें।
चावल की चाय में प्रचुर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है। मजबूत हड्डियों और दांतों के लिए कैल्शियम बेहद ज़रूरी होता है।
चावल की चाय में दूध और चीनी का इस्तेमाल नहीं किया जाता है इसलिए उसमे कैलोरी और फैट बहुत ही कम मात्रा में पाई जाती है। कैलोरी और फैट कम होने से चावल की चाय आपका वजन आसानी से कम कर सकती है।
डायबिटीज के मरीजों को नहीं खाने की सलाह दी जाती है। दरअसल चावल के सेवनसे ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। लेकिन अगर आपलाल चावल की चाय पियें तो इससे आपक डायबिटीज कंट्रोल हो सकता है।
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