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हिमाचल में बज गया चुनावी युद्ध का बिगुल, गुजरात में कब पड़ेंगे वोट? जानिए

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Image Source : INDIA TV
Gujarat Election 2022 Date

Highlights

  • जल्द ही गुजरात चुनाव की तारीख का ऐलान संभव
  • चुनाव आयोग कर सकता है तारीख का ऐलान
  • गुजरात में कुल 182 सीटों पर होना है चुनाव

Gujarat Election 2022 Date: भारतीय चुनाव आयोग ने शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया है। इलेक्शन कमिशन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा की कि हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को वोटिंग होगी। चुनाव आयोग ने बताया कि पूरे हिमाचल में एक चरण में चुनाव कराए जाएंगे। बता दें कि ऐसी संभावना जताई गई थी, दोनों राज्यों के चुनाव की तारीखों का ऐलान एक साथ हो सकता हैं। सुबह जब केंद्रीय चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की सूचना दी तो अटकलें लगी कि क्या गुजरात चुनावों का ऐलान होगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

गुजरात चुनाव की तारीखों का ऐलान कब?


हालांकि यह साफ हो गया है कि पिछली बार की तरह इस बार भी दोनों राज्यों के चुनावी नतीजे एक साथ आएंगे तो इसका सीधा मतलब यह है कि 15वीं गुजरात विधानसभा चुनाव में किसकी सरकार बनेगी? यह 8 दिसंबर को पता चल जाएगा। बता दें कि साल 2017 विधानसभा चुनाव में भी चुनाव आयोग ने हिमाचल प्रदेश चुनाव की तारीखों के ऐलान के करीब 13 दिन बाद गुजरात चुनाव के ऐलान की घोषणा की थी। ऐसे में माना जा रहा है कि कुछ दिनों बाद ही गुजरात चुनाव की तारीखों की भी घोषणा हो जाएगी।

गौरतलब है कि गुजरात सरकार का कार्यकाल 23 फरवरी 2023 को खत्म हो रहा है। इसको देखते हुए अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस वजह से चुनाव की तारीखों की घोषणा में देरी हो रही है। पिछली बार के मुकाबले साल 2022 का गुजरात का चुनाव एक हफ्ते आगे या पीछे हो सकता है।

गुजरात में 182 विधानसभा सीटों पर होना है चुनाव

गुजरात में विधानसभा की कुल 182 सीटों पर चुनाव होना है। चुनावों की तारीख का ऐलान होते ही पूरे राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी। गुजरात सरकार का कार्यकाल 18 फरवरी 2023 को खत्म हो रहा है। आपको बता दें कि साल 2017 में गुजरात में विधानसभा का पिछला चुनाव हुआ था। यहां अभी बीजेपी सरकार चला रही है ऐसे में इस बार वह अपनी सत्ता बचाने के लिए चुनावी समर में उतरेगी। कांग्रेस मुख्य विपक्षी पार्टी है लेकिन इस बार इन राज्यों में आम आदमी पार्टी (AAP) मजबूती से चुनाव लड़ रही है। पंजाब के विधानसभा चुनाव में मिली जीत के बाद से उसके हौंसले बुलंद हैं।

गुजरात विधानसभा में बहुमत के लिए 92 सीटें जरूरी  

बता दें कि गुजरात विधानसभा में कुल 182 सीटें हैं और बहुमत के लिए 92 सीटें जरूरी होती हैं। यहां पिछली बार दो चरणों में 9 दिसंबर और 14 दिसंबर 2017 को वोटिंग हुई थी। इसमें बीजेपी ने कुल 99 सीटों पर कब्जा किया था वहीं, कंग्रेस के खाते में 77 सीटें और अन्य पार्टियों को 6 सीटों पर जीत हासिल हुई थी।

हिमाचल में चुनावी शंखनाद…तारीखों का ऐलान

वहीं, चुनाव आयोग ने आज हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। हिमाचल प्रदेश में विधानसभा की कुल 68 सीटों पर चुनाव होना है। आपको बता दें कि साल 2017 में हिमाचल प्रदेश में एक चरण में चुनाव हुए थे। 9 नवंबर 2017 को सभी 68 सीटों पर वोट डाले गए थे और 18 दिसंबर को वोटों की गिनती हुई थी तब बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिली थी। बीजेपी ने तब 44 सीटों पर कब्जा किया था जबकि कांग्रेस 21 सीटों पर ही सिमट गई थी बाकी तीन सीटें अन्य के खाते में गई थी।  





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कर्नाटक में कांग्रेस की पांच गारंटी : सभी की नजर शुक्रवार को होने वाली मंत्रिमंडल की दूसरी बैठक पर

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बेंगलुरु:

कर्नाटक में सभी की नजर सिद्धरमैया के नेतृत्व वाले कांग्रेस मंत्रिमंडल की शुक्रवार को होने वाली दूसरी बैठक में लिए जाने वाले निर्णयों के साथ विधानसभा चुनाव के दौरान दी गई पांच गारंटी पर मुहर को लेकर टिकी हैं . कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव से पहले वादा किया था कि वह सत्ता में आते ही पांच गारंटी लागू करेगी जिनमें प्रत्येक घर को 200 यूनिट मुफ्त बिजली (गृह ज्योति योजना), प्रत्येक परिवार की महिला मुखिया को दो हजार रुपये की मासिक सहायता (गृह लक्ष्मी योजना), गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों के हर सदस्य को प्रत्येक महीने 10 किलो मुफ्त चावल (अन्न भाग्य योजना),दो साल तक 18 से 25 साल की उम्र वाले प्रत्येक स्नातक बेरोजगार को हर महीने तीन हजार रुपये और डिप्लोमा धारक को 1500 रुपये महीना का भत्ता (युवा निधि योजना) और सार्वजनिक बसों में महिलाओं को मुफ्त यात्रा की सुविधा (शक्ति योजना) शामिल हैं.

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राज्य के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री के.एच.मुनियप्पा ने बृहस्पतिवार को कहा, ‘‘हमने पांच गांरटी की घोषणा की है. हमनें कल इसपर विस्तृत चर्चा की. कल (शुक्रवार को) हम फैसला करेंगे. हमने भरोसा दिया है कि 10 किलोग्राम चावल देंगे. इसे लागू करने में कोई हिचक नहीं है लेकिन इसकी विस्तृत जानकारी मंत्रिमंडल की बैठक के बाद देंगे.” उन्होंने कहा, ‘‘हमने जिन गांरटी का वादा किया है उन्हें चरणबद्ध तरीके से लागू करेंगे.”

‘अन्न भाग्य’ योजना के बारे में मुनियप्पा ने कहा कि राज्य सरकार केंद्र सरकार और भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) से कर्नाटक को चावल मुहैया कराने को कहेगी. उन्होंने कहा, ‘‘अगर वे (केंद्र सरकार और एफसीआई) इससे इनकार करते हैं तो हम खुद निविदा जारी कर या संगठनों के माध्यम से चावल खरीदेंगे और लाभार्थियों में वितरित करेंगे.” गौरतलब है कि चुनाव के दौरान पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि इन योजनाओं को सरकार बनने के दिन ही लागू कर दिया जाएगा. हालांकि, सिद्धरमैया ने 20 मई को कहा कि सरकार सैद्धांतिक रूप से इन गांरटी को लागू करने पर सहमत है. उन्होंने मंत्रिमंडल की अगली बैठक तक समय मांगा था.

सिद्धरमैया ने मंत्रिमंडल की पहली बैठक के बाद कहा था, ‘‘हमनें सैद्धांतिक रूप से गांरटी को लागू करने की मंजूरी दे दी है. हम विस्तृत चर्चा करने और वित्तीय प्रभाव को देखने के बाद निश्चित तौर पर इसे (लागू) करेंगे. भले कितना भी वित्तीय बोझ पड़े हम इन पांच गारंटी को लागू करेंगे.

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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)



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प्रधानमंत्री मोदी ‘प्रबंधन गुरु’ हैं, हमारे ‘हेडमास्टर’ हैं: गिरिराज सिंह

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आणंद:

 केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ‘प्रबंधन गुरु’ और देश में मीठी क्रांति लाने वाले ‘हेडमास्टर’ की संज्ञा दी. केंद्र की मोदी सरकार में ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग संभालने वाले सिंह गुजरात में यहां ग्रामीण प्रबंधन संस्थान आणंद (आईआरएमए) के 42वें दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे. मंत्री ने कहा कि हरित क्रांति को कृषि वैज्ञानिक एम. एस. स्वामीनाथन से जोड़ने के साथ-साथ पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को भी इसका श्रेय दिया जाना चाहिए.

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उन्होंने कहा, ‘‘स्वामीनाथन एक वैज्ञानिक थे, हरित क्रांति की शुरुआत करने में अहम भूमिका उनकी थी. लेकिन लाल बहादुर शास्त्री ही थे, जिनके पास ऐसी क्रांति लाने की इच्छाशक्ति थी… जब भी हम शास्त्री को याद करेंगे, हमें स्वामीनाथन की याद अपने आप आएगी… आज उस पहल के लिए धन्यवाद, हम खाद्यान्न निर्यात करते हैं.”

उन्होंने शहद उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने संबंधी मोदी सरकार के प्रयासों का जिक्र करते हुए कहा कि वर्गीज कुरियन के नेतृत्व में दुग्ध उत्पादन में श्वेत क्रांति हुई और अब तीसरी क्रांति हुई है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता ने कहा, ‘‘(कोरोना वायरस) महामारी के बाद, मोदी को एक प्रबंधन गुरु के रूप में जाना जाता है और पूरी दुनिया उनके सामने सम्मान से सिर झुकाती है.” सिंह ने स्नातक छात्रों से ग्रामीण भारत के लिए काम करने और गांवों में रहने वाले लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए समाधान खोजने का आग्रह किया.

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जयशंकर ने दक्षिण अफ्रीका और सऊदी अरब के विदेश मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय वार्ता की

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केपटाउन:

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बृहस्पतिवार को दक्षिण अफ्रीका और सऊदी अरब के विदेश मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं और वैश्विक हालात पर विचार-विमर्श करने के साथ-साथ संबंधों में प्रगति की समीक्षा की. पांच देशों- ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के समूह ब्रिक्स के एक सम्मेलन में भाग लेने यहां आए जयशंकर ने समूह के विदेश मंत्रियों की बैठक से इतर दोनों नेताओं से बातचीत की. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘दक्षिण अफ्रीका की विदेश मंत्री नालेदी पांडोर के साथ अच्छी मुलाकात हुई. केपटाउन में हमारे स्वागत के लिए उनका आभार. हमारी रणनीतिक साझेदारी की प्रगति की समीक्षा की और हमारे राजनयिक संबंधों की 30वीं वर्षगांठ यथोचित तरीके से मनाने पर सहमति बनी.”

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दोनों नेताओं ने ब्रिक्स, इब्सा (भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका), जी20 और संयुक्त राष्ट्र संबंधी विषयों पर विचारों का आदान-प्रदान किया. इन सभी मंचों पर दोनों पक्षों की घनिष्ठ सहयोग की परंपरा है. सऊदी अरब के विदेश मंत्री फैसल बिन फरहान के साथ मुलाकात में जयशंकर ने वैश्विक परिस्थिति पर बातचीत की. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान से मिलकर अच्छा लगा. वैश्विक परिस्थिति पर सकारात्मक बातचीत हुई. रणनीतिक साझेदारी परिषद के माध्यम से द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने की आशा है.”

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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)



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