साल 2022 का अंत होने में अब कुछ ही दिनों का समय बाकी है। क्रिकेट के लिहाज से ये साल बड़ा खास रहा। फॉर्मेट चाहे कोई भी हो लेकिन फैंस को कई यादगार मुकाबले इस साल देखने को मिले। अब आईसीसी ने हर एक फॉर्मेट से कुछ खिलाड़ियों को इनाम देने का ऐलान कर दिया है। इस साल के बेस्ट टेस्ट क्रिकेटर के लिए आईसीसी ने चार खिलाड़ियों को नामांकित किया है। हालांकि इस लिस्ट में एक भी भारतीय खिलाड़ी नहीं है।
कौन बनेगा साल का बेस्ट क्रिकेटर
पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम, इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान बेन स्टोक्स, जिम्बाब्वे के ऑफ स्पिन ऑलराउंडर सिकंदर रजा और न्यूजीलैंड के अनुभवी तेज गेंदबाज टिम साउदी को शुक्रवार को आईसीसी क्रिकेटर आफ द ईयर 2022 पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया। स्टोक्स ने 2019 में सर गारफील्ड सोबर्स ट्रॉफी जीती, और अब उन्हें दूसरी बार सम्मान के लिए नामांकित किया गया है। उन्हें टेस्ट प्लेयर ऑफ द ईयर अवार्ड के लिए भी नामांकित किया गया है।
रजा की चांदी ही चांदी
इससे पहले, रजा ने 2022 के लिए आईसीसी टी20 और वनडे प्लेयर आफ द ईयर के लिए नामांकन अर्जित किया था, जबकि बाबर ने 2022 के लिए वर्ष के सर्वश्रेष्ठ 50 ओवरों के खिलाड़ी के लिए नामांकन हासिल किया था। एशेज और वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में अपमानजनक हार के बाद इंग्लैंड टेस्ट क्रिकेट में पतन की ओर था। जो रूट ने टेस्ट कप्तान के रूप में इस्तीफा दे दिया और बागडोर स्टोक्स और रेड-बॉल कोच ब्रेंडन मैकुलम को सौंप दी गई। तब से, स्टोक्स ने कप्तान के रूप में 10 में से 9 टेस्ट जीतकर इंग्लैंड को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। साथ ही, उन्होंने 870 रन बनाए हैं, जिसमें दो शतक शामिल हैं और 26 विकेट लिए हैं।
स्टोक्स का रहा है जलवा
वास्तव में, उन्होंने अन्य फॉर्मेट पर ध्यान केंद्रित करने के लिए वनडे क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। टी20 में, नौ मैचों में 143 रन बनाए और सात विकेट लिए। संख्या महत्वपूर्ण नहीं लग सकती है, लेकिन उनमें से 52 रन तब आए, जब पाकिस्तान के खिलाफ टी20 विश्व कप फाइनल में पीछा करने के दौरान इंग्लैंड को इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी। 2022 बाबर के रिकॉर्ड बनाने और तोड़ने का एक और साल था। वह सभी फॉर्मेट में कैलेंडर वर्ष में 2000 रन के आंकड़े को पार करने वाले एकमात्र खिलाड़ी थे, उनके 2598 रन 54.12 के औसत से आए, जिसमें 8 शतक और 17 अर्धशतक शामिल थे।
2021 आईसीसी वनडे प्लेयर आफ द ईयर ने 50 ओवर के फॉर्मेट में शासन करना जारी रखा, नौ मैचों में 679 रन बनाए। उन्होंने उन आठ पारियों में 50 या उससे अधिक के स्कोर दर्ज किए। साउदी न्यूजीलैंड के बेहतरीन गेंदबाजों में से थे, क्योंकि उन्होंने 65 विकेट के साथ समाप्त किया, जो एक कैलेंडर वर्ष में एक कीवी द्वारा उच्चतम प्रदर्शन था। एक साल में जहां न्यूजीलैंड टेस्ट में एक टीम के रूप में अपने सर्वश्रेष्ठ से बहुत दूर था, जहां उन्होंने एक भी श्रृंखला जीत के बिना समाप्त किया। साउदी आठ मैचों में 28 विकेट लेकर अपने देश के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे।
मेलबर्न: भारत के खिलाफ अगले महीने से शुरू होने जा रही चार टेस्ट मैच की बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में ऑस्ट्रेलियाई प्लेयर खास तैयारी से आने वाले हैं। इंग्लिश बल्लेबाजों की ही तरह टेस्ट में आक्रामक रुख अख्तियार किया जाएगा। ट्रेविस हेड अपनी परंपरागत स्टाइल को छोड़कर हावी होकर खेलने की रणनीति अपनाएंगे। इंग्लैंड बाजबॉल स्टाइल में क्रिकेट खेलता है। पाकिस्तान को उसके घर में घुसकर इसी तरह हराया था।
‘सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड’ के अनुसार ऑस्ट्रेलियाई टीम के भारत रवाना होने से पहले हेड ने कहा, ‘इंग्लैंड ने पाकिस्तान में जिस तरह से बल्लेबाजी की उसे देखने के बाद मैंने पीछे मुड़कर देखा तो पाया कि उपमहाद्वीप में खेली गई पिछली सीरीज में मैंने उतना सकारात्मक होकर बल्लेबाजी नहीं की जितना मैं चाहता था। मैं इन श्रृंखलाओं में स्पिन के खिलाफ जिस तरह से खेला उससे मेरा मानना है कि अगर मैं अधिक सकारात्मक होकर खेलूंगा तो मेरा फुटवर्क अच्छा रहेगा और मेरा रक्षात्मक खेल भी इससे बेहतर होगा। मैं जानता हूं कि यह ऑस्ट्रेलिया में खेलने से पूरी तरह भिन्न होगा।’
हेड ने कहा, ‘हमने इन गर्मियों में तेज गेंदबाजों के खिलाफ भी इसे परखा। मुझे लगता है कि मेरा ‘फ्रंट फुट डिफेंस’ अच्छा है और मेरा मानना है कि मुझे वहां रक्षात्मक नहीं बल्कि सकारात्मक मानसिकता के साथ जाना होगा।’ हेड एशिया में पिछली तीन श्रृंखलाओं में खेले थे। वह 2018 और 2022 में पाकिस्तान के खिलाफ और पिछले साल श्रीलंका में खेले थे। उन्होंने इन श्रृंखलाओं की 11 पारियों में 21.30 की औसत से केवल 213 रन बनाए थे।
हेड ने कहा, ‘मुझे लगता है कि पाकिस्तान और श्रीलंका में मैंने थोड़ा रक्षात्मक रवैया अपनाया था। वहां जाकर पिच का आकलन करना और अपनी भूमिका समझना महत्वपूर्ण है। वहां मैच कम स्कोर या बड़े स्कोर वाला हो सकता है। आपको कभी बड़ा स्कोर बनाना पड़ सकता है या फिर 40, 50 या 60 का स्कोर भी आपको जीत दिला सकता है।’
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज एमएस धोनी ने अपने खेल के जरिए अनेक लोगों पर प्रभाव छोड़ा है। उनका शुमार सबसे सफल कप्तानों में होता है। माही कई क्रिकेटर्स के लिए प्रेरणा हैं। अफगानिस्तान के स्टार बल्लेबाज नजीबुल्लाह जादरान भी धोनी के तगड़े फैन हैं। वह धोनी को अपना आदर्श मानते हैं। उन्होंने वर्ल्ड कप 2015 को लेकर अहम खुलासा किया है, जो धोनी से जुड़ा है। उन्होंने बताया कि उस टूर्नामेंट में धोनी से एक सलाह मिली थी, जिसे वह आज भी फॉलो करते हैं।
सीमित ओवर फॉर्मेट में अफगानिस्तान टीम का अभिन्न हिस्सा जादरान फिलहाल यूएई में इंटरनेशनल लीग टी20 में खेल रहे हैं। वह टू्र्नामेंट में एमआई अमीरात का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। जब एमआई अमीरात से बातचीत के दौरान जादरान से पूछा गया कि धोनी ने उनके क्रिकेट करियर को कैसे प्रभावित किया तो इसपर अफगान क्रिकेटर ने दिल की बात कही।
जादरान ने कहा, ”मैं धोनी को अपना आइडल मानता हूं। कोई भी पारी को उस तरह फिनिश नहीं कर सकता जैसा वह करते थे। मैंने उनसे काफी सीखा। मैंने वर्ल्ड कप 2015 में धोनी से बात की थी। उन्होंने तब मुझे शांत रहने और हाई प्रेशर सिचुएशन में भी खुद पर भरोसा रखने की सलाह दी थी। मैं आज भी उस सलाह पर विश्वास करता हूं और उसे फॉलो करता हूं।”
साल 2012 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखने वाले जादरान अब तक अफगानिस्तान के लिए 82 वनडे और 86 टी20 मैच खेल चुके हैं। उन्होंने वनडे में 31.33 के औसत और 90.26 के स्ट्राइक रेट से 2187 रन जुटाए हैं। वहीं, जादरान ने टी20 अंतरराष्ट्रीय में 31.18 के औसत और 141.96 के स्ट्राइक रेट से 1590 बनाए। उन्होंने 23 इंटरनेशनल फिफ्टी और एक सेंचुरी ठोकी है। उन्होंने अफगानिस्तान के लिए आखिरी मैच नवंबर 2022 में श्रीलंका के खिलाफ खेला था।
IND vs AUS: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज नौ फरवरी से नागपुर में शुरू होने जा रही है। WTC के फाइनल के नजरिए से यह सीरीज दोनों टीमों के लिए अहम है। इस सीरीज के लिए दोनों टीमों ने अपने स्क्वॉड का ऐलान कर दिया है। ऑस्ट्रेलियाई टीम इस सीरीज के लिए जमकर मेहनत कर रही है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों के लिए भारतीय पिचों पर स्पिन खेल पाना आसान नहीं होगा। ऑस्ट्रेलिया ने साल 2004 के बाद से भारत में एक भी टेस्ट सीरीज नहीं जीती है। वहीं भारत ने उन्हें उनके घर पर साल 2018 और 2020 में रौंदा था। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के लिए यह सीरीज और भी मायने रखती है। भारत दौरे पर आ रही ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाड़ी ट्रेविस हेड ने अपनी तैयारियों को लेकर बड़ी बात कही है।
क्या बोले हेड
इंग्लैंड के बल्लेबाजों के पाकिस्तान में किए गए शानदार प्रदर्शन से प्रेरित ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज ट्रेविस हेड भारत के खिलाफ होने वाली आगामी टेस्ट सीरीज में अपने खेलने के रवैये को छोड़कर विरोधी टीम के आक्रमण पर हावी होकर खेलने की रणनीति अपनाएंगे।‘सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड’ के अनुसार ऑस्ट्रेलियाई टीम के भारत रवाना होने से पहले हेड ने कहा कि इंग्लैंड ने पाकिस्तान में जिस तरह से बल्लेबाजी की उसे देखने के बाद मैंने पीछे मुड़कर देखा तो पाया कि उपमहाद्वीप में खेली गई पिछली सीरीज में मैंने उतना सकारात्मक होकर बल्लेबाजी नहीं की जितना मैं चाहता था।
हेड ने आगे कहा, मैं इन श्रृंखलाओं में स्पिन के खिलाफ जिस तरह से खेला उससे मेरा मानना है कि अगर मैं अधिक सकारात्मक होकर खेलूंगा तो मेरा फुटवर्क अच्छा रहेगा और मेरा रक्षात्मक खेल भी इससे बेहतर होगा। मैं जानता हूं कि यह आस्ट्रेलिया में खेलने से पूरी तरह से अलग होगा। हेड ने आगे कहा, हमने इन गर्मियों में तेज गेंदबाजों के खिलाफ भी इसे परखा। मुझे लगता है कि मेरा फ्रंट फुट डिफेंस अच्छा है और मेरा मानना है कि मुझे वहां रक्षात्मक नहीं बल्कि सकारात्मक मानसिकता के साथ जाना होगा।
एशिया में हेड का प्रदर्शन
हेड एशिया में पिछली तीन में खेस चुके हैं। वह 2018 और 2022 में पाकिस्तान के खिलाफ तथा पिछले साल श्रीलंका में खेले थे। उन्होंने इन श्रृंखलाओं की 11 पारियों में 21.30 की औसत से केवल 213 रन बनाए थे। हेड ने कहा,‘‘ मुझे लगता है कि पाकिस्तान और श्रीलंका में मैंने थोड़ा रक्षात्मक रवैया अपनाया था। वहां जाकर पिच का आकलन करना और अपनी भूमिका समझना महत्वपूर्ण है। वहां मैच कम स्कोर या बड़े स्कोर वाला हो सकता है। आपको कभी बड़ा स्कोर बनाना पड़ सकता है या फिर 40, 50 या 60 का स्कोर भी आपको जीत दिला सकता है।’’
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