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सर्बिया में जहरीली गैस का रिसाव हुआ
सर्बिया के पिरोट शहर में अमोनिया गैस लीक होने से बड़ा हादसा हो गया है। जिसके बाद अंतरराष्ट्रीय हाईवे सोमवार को भी बंद रहा। इसके साथ ही इलाके के स्कूल और अन्य निजी संस्थान भी बंद किए गए हैं। गैस लीक होने से दर्जनों लोग बीमार पड़ गए हैं। देश के पूर्वी हिस्से में स्थित पिरोट शहर में इसके बाद इमरजेंसी घोषित कर दी गई है। ये शहर बुलगारिया की सीमा के पास है। दरअसल यहां रविवार की शाम अमोनिया लेकर जा रही एक मालगाड़ी पलट गई थी, जिसके बाद जहरीली गैस का रिसाव होने लगा।
अधिकारियों ने बताया कि हादसे का कारण पता लगाने के लिए जांच जारी है। इन्फ्रास्ट्रक्चर मंत्री गोरान वेसिक ने कहा कि ये चिंता का विषय है, हालांकि घटनास्थल पर स्थिति से निपटा गया है और अधिक नुकसान होने से बचने की कोशिश है। उन्होंने एक न्यूज कॉन्फ्रेंस में कहा, “ऐसा संभव है कि हादसा खराब इन्फ्रास्ट्रक्चर की वजह से हुआ है।” उन्होंने आगे कहा कि अधिकारी यह भी देखेंगे कि क्या जहरीली सामग्री के परिवहन के लिए सख्त प्रक्रियाओं का उल्लंघन किया गया था। अधिकारी ने कहा कि मालगाड़ी जिस स्थान पर पलटी है, उससे कुछ किलोमीटर की दूरी पर हवा और पानी में अमोनिया का कोई नामोनिशान नहीं मिला है। लेकिन स्थानीय अधिकारियों ने लोगों से सावधान रहने और घरों के भीतर रहने को कहा है।
50 से ज्यादा लोग हुए प्रभावित
पिरोट में 50 से अधिक लोगों को गैस की वजह से दिक्कत हुई, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए अस्पताल जाना पड़ा है, जबकि 15 लोगों को दक्षिणा शहर निस में ट्रांसफर किया गया। इनमें विदेशी नागरिक और बच्चे भी शामिल हैं। सरकारी टेलीविजन ने जानकारी दी कि अस्पताल में भर्ती कराए गए एक बुजुर्ग व्यक्ति की मौत हो गई और एक शख्स का शव उस स्थान पर मिला, जहां मालगाड़ी पलटी थी। दोनों ही मौतों के पीछे की वजह अभी पता नहीं चल सकी है। इलाके में रहने वाले लोगों को टंकी का पानी नहीं पीने को कहा गया है।
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कारिगल जंग के जिम्मेदार थे मुशर्रफ
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का दुबई के अस्पताल निधन हो गया है। वे लंबे समय से बीमार थे। उन पर काफी लंबे समय से मुकदमा चल रहा था। राजद्रोह के मामले में उन्हें एक विशेष अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी। वे लंबे समय से पाकिस्तान से बाहर ही रह रहे थे। लेकिन पिछले कुछ अरसे से उनकी तबीयत खराब चल रही थी। ये विडंबना है कि वे पाकिस्तान के पहले ऐसे सैन्य शासक रहे, जिन्हें अब तक के इतिहास में मौत की सजा सुनाई गई थी।
भारत के खिलाफ कारगिल की जंग के लिए उन्हें कसूरवार माना जाता है। 1999 में जब कारगिल युद्ध हुआ, तब वे पाकिस्तान के सेना प्रमुख थे। ऐसा कहा जाता है कि उन्होंने करगिल युद्ध के बारे में तत्कालीन प्रधानमंत्री मियां नवाज शरीफ को भी अंधेरे में रखा था।
कारगिल जंग पर नवाज शरीफ को अंधेरे में रखा
नवाब शरीफ और तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री के बीच रिश्तों की बर्फ पिघल रही थी, अटलजी शांति की बस में सवार होकर लाहौर गए थे। लेकिन 1999 में जनरल परवेज मुशर्रफ ने सैन्य तख्तापलट करके नवाज शरीफ को सत्ता से बेदखल कर दिया। उस समय नवाज शरीफ को पता ही नहीं चला, क्योंकि वे श्रीलंका में थे। इसके बाद मुशर्रफ ने कारगिल युद्ध शुरू कर दिया। हालांकि भारत ने मुशर्रफ के इरादों को नेस्तनाबूत कर दिया और कारगिल पर जीत हासिल कर ली थी।
नवाज शरीफ को हटाकर परवेज मुशर्रफ ने संभाली थी कमान
जनरल परवेज मुशर्रफ श्रीलंका में थे तो नवाज शरीफ ने शक के आधार पर सेनाध्यक्ष के पद से हटा दिया। शरीफ ने मुशर्रफ के स्थान पर जनरल अजीज को चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बनाया। नवाज यहीं गलती कर बैठे और यह नहीं समझ पाए कि जनरल अजीज भी परवेज मुशर्रफ के ही वफादार हैं। आखिरकार शरीफ जिस सैन्य तख्तापलट की आशंका से घिरे थे वह हो ही गया।
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Pervez Musharraf Death: पाकिस्तान के सैन्य तानाशाह परवेज मुशर्रफ का दुबई में निधन हो गया है। मुशर्रफ करगिल युद्ध के वक्त पाकिस्तान के सैन्य प्रमुख थे। उन्होंने ही सरकार को बिना बताए इस युद्ध की प्लानिंग की थी। बाद में मुशरर्फ को देश निकाला दिया गया और वह दुबई में जाकर बस गए थे।
अमेरिका ने चीनी जासूसी गुब्बारे को लड़ाकू विमान से मार गिराया है। इस घटना को दक्षिण कैरोलिना के नजदीक अटलांटिक महासागर में अंजाम दिया गया। चीनी जासूसी गुब्बारे का मलबा सात वर्ग मील के इलाके में फैला है। इसे इकट्ठा करने के लिए अमेरिकी नौसेना के कई युद्धपोत उस इलाके में पहले से ही मौजूद हैं।