सीबीआई का कहना है कि उन्होंने 4.63 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित की. जिसमें नोएडा (यूपी) और हलद्वानी (उत्तराखंड) में 3.47 करोड़ रुपये की पांच अचल संपत्तियां, कंपनियों और फर्मों में लगभग 48 लाख रुपये का निवेश शामिल हैं. वहीं, जांच के दौरान एक लॉकर में 69 लाख रुपये की ज्वेलरी भी मिली है. डॉक्टर की पत्नी खुशबू रावत निदेशकों और साझेदारों में से एक हैं और उन्होंने बीमा पॉलिसियों में 17.5 लाख रुपये निवेश किया है.
आय से 70.85% अधिक अवैध संपत्ति का खुलासा
शुक्रवार को दर्ज की गई एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि रावत ने “जानबूझकर खुद को अवैध रूप से समृद्ध किया” और अपने नाम के साथ-साथ अपनी पत्नी के नाम पर 2.40 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित की, जो दंपति की आय के ज्ञात स्रोतों से 70.85% अधिक थी.
मरीजों से पैसे ऐंठने वाले गैंग के साथ न्यूरोसर्जन हो चुका है गिरफ्तार
ससे पहले मनीष रावत को सफदरजंग अस्पताल में कुछ बिचैलियों और लोगों के साथ मिलकर मरीजों से रिश्वत लेने और उनसे इलाज के नाम पर अवैध तरीके से पैसे ऐंठने के आरोप में पकड़ा गया था.इसी साल मार्च में सीबीआई ने छापेमारी कर न्यूरोसर्जन समेत गैंग के 5 लोगों को गिरफ्तार किया है.डॉक्टर महेश रावत सफदरजंग अस्पताल के न्यूरोसर्जरी विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर है.
इसी डॉक्टर की ऑडी Q7 से 2017 में गाजियाबाद में 4 लोगों की मौत हो चुकी है,तब इस डॉक्टर ने अदालत के सामने खुद को बचाने के लिए एक ट्रक ड्राइवर को पेश करवा दिया था लेकिन जांच में पता चला कि वो ट्रक ड्राइवर है और हादसे के वक्त वो बरेली में था.
इलाज कराने आए मरीजों से सर्जरी के नाम की मोटी कमाई
सीबीआई के मुताबिक, एक शिकायत मिली कि डॉक्टर मनीष रावत अपने कुछ करीबियों अवनेश पटेल ,मनीष शर्मा,कनिष्क सर्जिकल के मालिक दीपक कट्टर और दीपक कट्टर के कर्मचारी कुलदीप के साथ मिलकर एक आपराधिक साजिश के तहत इलाज कराने आए मरीजों से मेडिकल सलाह देने और अस्पताल के नियमों को ताक पर रखकर सर्जरी करने के नाम पर उनसे पैसे ले रहा है.जांच में पता चला कि डॉक्टर मनीष मरीजों से सर्जरी के लिए दीपक कट्टर के कनिष्क सर्जरी से उपकरण लेने की सलाह देता था और मरीज जब वहां उपकरण लेने जाते तो उन्हें ये उपकरण बहुत ऊंचे दामों में दिए जाते हैं. इसमें से काफी पैसा डॉक्टर मनीष को मिलता था.
अपॉइंटमेंट और जल्द सर्जरी करवाने का झांसा देकर ऐंठे पैसै
इसके साथ ही जांच में ये पता चला कि डॉक्टर मनीष के कहने पर अवनेश पटेल मरीजों के अटेंडेंट से संपर्क करता था और उनसे कहता था कि अगर वो रिश्वत देंगे तो उन्हें डॉक्टर मनीष का अपॉइंटमेंट मिल जाएगा या फिर सर्जरी की जल्दी तारीख चाहिए तो वो भी मिल जायेगी. अवनेश मरीजों से मिले पैसे को दीपक कट्टर के कर्मचारियों मनीष शर्मा और कुलदीप को देता था या फिर उनके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर देता था.ये भी पता चला कि हाल ही में तीन मरीजों से 1,15000,30000 और 25 हजार रुपए लिए गए हैं. ये पैसा आगे बरेली के रहने वाले गणेश चंद्रा की कंपनियों के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर हो रहा है, जो बाद में डॉक्टर मनीष को वापस मिल जाता था.
सीबीआई के मुताबिक, हाल ही में केरल के टूर के लिए बिचौलिए अवनेश पटेल ने डॉक्टर मनीष को 1 लाख रुपए ट्रांसफर किए. उसकी पत्नी की साड़ी के लिए क्यूआर कोड के जरिए 19 हजार रुपए भेजे. सीबीआई ने दिल्ली में सफदरजंग अस्पताल इसके अलावा कुछ और जगहों और उत्तर प्रदेश में छापेमारी कर डॉ मनीष रावत, अवनेश पटेल, मनीष शर्मा, दीपक खट्टर और कुलदीप को गिरफ्तार कर लिया था.
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Priya Prakash Varrier Latest Photo Shoot: प्रिया प्रकाश वारियर का लेटेस्ट फोटोशूट हुआ वायरल
नई दिल्ली:
सोशल मीडिया के इस दौर में कभी भी कुछ भी हो सकता है. ऐसा ही कुछ 2018 में हुआ था, जब एक स्कूल की लड़की का मूवी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. यह वीडियो ओरू अदार लव का था, और इसमें एक्ट्रेस के आंख के एक इशारे ने पूरे देश में हंगामा मचा दिया था और इसे इंटरनेट सनसनी बना दिया था. उस समय 18 साल की अब जानी-मानी एक्ट्रेस बन गई हैं. हम बात कर रहे हैं प्रिया प्रकाश वारियर की. प्रिया प्रकाश वारियर लगातार सोशल मीडिया पर छाई रहती हैं और उनके फोटोशूट भी खूब पसंद किए जाते हैं. उन्होंने चार फोटो अपने इंस्टाग्राम एकाउंट पर शेयर किया था, जिस पर खूब लाइक और कमेंट आ रहे हैं.
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प्रिया प्रकाश वारियर ने इंस्टाग्राम पर इस फोटो को शेयर करते हुए लिखा है, ‘ये बार्बी हमेशा पार्टी के लिए लेट हो जाती है.’ इस वीडियो पर जमकर कमेंट आ रहे हैं. एक फैन ने लिखा है कि हाई स्कूल गर्ल से आज शानदार एक्ट्रेस बनने तक का सफर तय कर लिया है. प्रिया प्रकाश वारियर के इंस्टाग्राम पर लगभग 76 लाख फॉलोअर्स हैं.
23 साल की प्रिया प्रकाश वारियर का जन्म 28 अक्तूबर, 1999 को केरल के त्रिशूर में हुआ था. ‘ओरू अदार लव’ उनकी पहली फिल्म थी. प्रिया प्रकाश वारियर ने साल 2021 में फिल्म ‘चेक’ से तेलुगू सिनेमा की दुनिया में डेब्यू किया था. उनकी आने वाली फिल्मों की बात करें तो, उन्हें विष्णुप्रिया, श्रीदेवी बंगलो और यारियां 2 शामिल हैं. यारियां 2 में प्रिया प्रकाश वारियर के अलावा यश गुप्ता, पर्ल वी पुरी और दिव्या खोसला कुमार भी नजर आएंगे. प्रिया प्रकाश वारियर एक अच्छी सिंगर भी हैं और उन्होंने कई बार अपनी गायकी के वीडियो भी फैन्स के साथ शेयर किए हैं.
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प्रयागराज पुलिस चला रही बड़ा ऑपरेशन
माफियाओं के कब्जे से ज़मीनों पर अवैध कब्जे को छुड़वाने के लिए प्रयागराज पुलिस ऑपरेशन जिराफ शुरू कर चुकी है। पुलिस आयुक्त ने इसके लिए IPS की टीमों का गठन किया है माफियाओं के अवैध कब्जे का पता लगा कर उसको कब्ज़ा मुक्त कराएंगी, इसके अलावा उन शूटरों और गैंगस्टर का पता लगाएंगी जो माफियाओं के इशारों पर किसी भी वारदात को अंजाम देते हैं। ऑपरेशन जिराफ की 3 टीमों का गठन किया गया है, जिसमें एक टीम गंगा नगर में काम करेगी, दूसरी टीम यमुना नगर में जबकि तीसरी टीम शहर में काम करेगी। ऑपरेशन जिराफ की टीम का नेतृत्व तीनों ज़ोन के डीसीपी कर रहे हैं।
ऑपरेशन जिराफ क्यों दिया नाम?
पुलिस ने माफियाओं से अवैध कब्जा छुड़वाने और गैंगस्टरों को पकड़ने के लिए ऑपरेशन जिराफ़ नाम क्यों दिया इसके पीछे की वजह भी काफी दिलचस्प है। दरअसल, 1 नॉर्मल जिराफ की ऊंचाई अधिकतम 18 फीट की होती है। ऊंची गर्दन होने की वजह से जिराफ अपने आस पास की चीज़ों को आसानी से देख सकता है। एक जिराफ की गर्दन की लंबाई औसतन 6 फीट होती है जिससे वो दूर तक ऊंचाई का फायदा उठाकर देख सकता है। प्रयागराज पुलिस भी जिराफ के लम्बी गर्दन की तरह माफियाओं और गैंगस्टरों पर नज़र रखेगी और साक्ष्य मिलने पर उनको दबोच लेगी।
माफिया अतीक की कई बेनामी प्रॉपर्टी चिन्हित पुलिस सूत्रों के मुताबिक ऑपरेशन जिराफ पूरी तरह से शुरू हो चुका है और इसी ऑपरेशन के तहत माफिया अतीक की कई बेनामी प्रॉपर्टी भी चिन्हित की गई है। जिसमें सबसे खास रेलवे स्टेशन के पास करोड़ो का बंगाल होटल है, जिसमें दो हिस्सा अतीक के कब्जे में है जबकि दो किसी अन्य के हिस्से में है। उसी के बगल में मिनहाज़पुर में अतीक की पत्नी शाईस्ता परवीन के नाम पर 200 गज का प्लॉट भी है, जिसे कुर्क करने की तैयारियां चल रही हैं। इन प्रॉपर्टीज को चिन्हित भी ऑपरेशन जिराफ की टीम द्वारा किया गया है। अतीक की इन संम्पत्तियों का पता भी शहर में जिराफ टीम का नेतृत्व कर रहे आईपीएस दीपक भूकर ने लगाया है। इस प्रॉपर्टी पर अतीक अपना बंगला बनवाना चाहता था।
अतीक के IS 227 गैंग की बढ़ी मुश्किलें ऑपरेशन जिराफ के शुरू होने से अतीक के IS 227 गैंग के सदस्यों को सबसे ज़्यादा परेशानी होने वाली है। अतीक की अब तक 1200 करोड़ की प्रॉपर्टीज को कुर्क किया जा चुका है, जबकि 500 करोड़ की प्रॉपर्टी अतीक के गुर्गो की जप्त की गई है। ऑपरेशन जिराफ के तहत IS 227 गैंग के सदस्यों की प्रॉपर्टीज की पुलिस टीम स्कूटनी भी करेगी ताकि अतीक या उसके करीबी बिल्डरों ने जो गरीबों के नाम पर ज़मीन खरीदी है, उसका पता किया जा सके।
चाय और पान बेचने वालों के नाम पर करोड़ों की संपत्ति दरअसल, ऑपरेशन जिराफ की टीम को अपने सोर्स से ये पता चला है कि अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ सहित तमाम गुर्गो ने चाय और पान बेचने वालों के नाम पर करोड़ों की संपत्ति खरीदी थी। ऑपरेशन जिराफ की टीम प्रयागराज के धूमन गंज, पुरामुफ्ती के हटवा, कौशाम्बी के चायल, एयरपोर्ट रोड के आस पास खरीदी गई ऐसी संम्पत्तियों का पता लगाने में जुटी है। ऑपरेशन जिराफ के तहत पुलिस टीम ऐसे लोगों पर भी शिकंजा कसेगी जो पहले तो माफिया अतीक और अशरफ के साथ मिल कर ज़मीनों का धंधा करते थे, लेकिन सूबे में योगी सरकार के आने के बाद वही लोग अतीक और अशरफ पर मुकदमा दर्ज कराकर अतीक के विरोधी होने का तमगा लगाए घूम रहे हैं।
अतीक गैंग के पूर्व सदस्य भी रैडार पर ऑपरेशन जिराफ की टीमों ने ये पता लगा लिया है कि ऐसे लोग पहले की तरह ज़मीनों का काम कर रहे हैं और गरीब किसानों सेप अने मुताबिक रकम लेकर उसकी जमीन अपने नाम करा रहे हैं। पुलिस ने अतीक गैंग से अलग हुए सदस्यों की भी सूची बना ली है। अब जल्द ही ऑपरेशन जिराफ की टीम इन लोगों पर कार्यवाही करेगी।